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भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट – प्रशासन ने बढ़ाई सतर्कता,, 12 अगस्त 1:25 PM से 13 अगस्त 1:25 PM तक रहेगा प्रभाव,, जनपदों के संवेदनशील क्षेत्रों में बिजली-तूफान और तीव्र वर्षा की आशंका

इन्तजार रजा हरिद्वार- भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट – प्रशासन ने बढ़ाई सतर्कता,,
12 अगस्त 1:25 PM से 13 अगस्त 1:25 PM तक रहेगा प्रभाव,,
जनपदों के संवेदनशील क्षेत्रों में बिजली-तूफान और तीव्र वर्षा की आशंका

उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून द्वारा जारी ताज़ा बुलेटिन के अनुसार अगले 24 घंटों के लिए राज्य के कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यह चेतावनी 12 अगस्त 2025 को दोपहर 1:25 बजे से 13 अगस्त 2025 को दोपहर 1:25 बजे तक प्रभावी रहेगी। इस दौरान जनपद बागेश्वर, चंपावत, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल और उधम सिंह नगर के विभिन्न क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा, बिजली चमकने के साथ तूफान तथा तीव्र वर्षा की संभावना जताई गई है।

मौसम विभाग ने जिन स्थानों को विशेष रूप से प्रभावित होने की आशंका जताई है, उनमें काशीपुर, डोईवाला, कोटद्वार, रुद्रपुर, कपकोट, रामनगर, लोहाघाट, मुक्तेश्वर, रूड़की, लक्सर और इनके आसपास के क्षेत्र शामिल हैं। इन इलाकों में तेज़ हवाओं और बिजली गिरने के साथ भारी बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है, जिससे स्थानीय जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है।

संभावित खतरे और सतर्कता के निर्देश
विशेषज्ञों के अनुसार, भारी वर्षा के कारण नदी-नालों का जलस्तर बढ़ सकता है, पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और मैदानी इलाकों में जलभराव की स्थिति बन सकती है। प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को अलर्ट मोड पर रहने और संवेदनशील स्थानों पर तैनाती बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं। बिजली गिरने के खतरे को देखते हुए ग्रामीण एवं शहरी इलाकों के लोगों को खुले मैदानों, पेड़ों के नीचे और बिजली के खंभों के पास जाने से बचने की सलाह दी गई है।

जनता से अपील – सावधानी ही सुरक्षा
जिलाधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करें, अनावश्यक यात्रा से बचें और नदी-नालों के किनारे जाने से परहेज़ करें। पर्वतीय मार्गों पर यात्रा करने से पहले मार्ग की स्थिति की जानकारी लेना आवश्यक बताया गया है।

प्रशासन ने आपातकालीन सेवाओं को चौकस रहने और राहत-बचाव दलों को तैयार रखने के निर्देश दिए हैं। मौसम विभाग का कहना है कि यह बारिश स्थानीय कृषि के लिए फायदेमंद हो सकती है, लेकिन अत्यधिक वर्षा से फसल और संपत्ति को नुकसान भी संभव है। अतः नागरिकों को सतर्कता और सावधानी बरतने की सख्त जरूरत है।

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