पुलिस ने बढ़ाया कांवड़िए भोलों का हौसला,, एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल के नेतृत्व में पुष्पवर्षा व सेवा वितरण से झूम उठे श्रद्धालु

इन्तजार रजा हरिद्वार- पुलिस ने बढ़ाया कांवड़िए भोलों का हौसला,,
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल के नेतृत्व में पुष्पवर्षा व सेवा वितरण से झूम उठे श्रद्धालु
हरिद्वार, 15 जुलाई 2025 —
कांवड़ यात्रा 2025 अपने चरम पर है और हरिद्वार की गलियों, सड़कों और घाटों पर भोलेभक्तों की श्रद्धा और उमंग का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। इस पुण्य अवसर पर हरिद्वार पुलिस न केवल सुरक्षा व्यवस्था को संभाले हुए है, बल्कि भोलों के स्वागत-सत्कार में भी पूरे दिल से जुटी हुई है। श्रद्धालुओं की सेवा भावना को बढ़ाने और उन्हें संबल देने की इस श्रृंखला में आज एक बेहद भावुक और प्रेरणादायक दृश्य देखने को मिला जब हरिद्वार के एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल के नेतृत्व में पुलिस बल ने सीसीआर चौक पर पुष्पवर्षा कर कांवड़ियों का स्वागत किया।
पुष्पवर्षा और सेवा से झूम उठे भोलेभक्त
सीसीआर चौक पर मंगलवार की सुबह एक अलग ही नज़ारा था। चारों ओर “बोल बम” और “हर हर महादेव” के जयकारों की गूंज थी, ढोल-नगाड़ों की थाप पर थिरकते कांवड़िए, और पुलिस कर्मियों द्वारा की जा रही पुष्पवर्षा ने माहौल को और भी भक्तिमय बना दिया। एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने स्वयं श्रद्धालुओं को माला पहनाकर उनका अभिनंदन किया और उनकी यात्रा की सफलता की कामना की।
इसके बाद कांवड़ियों को शीतल पेय, बिस्किट, फल, नमकीन व अन्य खाद्य सामग्री वितरित की गई। इस दौरान एसपी सिटी स्वप्न किशोर सिंह, सीओ लाइन अमित श्रीवास्तव, कोतवाल सिटी निरीक्षक अनिल चैहान सहित पुलिस व प्रशासन के कई अधिकारी भी उपस्थित रहे। भोलों को जहां राहत महसूस हुई, वहीं उन्होंने भी जयकारों के साथ हरिद्वार पुलिस का आभार व्यक्त किया।
जमीनी स्तर पर पुलिस की चौकस सेवा
हरिद्वार पुलिस ने कांवड़ मेले की तैयारियों को महज कागजों तक सीमित नहीं रखा है। चाहे भीड़ प्रबंधन हो, यातायात नियंत्रण, अस्थाई पुलिस चौकियों की स्थापना, या फिर महिला सुरक्षा के विशेष प्रबंध — हर मोर्चे पर पुलिस कर्मी मुस्तैदी से तैनात हैं। लेकिन जो बात इस वर्ष की यात्रा को खास बना रही है, वह है पुलिस की सेवाभावना।
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने स्वयं कई बार यह कहा है कि “कांवड़ यात्रा केवल कानून व्यवस्था की चुनौती नहीं है, बल्कि यह एक सेवा का अवसर भी है।” इसी सोच के तहत हरिद्वार पुलिस सिर्फ सुरक्षा बल नहीं, बल्कि ‘सेवक’ के रूप में भोलेभक्तों की सेवा कर रही है।
भोले के जयकारे और पुलिस के प्रति कृतज्ञता
सीसीआर चौक पर सेवा प्राप्त कर रहे कांवड़ियों की आंखों में पुलिस के इस व्यवहार के प्रति कृतज्ञता झलक रही थी। कांवड़ियों ने पुलिस अधिकारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि “हरिद्वार की पुलिस सेवा और स्नेह का जो अनुभव यहां मिला है, वह दुर्लभ है। हम सिर्फ अपने आराध्य भगवान शिव से ही नहीं, अब हरिद्वार पुलिस से भी जुड़ाव महसूस करते हैं।”
कांवड़ियों में शामिल झारखंड के एक श्रद्धालु बबलू महतो ने कहा, “हरिद्वार पुलिस ने जो सम्मान और सुविधाएं दी हैं, उससे मन गदगद हो गया है। पुष्पवर्षा तो हमारी कल्पना से भी परे थी।” वहीं मेरठ से आए श्रद्धालु किशनपाल ने कहा, “भीड़ के बावजूद इतनी शांति और सुरक्षा का माहौल देखकर लगता है कि यहां के पुलिसकर्मी सिर्फ ड्यूटी नहीं कर रहे, सेवा कर रहे हैं।”
प्रशासनिक प्रयासों से बनी है मिसाल
हरिद्वार पुलिस और प्रशासन का यह सेवा भाव केवल एक दिन का प्रयास नहीं, बल्कि पूरी यात्रा अवधि में नजर आ रहा है। जगह-जगह राहत केंद्र, मेडिकल कैम्प, मोबाइल टॉयलेट, रूट डायवर्जन और साइबर मॉनिटरिंग के इंतजामों ने इस यात्रा को सुगम बना दिया है।
एसएसपी डोभाल की नेतृत्व क्षमता और उनकी टीम की सजगता से ही यह मेला एक मिसाल बनता जा रहा है। श्रद्धालुओं को मदद देने के लिए हेल्पलाइन नंबर और महिला हेल्प डेस्क भी स्थापित किए गए हैं।
हरिद्वार में इस वर्ष की कांवड़ यात्रा एक अद्भुत समन्वय की मिसाल बन रही है—जहां आस्था, व्यवस्था और सेवा तीनों अपने चरम पर हैं। और इस समर्पण, अनुशासन और सेवा भावना के केंद्र में है – हरिद्वार पुलिस।
हरिद्वार पुलिस की इस सेवा को देख कर सहज ही कहा जा सकता है — जब भोलों की सेवा में उतरती है वर्दी, तब हर यात्रा बन जाती है तपस्या का उत्सव।