सीएम धामी ने दिए सख्त निर्देश: चारधाम यात्रा के हेली संचालन में लापरवाही नहीं चलेगी, पायलटों को विश्राम, हेलीकॉप्टरों की तकनीकी जांच और उड़ान सीमा की होगी निगरानी, आपात स्थिति के लिए यूकाडा रहे तैयार, अतिरिक्त हेलीपैड की संभावनाएं तलाशने के आदेश

इन्तजार रजा हरिद्वार- सीएम धामी ने दिए सख्त निर्देश: चारधाम यात्रा के हेली संचालन में लापरवाही नहीं चलेगी,
पायलटों को विश्राम, हेलीकॉप्टरों की तकनीकी जांच और उड़ान सीमा की होगी निगरानी,
आपात स्थिति के लिए यूकाडा रहे तैयार, अतिरिक्त हेलीपैड की संभावनाएं तलाशने के आदेश
देहरादून, 12 जून 2025 —
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर चारधाम यात्रा के दौरान हेली सेवाओं के सुरक्षित, सुचारू और अनुशासित संचालन को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। बैठक में साफ कहा गया कि हेली सेवा संचालन की नियमावली का सख्ती से पालन हर हाल में सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को चेताया कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए कि यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर पायलटों को नियमित अंतराल पर उचित विश्राम दिया जाए। पायलटों की थकान के चलते संभावित मानवीय त्रुटियों से बचाव के लिए यह कदम अनिवार्य बताया गया। साथ ही, हेलीकॉप्टरों की तकनीकी फिटनेस की समयबद्ध जांच को भी अनिवार्य करने का निर्देश दिया गया।
मुख्यमंत्री धामी ने एविएशन कंपनियों की दैनिक उड़ानों की अधिकतम सीमा की समीक्षा करने का आदेश भी दिया ताकि तकनीकी खामियों या अत्यधिक दबाव के कारण किसी भी दुर्घटना की संभावना को न्यूनतम किया जा सके। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और यात्रा व्यवस्था को प्राथमिकता बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हर स्तर पर सतर्कता बरती जाए।
बैठक में मौसम की अचानक खराबी या अन्य आपात स्थितियों से निपटने के लिए उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) को पूर्ण तैयारी रखने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही चारधाम यात्रा मार्ग में संभावित अतिरिक्त हेलीपैड विकसित करने की संभावनाओं पर भी गहन समीक्षा के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि चारधाम यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि उत्तराखंड की गरिमा और जिम्मेदारी का विषय भी है। इसलिए सभी संबंधित विभागों और एजेंसियों को पूरी प्रतिबद्धता और सावधानी के साथ कार्य करना होगा। यात्रा व्यवस्था की हर छोटी-बड़ी कड़ी पर बारीकी से नजर रखने और अनुशासन सुनिश्चित करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए।
इस बैठक के माध्यम से सरकार ने यह संकेत दे दिया है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और हेली सेवा से जुड़ी हर गतिविधि सरकार की निगरानी में रहेगी।