हरिद्वार जिले भर में शराब दुकानों पर प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, औचक छापेमारी में अनियमितताओं का भंडाफोड़, नियमों की खुली उड़ाई जा रही थीं धज्जियां, जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रशासन सख्त, दोषियों पर होगी कठोर कार्यवाही

इन्तजार रजा हरिद्वार -हरिद्वार जिले भर में शराब दुकानों पर प्रशासन की बड़ी कार्रवाई,
औचक छापेमारी में अनियमितताओं का भंडाफोड़, नियमों की खुली उड़ाई जा रही थीं धज्जियां,
जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रशासन सख्त, दोषियों पर होगी कठोर कार्यवाही
हरिद्वार, 29 अप्रैल 2025 — जनपद हरिद्वार में संचालित देशी एवं विदेशी मदिरा की दुकानों में अनियमितताओं की बढ़ती शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी श्री कर्मेन्द्र सिंह ने समस्त उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में संचालित शराब की दुकानों का औचक निरीक्षण करें। इस निर्देश के अनुपालन में 29 अप्रैल को जनपदभर में प्रशासनिक अधिकारियों की कई टीमों द्वारा छापेमारी की गई, जिसमें कई चौंकाने वाली अनियमितताएं उजागर हुईं।
ओवररेटिंग, बिल की अनुपलब्धता, सीसीटीवी बंद:
सलेमपुर तिराहा स्थित विदेशी मदिरा की दुकान में निरीक्षण के दौरान यह सामने आया कि किंगफिशर स्ट्रॉन्ग बीयर की एमआरपी ₹195 होते हुए भी ग्राहकों से ₹200 वसूले जा रहे थे। इसके साथ ही, ग्राहकों को कोई बिल भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा था। भुगतान के लिए स्वीप मशीन रखी थी, लेकिन नियमों के तहत जरूरी रेट लिस्ट का बोर्ड मानक से छोटा पाया गया। दुकान में कार्यरत तीन सेल्समैन बिना परिचय पत्र के पाए गए। टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर और जिला आबकारी अधिकारी का संपर्क नंबर भी दुकान में प्रदर्शित नहीं था।
बेगमपुर में कैमरे बंद, स्टॉक पंजिका गायब:
बेगमपुर की विदेशी शराब की दुकान में भी बड़ी लापरवाही सामने आई। भुगतान के लिए स्वीप मशीन तो थी, लेकिन दुकान के बाहर रेट लिस्ट नहीं लगी थी। सीसीटीवी कैमरे मौजूद थे पर कार्यरत नहीं थे। स्टॉक पंजिका के बारे में पूछने पर बताया गया कि वह आबकारी कार्यालय में रखी है, जो निरीक्षण के दौरान अनुपलब्ध होना गंभीर उल्लंघन है।
बहादराबाद में कीमत से ज़्यादा वसूली, रिकॉर्ड अधूरा:
नगर मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान द्वारा बहादराबाद बायपास की दुकान का निरीक्षण किया गया, जहां रॉयल स्टैग हॉफ की एमआरपी ₹405 होते हुए भी ₹410 में बेचा जा रहा था। बिल नहीं दिए जा रहे थे, तीनों सेल्समैन परिचय पत्र विहीन पाए गए। दुकान में नौ सीसीटीवी कैमरे तो थे, लेकिन केवल पांच ही संचालित हो रहे थे। स्टॉक पंजिका भी नहीं दिखाई गई। नया गांव स्थित दुकान में भी ओवर रेटिंग और सीसीटीवी का संचालन ठप पाया गया।
झबरेड़ा व इकबालपुर में स्टॉक की हेराफेरी:
रुड़की के अपर उप जिलाधिकारी प्रेमलाल ने झबरेड़ा की दुकान में स्टॉक रजिस्टर का मिलान किया, जहां शराब की बिक्री का उचित रिकॉर्ड दर्ज मिला। लेकिन इकबालपुर की विदेशी मदिरा दुकान में स्टॉक में 36 बोतलों की कमी पाई गई, जिनका कोई लेखा-जोखा नहीं था। रॉयल स्टैग ब्रांड की 12 बोतलों का भी कोई हिसाब नहीं दिया जा सका। गंभीर बात यह रही कि 23 अप्रैल के बाद किसी भी बिक्री का रिकॉर्ड पंजिका में दर्ज नहीं किया गया था।
इमलीखेड़ा धर्मपुर में नियमों की सरेआम धज्जियां:
भगवानपुर के उप जिलाधिकारी अजयवीर सिंह द्वारा इमलीखेड़ा धर्मपुर स्थित देशी व विदेशी शराब की दुकानों पर छापेमारी की गई, जहां नियमों की खुली अवहेलना पाई गई। न रेट लिस्ट थी, न प्रशिक्षित सेल्समैन। शराब की बिक्री प्राइवेट लड़कों द्वारा की जा रही थी। एमआरपी से ₹10 अधिक वसूले जा रहे थे। दुकान में घरेलू गैस सिलेंडर व 5 किग्रा का सिलेंडर भी पाया गया, जो सुरक्षा मानकों का गंभीर उल्लंघन है।
लक्सर, रायसी और धनपुरा में स्थिति संतोषजनक:
उप जिलाधिकारी लक्सर सौरभ असवाल द्वारा खानपुर एवं रायसी में तथा उप जिलाधिकारी हरिद्वार जितेन्द्र कुमार द्वारा जगजीतपुर एवं धनपुरा की दुकानों का निरीक्षण किया गया, जहां किसी भी प्रकार की अनियमितता नहीं पाई गई। इन क्षेत्रों में शराब विक्रेताओं द्वारा अपेक्षित मानकों का पालन किया गया है।

जिलाधिकारी श्री कर्मेन्द्र सिंह ने स्पष्ट किया है कि नियमों का उल्लंघन किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी उप जिलाधिकारियों द्वारा प्रस्तुत निरीक्षण रिपोर्टों के आधार पर दोषियों के विरुद्ध कठोर प्रशासनिक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में ऐसी छापेमारी नियमित रूप से जारी रहेंगी, जिससे शराब बिक्री व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित हो सके।