चारधाम में हेलीकॉप्टर सेवा पर तत्काल रोक, रुद्रप्रयाग हादसे के बाद यूकाडा और DGCA की संयुक्त कार्रवाई, अगले आदेश तक हेली सेवा स्थगित, यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि

इन्तजार रजा हरिद्वार- चारधाम में हेलीकॉप्टर सेवा पर तत्काल रोक,
रुद्रप्रयाग हादसे के बाद यूकाडा और DGCA की संयुक्त कार्रवाई,
अगले आदेश तक हेली सेवा स्थगित, यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि
देहरादून/रुद्रप्रयाग — केदारनाथ के गौरीकुंड-खर्क क्षेत्र में हुए हेलीकॉप्टर हादसे के बाद यात्रियों की सुरक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाया गया है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UACADA) और भारत की विमानन नियामक संस्था DGCA (डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन) ने चारधाम यात्रा के अंतर्गत संचालित सभी हेलीकॉप्टर सेवाओं को तत्काल प्रभाव से स्थगित करने का आदेश जारी किया है।
यह निर्णय रविवार सुबह रुद्रप्रयाग जिले में हुए हेली क्रैश की घटना के बाद लिया गया, जिसमें निजी कंपनी की हेलीकॉप्टर सेवा संचालित हो रही थी और कई लोगों के सवार होने की पुष्टि हुई है। दुर्घटना की जांच फिलहाल जारी है और प्रारंभिक रिपोर्ट आने तक किसी भी तरह की उड़ान को अनुमति नहीं दी जाएगी।
क्या कहा अधिकारियों ने?
UACADA के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि, “यह कदम पूरी तरह एहतियातन है और यात्रियों की जान की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। दुर्घटना के कारणों की गहन जांच के लिए विशेषज्ञों की एक टीम गठित की जा रही है।” DGCA ने भी हेलीकॉप्टर सेवा प्रदाताओं को तत्काल उड़ानें रोकने और सभी तकनीकी पहलुओं की रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है।
यात्रियों को होगी असुविधा, लेकिन सुरक्षा सर्वोपरि
चारधाम यात्रा के इस व्यस्त सीज़न में हेलीकॉप्टर सेवा बड़ी संख्या में यात्रियों के लिए सहूलियत का जरिया बनी हुई थी, खासतौर पर वरिष्ठ नागरिकों और बीमार यात्रियों के लिए। मगर प्रशासन का कहना है कि “एक भी जान की कीमत, लाखों यात्रियों की सहूलियत से कहीं ज़्यादा है।”
क्या होंगे अगले कदम?
- हादसे की फॉरेंसिक और तकनीकी जांच के बाद रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
- हेलीकॉप्टर कंपनियों के लाइसेंस, पायलट रिकॉर्ड और विमान की स्थिति की पूरी तरह से समीक्षा की जाएगी।
- नई SOP (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) और सख़्त उड़ान सुरक्षा गाइडलाइंस तय की जाएंगी।
- तब तक सभी उड़ानें बंद रहेंगी और चारधाम यात्री केवल सड़क मार्ग या पैदल यात्रा के ज़रिए यात्रा कर सकेंगे।
पृष्ठभूमि में बढ़ती चिंताएं
यह कोई पहली बार नहीं है जब चारधाम यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर दुर्घटना की खबर आई हो। पिछले कुछ वर्षों में भी विभिन्न कंपनियों की ओर से तकनीकी लापरवाही और ट्रैफिक नियंत्रण की कमी को लेकर सवाल उठते रहे हैं। स्थानीय प्रशासन और यात्रियों ने कई बार शिकायत की है कि उड़ानों की संख्या ज़्यादा होने और नियंत्रण प्रणाली के अभाव में हादसों की आशंका बनी रहती है।
निष्कर्ष
चारधाम जैसे संवेदनशील और दुर्गम क्षेत्रों में हेलीकॉप्टर सेवा जहां एक बड़ी राहत है, वहीं इसकी सुरक्षा व्यवस्था भी उतनी ही गंभीर ज़िम्मेदारी है। सरकार और संबंधित एजेंसियों का यह कदम यात्रियों की सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
Daily Live Uttarakhand लगातार अपडेट देता रहेगा। यात्रियों से अपील है कि वे अफवाहों से दूर रहें और किसी भी यात्रा से पहले प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करें।