हरिद्वार जेल के कैदीयों के लिए अब दवाखानो तक पहुंचा ड्रोन ड्रोन एंबुलेंस की भी हो गई शुरुआत
एम्स ऋषिकेश से ड्रोन विमान एंबुलेंस के जरिए हरिद्वार जिला कारागार में बंद 10 बंदियों के लिए हेपेटाइटिस सी की दवाइयां मंगाई गई

इन्तजार रजा हरिद्वार- हरिद्वार जेल के कैदीयों के लिए अब दवाखानो तक पहुंचा ड्रोन ड्रोन एंबुलेंस की भी हो गई शुरुआत,, एम्स ऋषिकेश से ड्रोन विमान एंबुलेंस के जरिए हरिद्वार जिला कारागार में बंद 10 बंदियों के लिए हेपेटाइटिस सी की दवाइयां मंगाई गई
हरिद्वार जेल के कैदीयों के लिए दवाएं पहुंचाने के लिए अब ड्रोन एंबुलेंस की भी शुरुआत हो गई है. बीते बुधवार को एम्स ऋषिकेश से ड्रोन एंबुलेंस के जरिए हरिद्वार जिला कारागार में बंद 10 बंदियों के लिए हेपेटाइटिस सी की दवाइयां मंगाई गई है दवाओ को लेकर ड्रोन सकुशल हरिद्वार जेल में पहुंच गया. साथ ही 10 बंदियों के ही ब्लड सैंपल भी एम्स ऋषिकेश में जांच के लिए ड्रोन की मदद से भिजवाए गए है.जानकारी देते हुए हरिद्वार जिला कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि 15 जनवरी से हरिद्वार की जिला कारागार में एम्स ऋषिकेश द्वारा दवाइयां ड्रोन के माध्यम से ड्रॉप करने की सुविधा शुरू की गई है. जिसमें हरिद्वार की जिला कारागार में मौजूद 10 बंदियों की दवाइयां ड्रोन विमान के माध्यम से ही मंगाई गई हैं.
एम्स की डायरेक्टर प्रोफेसर मीनू सिंह और डॉक्टर अजीत भदौरिया के द्वारा यह दवाइयां एम्स ऋषिकेश से ड्रोन विमान के माध्यम से भेजी गई है. इसी के साथ 10 बंदियों के ब्लड सैंपल भी ड्रोन विमान की मदद से एम्स ऋषिकेश में भेजे गए हैं. इससे जिला कारागार में बंद कैदियों को अच्छा स्वास्थ्य लाभ मिलेगा. साथ ही जेल प्रशासन को कैदी के खराब स्वास्थ्य पर नॉर्मल जांच के लिए अस्पताल नहीं ले जाना पड़ेगा. इससे कैदियों को जल्द स्वस्थ लाभ भी मिलेगा. हालांकि यदि ज्यादा ही आवश्यकता होती है तो उसके बाद ही अब कैदियों को जेल से बाहर अस्पताल ले जाया जाएगा.वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने कहा कि जल्द ही हमारे द्वारा एम्स के डॉक्टर के साथ अब कैदियों के स्वास्थ्य पर भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा मदद ली जाएगी. जिससे जिला कारागार में बंद कैदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ही अपनी समस्याएं डॉक्टर को बता सकते हैं