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जन समस्याओं के त्वरित समाधान पर जिलाधिकारी सख्त,, हर सोमवार जनता दरबार में सुनते हैं शिकायतें, इस बार 65 समस्याएं हुईं दर्ज,, 28 मामलों का मौके पर निस्तारण, बाकी पर अधिकारियों को दिए तत्काल कार्रवाई के निर्देश

जनपद हरिद्वार में प्रशासन जनता की समस्याओं के समाधान को लेकर लगातार सक्रिय है। इसी क्रम में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में सोमवार को जिला कार्यालय सभागार में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में इस बार 65 शिकायतें दर्ज की गईं। इनमें से 28 मामलों का जिलाधिकारी ने मौके पर ही निस्तारण कर दिया, जबकि शेष शिकायतों को संबंधित विभागों को त्वरित कार्यवाही के निर्देशों के साथ भेजा गया।

इन्तजार रजा हरिद्वार- जन समस्याओं के त्वरित समाधान पर जिलाधिकारी सख्त,,
हर सोमवार जनता दरबार में सुनते हैं शिकायतें, इस बार 65 समस्याएं हुईं दर्ज,,
28 मामलों का मौके पर निस्तारण, बाकी पर अधिकारियों को दिए तत्काल कार्रवाई के निर्देश

हरिद्वार, 06 अक्टूबर 2025 (इन्तजार रज़ा)
जनपद हरिद्वार में प्रशासन जनता की समस्याओं के समाधान को लेकर लगातार सक्रिय है। इसी क्रम में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में सोमवार को जिला कार्यालय सभागार में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में इस बार 65 शिकायतें दर्ज की गईं। इनमें से 28 मामलों का जिलाधिकारी ने मौके पर ही निस्तारण कर दिया, जबकि शेष शिकायतों को संबंधित विभागों को त्वरित कार्यवाही के निर्देशों के साथ भेजा गया।इस साप्ताहिक जनसुनवाई का उद्देश्य जनपदवासियों की समस्याओं का त्वरित, पारदर्शी और न्यायपूर्ण समाधान सुनिश्चित करना है। हर सोमवार होने वाले इस कार्यक्रम में जिलेभर से नागरिक अपनी व्यक्तिगत और सामूहिक समस्याओं को लेकर पहुंचते हैं।

जनता की आवाज़: भूमि विवाद से लेकर पेयजल और बिजली तक

जनसुनवाई के दौरान जिले के विभिन्न हिस्सों से लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे। इनमें राजस्व, भूमि विवाद, अतिक्रमण, जलभराव, पेयजल, बिजली और सामाजिक कल्याण योजनाओं से जुड़ी शिकायतें प्रमुख रहीं।गुलशाना, निवासी ग्राम बंदरजुड़ तहसील भगवानपुर ने अपनी भूमि खसरा संख्या 335, खाता संख्या 135 पर मकान निर्माण को लेकर वन विभाग की आपत्ति का मामला रखा। उन्होंने बताया कि वन विभाग द्वारा निर्माण कार्य रोकने से उन्हें आर्थिक हानि हो रही है, जिस पर जिलाधिकारी ने संबंधित विभाग से रिपोर्ट तलब की।

इसी प्रकार रणधीर सिंह, निवासी नाथनगर ज्वालापुर ने भूमि विवाद से जुड़ा प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि उनकी भूमि खाता संख्या 69, खसरा संख्या 211(ग) में बदोबस्त अधिकारी का आदेश पहले ही जारी हो चुका है, लेकिन अभी तक खतौनी में उसे दर्ज नहीं किया गया है। जिलाधिकारी ने राजस्व विभाग को तत्काल आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

इनामु अली, ग्राम हजारा ग्रांट ब्लॉक बहादराबाद ने बताया कि उनके खेत (खसरा संख्या 859) के पास जिला पंचायत द्वारा बनाई गई सड़क के साथ जल निकासी की नाली नहीं बनाई गई, जिसके कारण खेतों में जलभराव हो गया है। जिलाधिकारी ने इस शिकायत पर जिला पंचायत और सिंचाई विभाग को संयुक्त निरीक्षण कर निकासी की समस्या का तत्काल समाधान करने के निर्देश दिए।

सड़क और बिजली की समस्याएं भी रहीं प्रमुख

कृष्णा नगर निवासी पंकज सैनी ने अपनी दुकान के सामने सड़क के बीचोबीच लगे एल.टी. बिजली पोल को स्थानांतरित कराने की मांग की, जिससे दुकान के सामने आवागमन बाधित होता है। जिलाधिकारी ने यूपीसीएल के अधिशासी अभियंता को मौके का निरीक्षण कर उचित स्थानांतरण का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।भूपेंद्र सैनी, निवासी रावली महदूद ने जय श्री धर्म कांटे से लेकर बैरियर नंबर 6 तक मुख्य मार्ग पर अवैध अतिक्रमण की शिकायत की। जिलाधिकारी ने नगर निगम और तहसील प्रशासन को निर्देश दिए कि अभियान चलाकर सड़क से अवैध अतिक्रमण हटाया जाए, ताकि लोगों को सुगम यातायात सुविधा मिल सके।

इसी तरह रेशमा, पत्नी महबूब निवासी डालूवाला कलां ने बताया कि उनके दोनों बच्चों के नाम गलती से किसी अन्य व्यक्ति के राशन कार्ड में दर्ज हो गए हैं। जिलाधिकारी ने जिला पूर्ति अधिकारी को तुरंत नाम सुधारने का निर्देश दिया। मौजा ग्राम कुमाराड़ा निवासी बोहाती, पत्नी स्व. नेत्रपाल ने अपनी भूमि की पैमाइश (मापन) कराने का अनुरोध किया, जिस पर एसडीएम रुड़की को जांच कर उचित कार्रवाई के निर्देश दिए गए। वहीं ग्राम बनजारेवाला निवासी सुशील कुमार ने बताया कि ग्राम समाज की जलमग्न भूमि (खसरा संख्या 578) पर कुछ लोगों द्वारा अवैध कब्जा किया गया है। जिलाधिकारी ने तहसीलदार और राजस्व निरीक्षक को मौके पर जाकर कब्जा हटाने की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए।

“लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी” — जिलाधिकारी मयूर दीक्षित

जनसुनवाई के अंत में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने उपस्थित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जनता की समस्याओं को गंभीरता से लेकर समयबद्ध तरीके से निस्तारण किया जाए। उन्होंने कहा —

“जनसुनवाई में जो भी समस्याएं जनता द्वारा दर्ज कराई जा रही हैं, उनका त्वरित निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता पाए जाने पर संबंधित अधिकारी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

उन्होंने कहा कि जनसुनवाई जनता के विश्वास और प्रशासन की पारदर्शिता का प्रतीक है, इसलिए यह जरूरी है कि हर विभाग अपने दायित्व का ईमानदारी से निर्वहन करे।

सीएम हेल्पलाइन शिकायतों पर भी सख्ती

बैठक के दौरान सीएम हेल्पलाइन से संबंधित शिकायतों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों का तत्काल और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि संबंधित अधिकारी न केवल कागज़ी कार्रवाई पूरी करें, बल्कि शिकायतकर्ता से दूरभाष पर वार्ता कर यह सुनिश्चित करें कि समस्या वास्तव में हल हो चुकी है

उन्होंने कहा —

“सीएम हेल्पलाइन जनता और शासन के बीच सीधा संवाद है। इसमें लापरवाही जनता के विश्वास को तोड़ती है, इसलिए हर अधिकारी जिम्मेदारी के साथ कार्य करे।”

बैठक में मौजूद रहे अधिकारी

जनसुनवाई एवं समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे, अपर जिलाधिकारी दीपेन्द्र सिंह नेगी, उप जिलाधिकारी जितेन्द्र कुमार, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, मुख्य वित्त अधिकारी अजय कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी नलिनी ध्यानी, मुख्य क्रीड़ा अधिकारी शैफाली गुरांग, जिला आपूर्ति अधिकारी तेजबल सिंह, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत, अपर निदेशक मत्स्य विभाग गरिमा मिश्रा तथा अधिशासी अभियंता यूपीसीएल दीपक सैनी सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

हर सोमवार जनता के लिए खुला दरबार

हरिद्वार जिला प्रशासन ने जनसुनवाई को साप्ताहिक रूप से आयोजित करने की परंपरा को न सिर्फ जारी रखा है, बल्कि इसे और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में कदम भी बढ़ाए हैं। हर सोमवार को जिला कार्यालय सभागार में सुबह 10 बजे से शुरू होने वाला यह कार्यक्रम अब जिले के आम नागरिकों के लिए एक भरोसेमंद मंच बन चुका है।लोग यहां आकर न केवल अपनी समस्याएं रखते हैं, बल्कि कई बार मौके पर ही समाधान भी पाते हैं — यही कारण है कि जनसुनवाई कार्यक्रम जनता और प्रशासन के बीच संवाद और विश्वास का सेतु बनता जा रहा है।

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