पिरान कलियर पुलिस की मानवीय मिसाल: 4 वर्षीय मासूम को सकुशल मिलाया परिजनों से,, CCTV कैमरों की बारीकी से खंगालने और 12 घंटे की अथक मेहनत से लौटी मुस्कान,, दरगाह क्षेत्र में गुम हुई बालिका को कलियर पुलिस ने संवेदनशीलता और तत्परता से किया बरामद,,

इन्तजार रजा हरिद्वार- पिरान कलियर पुलिस की मानवीय मिसाल: 4 वर्षीय मासूम को सकुशल मिलाया परिजनों से,,
CCTV कैमरों की बारीकी से खंगालने और 12 घंटे की अथक मेहनत से लौटी मुस्कान,,
दरगाह क्षेत्र में गुम हुई बालिका को कलियर पुलिस ने संवेदनशीलता और तत्परता से किया बरामद,,
हरिद्वार। थाना पिरान कलियर पुलिस ने एक बार फिर अपने मानवीय संवेदनाओं का उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया है। दरगाह साबिर पाक में गुम हुई चार वर्षीय बालिका की त्वरित खोज कर पुलिस ने न केवल परिवार की चिंता दूर की, बल्कि यह साबित किया कि हरिद्वार पुलिस जनता की सुरक्षा और सेवा के लिए हर पल तत्पर है।
मामला दिनांक 07 अक्टूबर 2025 का है, जब थाना पिरान कलियर पर श्रीमती आमना पत्नी रियासत अली निवासी ईदगाह बस्ती, थाना कांठ, जिला मुरादाबाद (उ.प्र.) द्वारा सूचना दी गई कि उनकी चार वर्षीय पोती साबरिन पुत्री हैदर दरगाह साबिर पाक, पिरान कलियर से अचानक कहीं लापता हो गई है। मासूम बच्ची के लापता होने की खबर मिलते ही परिजनों में हड़कंप मच गया और पूरे क्षेत्र में बेचैनी का माहौल बन गया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी रविन्द्र कुमार के नेतृत्व में तत्काल मुकदमा पंजीकृत किया गया—मु0अ0सं0 267/2025, धारा 137(2) बीएनएस बनाम अज्ञात। पुलिस ने मामले को सर्वोच्च प्राथमिकता में लेते हुए तीन विशेष टीमों का गठन किया और दरगाह व आसपास के क्षेत्रों की घेराबंदी कर दी।
टीमों ने दरगाह परिसर, आसपास की गलियों और मुख्य बाजार क्षेत्रों में लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की। बालिका की अंतिम झलक किस दिशा में गई, इसका पता लगाने के लिए कलियर पुलिस ने बारीकी से हर सेकंड का वीडियो विश्लेषण किया। पतारसी-सुरागरसी के साथ ही क्षेत्र के लोगों से पूछताछ की गई और संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई।
लगातार 12 घंटे की अथक मेहनत और लगन के चलते पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी। बालिका साबरिन को सुरक्षित बरामद कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। जैसे ही बच्ची घर पहुंची, परिवार की आंखों में खुशी के आंसू और राहत की चमक साफ झलक रही थी।
परिजनों ने पुलिस की इस मानवीय संवेदनशीलता और त्वरित कार्रवाई की खुलकर सराहना की। उन्होंने कहा कि “हरिद्वार पुलिस ने जिस तरह से दिन-रात एक कर हमारी बच्ची को खोज निकाला, उसके लिए हम तहे दिल से आभारी हैं।”
थानाध्यक्ष रविन्द्र कुमार ने बताया कि बालिका की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता थी और टीम ने पूरी ईमानदारी के साथ खोजबीन की। उन्होंने कहा कि यह पुलिस के लिए केवल एक कर्तव्य नहीं बल्कि एक “मानवीय जिम्मेदारी” थी, जिसे पूरी निष्ठा के साथ निभाया गया।
खोज और बरामदगी में शामिल पुलिस टीम:
- थानाध्यक्ष रविन्द्र कुमार
- व0उ0नि0 बबलू चौहान
- म0उ0नि0 विशाखा असवाल
- हे0का0 जमशेद अली
- हे0का0 रविन्द्र बालियान
- हे0का0 सोनू कुमार
- का0 भादूराम
- का0 तेजपाल सिंह
पिरान कलियर पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई ने न केवल कानून-व्यवस्था पर जनता का विश्वास और मजबूत किया है, बल्कि यह भी साबित किया है कि हरिद्वार पुलिस मानवता और सेवा भावना की सच्ची प्रतीक है।
यह मामला हरिद्वार पुलिस के “जनसेवा, जनसुरक्षा और मानवीयता” के मिशन को फिर से सार्थक करता है।