एक ही परिवार के तीन लोगों की दर्दनाक मौत से पिरान कलियर में मातम का माहौल, गंगनहर में फिसलकर डूबा बेटा, बचाने कूदा पिता और बहन भी लहरों में समाई, SDRF का सर्च ऑपरेशन जारी, सुरक्षा इंतजामों पर उठे सवाल

इन्तजार रजा हरिद्वार- एक ही परिवार के तीन लोगों की दर्दनाक मौत से पिरान कलियर में मातम का माहौल,
गंगनहर में फिसलकर डूबा बेटा, बचाने कूदा पिता और बहन भी लहरों में समाई,
SDRF का सर्च ऑपरेशन जारी, सुरक्षा इंतजामों पर उठे सवाल
हरिद्वार | Daily Live Uttarakhand
हरिद्वार के पिरान कलियर क्षेत्र में शुक्रवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके को शोक और सन्नाटे में डुबो दिया। रामपुर से जियारत के लिए दरगाह आए एक ही परिवार के तीन सदस्य गंगनहर की तेज धाराओं में समा गए। घटना उस वक्त हुई जब परिवार के लोग नहर किनारे बैठे थे और उनका 15 वर्षीय बेटा अचानक फिसलकर पानी में गिर पड़ा।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बेटे को डूबता देख पिता ने बिना एक पल गंवाए खुद को पानी में झोंक दिया। लेकिन गंगनहर की खतरनाक धाराएं इतनी तेज थीं कि वह भी बह गया। इसी भयावह दृश्य को देख रही उसकी 10 साल की बहन ने भी घबराकर पानी में छलांग लगा दी और कुछ ही क्षणों में वह भी लहरों में गायब हो गई।
हाहाकार मच गया, लोग चीखते रहे लेकिन मदद नहीं मिली
यह दृश्य वहां मौजूद लोगों के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं था। परिवार के बाकी सदस्य और प्रत्यक्षदर्शी चीखते-चिल्लाते रह गए लेकिन तेज बहाव और गहराई के कारण कोई भी उन्हें बचा नहीं सका। परिजनों की चीख-पुकार से माहौल गमगीन हो गया। कुछ ही देर में पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई।
पुलिस और SDRF ने शुरू किया सर्च ऑपरेशन
घटना की सूचना मिलते ही कलियर पुलिस और SDRF की टीमें मौके पर पहुंचीं और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया। हालांकि, गंगनहर की तेज धाराओं और गहराई के चलते बचाव दल को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अब तक डूबे हुए किसी भी व्यक्ति का सुराग नहीं मिल पाया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी है। मौके पर गोताखोरों की टीम भी तैनात की गई है। आसपास के थाना क्षेत्रों की पुलिस को भी सतर्क किया गया है ताकि अगर बहाव में कोई शव आगे निकल जाए तो उसे तत्काल रोका जा सके।
क्यों नहीं हैं पर्याप्त सुरक्षा इंतज़ाम?
इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है। पिरान कलियर की गंगनहर पर जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं, वहां ना तो किसी प्रकार की चेतावनी बोर्ड लगे हैं और ना ही सुरक्षा के लिए रेलिंग या बैरिकेडिंग की व्यवस्था है। यहां तक कि नहर किनारे बैठे लोगों को सावधानी बरतने के लिए कोई निगरानी कर्मी भी तैनात नहीं रहता।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहला मामला नहीं है, जब कोई गंगनहर में डूबा हो। इसके बावजूद प्रशासन की नींद नहीं खुल रही है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या किसी और परिवार की जान जाने के बाद ही नहर किनारे सुरक्षा उपाय किए जाएंगे?
प्रशासन से कार्रवाई की मांग
इस हृदयविदारक हादसे के बाद स्थानीय सामाजिक संगठनों और ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि नहर किनारे बैरिकेडिंग की जाए, सुरक्षा चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं और निगरानी कर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की जाए। साथ ही, SDRF टीम की संख्या और उपकरणों को भी बढ़ाने की मांग उठ रही है।
: अब और लापरवाही नहीं चलेगी
पिरान कलियर में हुआ यह हादसा केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही का जीता-जागता उदाहरण है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ वाले स्थलों पर जब तक पुख्ता इंतज़ाम नहीं होंगे, तब तक ऐसी घटनाएं दोहराई जाती रहेंगी।
अब जरूरत है जागरूकता और जिम्मेदारी की — ताकि कोई और बच्चा, पिता या बहन यूं ही गंगनहर की लहरों में न समा जाए।
रिपोर्ट: इंतजार रजा, हरिद्वार
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