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कांवड़ मेला 2025 की सफलता पर पुलिस विभाग की गर्वपूर्ण समीक्षा बैठक,, एसएसपी हरिद्वार ने किया अधिकारियों का सम्मान, साझा किया फीडबैक व अनुभव,, टीम भावना से मिली ऐतिहासिक सफलता, कांवड़ मेला बना अनुशासन व सेवा का प्रतीक

इन्तजार रजा हरिद्वार- कांवड़ मेला 2025 की सफलता पर पुलिस विभाग की गर्वपूर्ण समीक्षा बैठक,,

एसएसपी हरिद्वार ने किया अधिकारियों का सम्मान, साझा किया फीडबैक व अनुभव,,

टीम भावना से मिली ऐतिहासिक सफलता, कांवड़ मेला बना अनुशासन व सेवा का प्रतीक

हरिद्वार।
कांवड़ मेला 2025 की ऐतिहासिक और सकुशल समाप्ति के उपरांत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोभाल द्वारा आज सीसीआर सभागार में एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। इस समीक्षा बैठक में मेला ड्यूटी में तैनात सभी सुपर जोनल व जोनल प्रभारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर कांवड़ मेले के दौरान लागू की गई रणनीतियों, ड्यूटी प्रबंधन, यातायात नियंत्रण, सुरक्षा उपायों और जनसहयोग के समुचित निष्कर्षों पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।

फीडबैक पर आधारित समीक्षा से तय होंगे भविष्य के मानक

बैठक की शुरुआत में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने सभी अधिकारियों से फीडबैक लिया और उनके अनुभवों को सुना। सभी सुपर जोनल एवं जोनल प्रभारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में आने वाली चुनौतियों, जनदबाव, सुगम यातायात प्रबंधन और भीड़ नियंत्रण के संबंध में व्यावहारिक फीडबैक प्रस्तुत किया।

इस चर्चा के दौरान यह तय किया गया कि जिन क्षेत्रों में कार्यप्रणाली में सुधार की आवश्यकता महसूस हुई, उन्हें चिन्हित कर अगले वर्ष के लिए ठोस रणनीति बनाई जाएगी। साथ ही, ऐसे सुझाव भी साझा किए गए जो भविष्य के मेलों को और अधिक सुरक्षित, व्यवस्थित और श्रद्धालुहितैषी बनाने में सहायक सिद्ध हो सकते हैं।

कर्मचारियों की कार्यकुशलता पर तालियों की गूंज

बैठक का सबसे प्रेरणादायक क्षण वह था, जब मेले के दौरान उल्लेखनीय योगदान देने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की खुले मंच से सराहना की गई। उनकी कर्तव्यनिष्ठा और सेवाभाव पर सभागार तालियों से गूंज उठा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डोभाल ने स्वयं खड़े होकर उन कर्मियों का उत्साहवर्धन किया, जिन्होंने विषम परिस्थितियों में भी संयम और दक्षता के साथ ड्यूटी निभाई।

“यह मेला हमारे लिए बहुत बड़ी चुनौती थी” – एसएसपी हरिद्वार

अपने उद्बोधन में एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने कहा:

“कांवड़ मेला 2025 हमारे लिए एक बहुत बड़ी चुनौती थी। लेकिन कर्मचारी से लेकर अधिकारी स्तर तक हर व्यक्ति ने अपने दायित्व का निर्वहन टीम भावना से किया। यह मेला बिना किसी बड़ी घटना के समाप्त हुआ है, जो दर्शाता है कि हम सभी ने एकजुट होकर कार्य किया। यह किसी एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि पूरी टीम की सफलता है।”

एसएसपी ने कहा कि इस मेले ने पुलिस बल की संगठनात्मक क्षमता, त्वरित निर्णय लेने की क्षमता और जनता के साथ संवाद स्थापित करने की कुशलता को और भी मजबूत किया है।

कांवड़ मेला 2025 का मोमेंटो देकर किया सम्मानित

बैठक के अंत में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कांवड़ मेले की इस सफलता को अमर बनाने के उद्देश्य से ‘कांवड़ मेला 2025’ मोमेंटो भेंट कर सभी सुपर जोनल, जोनल प्रभारियों और प्रमुख अधिकारियों को सम्मानित किया। यह मोमेंटो न केवल उनके उत्कृष्ट कार्य का प्रतीक है, बल्कि भविष्य के लिए प्रेरणा भी है।

सम्मानित किए गए अधिकारियों ने भी अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि किस प्रकार समन्वय, तकनीकी सहायता और विभागीय नेतृत्व ने उन्हें जिम्मेदारियों को कुशलतापूर्वक निभाने में मदद की। साथ ही उन्होंने कांवड़ मेला जैसे आयोजन को “सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण अनुभव” बताया, जो पुलिस के व्यवहार, अनुशासन और जनसंपर्क कौशल को उन्नत करता है।

जनसहयोग बना सफलता की कुंजी

एसएसपी डोभाल ने यह भी कहा कि कांवड़ मेले की सफलता केवल पुलिस या प्रशासन तक सीमित नहीं है, बल्कि जनसहयोग, स्वयंसेवियों, मीडिया, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, और सभी सहयोगी एजेंसियों की भागीदारी ने इसे ‘साझा जीत’ में बदला है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से जो प्रयास हुए, उन्हें श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने भरपूर समर्थन दिया।

टेक्नोलॉजी और इंटीग्रेटेड प्लानिंग का बेहतर उदाहरण

इस बार का कांवड़ मेला कई दृष्टियों से उल्लेखनीय रहा। ड्रोन कैमरों, सीसीटीवी निगरानी, जीपीएस ट्रैकिंग, और डिजिटल मैसेजिंग के माध्यम से रियल टाइम ट्रैफिक और सुरक्षा नियंत्रण को सुनिश्चित किया गया। एसएसपी ने कहा कि इस डिजिटल इंटीग्रेशन से ना केवल श्रदालुओं की सुरक्षा बेहतर हुई, बल्कि फील्ड फोर्स को भी निर्णय लेने में सरलता मिली।

एसएसपी ने सभी को दी बधाई और शुभकामनाएं

अंत में एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने समस्त पुलिस फोर्स को शुभकामनाएं और बधाई देते हुए कहा कि यह सफलता हमें प्रेरणा देती है कि हम हर चुनौती को पार करने में सक्षम हैं, बशर्ते हमारे अंदर सेवा, समर्पण और समन्वय की भावना बनी रहे।

कांवड़ मेला 2025 का सफल आयोजन न केवल हरिद्वार पुलिस की कार्यकुशलता का प्रमाण है, बल्कि यह आयोजन आने वाले समय के लिए एक मानक और मॉडल बन चुका है। जिस प्रकार से पूरे प्रशासन ने मिलकर यह महायात्रा सम्पन्न कराई, वह उत्तराखंड की प्रशासनिक क्षमता और संगठनात्मक ऊर्जा का प्रमाण है। एसएसपी की यह समीक्षा बैठक इस बात का प्रतीक है कि जब नेतृत्व सजग हो और टीम समर्पित हो, तब हर चुनौती अवसर में बदल जाती है।


अगर आप चाहें तो मैं इसमें शामिल अधिकारियों के नाम, विभाग या उद्धरण भी जोड़ सकता हूँ।

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