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भारी बारिश से गंगा उफान पर,, 📍 हरिद्वार प्रशासन हाई अलर्ट पर,, 📍 नदी किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया

इन्तजार रजा हरिद्वार-📍 भारी बारिश से गंगा उफान पर,,
📍 हरिद्वार प्रशासन हाई अलर्ट पर,,
📍 नदी किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया

हरिद्वार, 29 जून 2025 – उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। राज्य के कई जिलों में जहां भूस्खलन और सड़क अवरुद्ध होने की घटनाएं सामने आ रही हैं, वहीं हरिद्वार जनपद में गंगा के जलस्तर में आई इस अचानक वृद्धि ने प्रशासन और नागरिकों की चिंता बढ़ा दी है। एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोभाल के निर्देश पर प्रशासनिक अमला पूर्ण सतर्कता के साथ मैदान में डटा हुआ है।

🌧️ गंगा उफान पर, खतरे के निशान के करीब

भारी वर्षा का सिलसिला पिछले कुछ दिनों से लगातार जारी है। यमुनोत्री, गंगोत्री और आसपास के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हो रही अत्यधिक बारिश के कारण गंगा और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। इससे हरिद्वार, कनखल, भीमगौड़ा, खड़खड़ी और लक्सर क्षेत्रों में जलभराव और तटीय क्षति का खतरा मंडरा रहा है।

गंगा के किनारे स्थित बस्तियों जैसे देवपुरा, बैरागी कैंप, कांगड़ी और अन्य निचले इलाकों में पानी घुसने की आशंका को देखते हुए प्रशासनिक अमले ने अलर्ट जारी कर दिया है और त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है।

📣 लाउडस्पीकर से अनाउंसमेंट, लोगों को किया जा रहा है शिफ्ट

एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोभाल के दिशा-निर्देशन में स्थानीय पुलिस, राजस्व विभाग और आपदा प्रबंधन की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में लगातार लाउडस्पीकर के माध्यम से मुनादी कर रही हैं। आमजन को सूचित किया जा रहा है कि वे सतर्क रहें और जलस्तर बढ़ने की स्थिति में अपने घरों से सुरक्षित स्थानों की ओर प्रस्थान करें।

पुलिस अधिकारियों और सिविल डिफेंस कर्मियों ने अब तक सैकड़ों परिवारों को गंगा तट से हटाकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा है। प्रशासन द्वारा बनाए गए अस्थायी राहत शिविरों में पीने के पानी, भोजन, दवाइयों और चिकित्सा सुविधा की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

🚨 प्रशासन की तैयारी: NDRF- SDRF को किया गया अलर्ट

गंगा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी को देखते हुए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें हाई अलर्ट पर रखी गई हैं। हरिद्वार के संवेदनशील घाटों और पुलों के आसपास गश्त बढ़ा दी गई है। घाटों पर बैरिकेडिंग और चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं, ताकि श्रद्धालु या स्थानीय लोग जलधारा के अधिक निकट न जाएं।

जिला प्रशासन ने जल निगम, लोक निर्माण विभाग (PWD), नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग और विद्युत विभाग सहित सभी विभागों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।

एसडीएम हरिद्वार ने कहा, “हम लगातार जलस्तर पर नजर बनाए हुए हैं। स्थिति नियंत्रण में है, पर यदि बारिश यूं ही जारी रही तो और भी कड़े कदम उठाए जाएंगे।”

🛑 श्रद्धालुओं से अपील: जलधारा से दूर रहें

हरिद्वार में इन दिनों श्रावण मास और कांवड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर लोगों की आवाजाही बनी हुई है। प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं और स्थानीय नागरिकों से बार-बार अपील की जा रही है कि वे गंगा के तेज बहाव के निकट न जाएं और सभी प्रकार की अफवाहों से दूर रहें।

नगर निगम की ओर से घाटों पर स्वच्छता, मेडिकल और पानी की टंकियों की विशेष व्यवस्था की गई है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत राहत पहुंचाई जा सके।

🧍 स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ी, प्रशासन पर भरोसा

देवपुरा निवासी मोहम्मद यामीन ने बताया, “हम कई सालों से गंगा किनारे रह रहे हैं, पर इस बार गंगा बहुत तेज बहाव में है। प्रशासन ने समय पर चेतावनी दी, जिससे हम सुरक्षित निकल सके।” वहीं बैरागी कैंप की एक महिला सुमन देवी ने कहा, “पुलिस ने रात में ही आवाज लगाकर कहा कि गंगा चढ़ रही है, तुरंत ऊपर आओ। हम प्रशासन के धन्यवादी हैं।”

📍 आगे की रणनीति: मौसम विभाग की चेतावनी पर नजर

मौसम विभाग ने आने वाले 48 घंटों में देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल और पिथौरागढ़ जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसे देखते हुए जिलाधिकारी और एसएसपी ने सभी तहसीलदारों व थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि नदी किनारे बसे प्रत्येक परिवार पर निगरानी रखें और जरूरत पड़ने पर तुरंत राहत व बचाव कार्य शुरू करें।

✅ हरिद्वार में प्रशासन की मुस्तैदी और तत्परता के चलते अब तक स्थिति नियंत्रण में है, पर गंगा के बढ़ते जलस्तर ने सभी को सतर्क कर दिया है। प्रशासन द्वारा की जा रही अनाउंसमेंट, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने की मुहिम और एनडीआरएफ की तैयारियों से यह स्पष्ट है कि प्रशासन किसी भी आपात स्थिति से निपटने को पूरी तरह तैयार है।

जनता से अनुरोध है कि वे सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें, अफवाहों पर ध्यान न दें और गंगा की जलधारा से उचित दूरी बनाकर रखें।


✍️ रिपोर्ट: इंतजार रज़ा, विशेष संवाददाता — Daily Live Uttarakhand

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