थाना पथरी में पुलिस का फ्रंट फुट एक्शन,, 15 घंटे में मुख्य आरोपी गिरफ्तार, कप्तान ने खुद संभाली कमान,, संवेदनशील सामूहिक दुष्कर्म मामले में पथरी पुलिस की त्वरित सफलता

इन्तजार रजा हरिद्वार- थाना पथरी में पुलिस का फ्रंट फुट एक्शन,,
15 घंटे में मुख्य आरोपी गिरफ्तार, कप्तान ने खुद संभाली कमान,,
संवेदनशील सामूहिक दुष्कर्म मामले में पथरी पुलिस की त्वरित सफलता
हरिद्वार। जिले के थाना पथरी क्षेत्र में एक नाबालिग बच्ची के साथ हुई सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के प्रयास की घटना में हरिद्वार पुलिस ने रिकॉर्ड समय में बड़ा एक्शन लेते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोभाल के नेतृत्व में चलाए गए इस ऑपरेशन में पुलिस टीमों ने 15 घंटे के भीतर आरोपी को रेलवे स्टेशन पथरी से दबोचकर अपनी कार्यकुशलता और त्वरित कार्रवाई का मजबूत उदाहरण पेश किया।
घटना की शुरुआत – दर्दनाक वारदात और गंभीर आरोप
दिनांक 09 अगस्त 2025 को धनपुरा पथरी निवासी पीड़िता के परिजनों ने थाना पथरी में शिकायत दर्ज कराई कि गांव के ही अरबिन्द और अन्य दो युवकों ने उनकी नाबालिग बेटी को एंकर फैक्ट्री के पास बने सुनसान मकान में जबरन ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया। घटना के बाद, पकड़े जाने के डर से आरोपियों ने नाबालिग को मकान की छत से नीचे फेंक दिया, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई। यह मामला न केवल पीड़िता और उसके परिवार के लिए दर्दनाक था, बल्कि पूरे क्षेत्र में सनसनी फैलाने वाला बन गया।
पीड़िता के पिता की तहरीर पर थाना पथरी में मु0अ0सं0 471/25 धारा 137(2), 87, 70(2), 109 बीएनएस और 5(g)/6 पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। मामले की संवेदनशीलता और इसमें शामिल दो अलग-अलग समुदायों के कारण शांतिभंग की आशंका भी बढ़ गई थी।
कप्तान ने लिया सीधे संज्ञान, बनीं विशेष टीमें
घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने तुरंत संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक देहात के निकट पर्यवेक्षण में कई विशेष पुलिस टीमें गठित कीं। कप्तान ने स्पष्ट निर्देश दिए कि मुख्य आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में विशेष निगरानी रखी जाए।
इसके बाद थाना पथरी पुलिस, चौकी फेरूपुर पुलिस और सीआईयू की संयुक्त टीमों ने साक्ष्यों का अवलोकन करते हुए मैनुअल पुलिसिंग और मुखबिर तंत्र का प्रभावी इस्तेमाल शुरू किया। आरोपियों के संभावित ठिकानों की घेराबंदी और लगातार ट्रैकिंग की गई।
15 घंटे में बड़ी सफलता – मुख्य आरोपी गिरफ्त में
कड़ी मशक्कत और कुशल रणनीति के चलते पुलिस टीम ने 10 अगस्त 2025 को महज 15 घंटे में मुख्य आरोपी अरबिन्द पुत्र सुशील (उम्र 19 वर्ष) निवासी धनपुरा को रेलवे स्टेशन पथरी से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक, अन्य फरार आरोपियों की तलाश के लिए टीमों को अलग-अलग क्षेत्रों में रवाना कर दिया गया है और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी भी सुनिश्चित की जाएगी।
शांतिभंग रोकने के लिए विशेष निगरानी
क्योंकि मामला दो समुदायों से जुड़ा हुआ है, पुलिस ने संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त बल की तैनाती की। गांव और आसपास के इलाकों में रात्रिकालीन गश्त बढ़ाई गई, जिससे किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को टाला जा सके। पुलिस अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से संवाद कर उन्हें भरोसा दिलाया कि न्याय सुनिश्चित किया जाएगा और दोषियों को सख्त सजा दिलाई जाएगी।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी में निम्न पुलिसकर्मियों की अहम भूमिका रही –
- थानाध्यक्ष पथरी – मनोज नौटीयाल
- व0उ0नि0 यशवीर नेगी – थाना पथरी
- उ0नि0 अशोक सिरसवाल – चौकी प्रभारी फेरूपुर
- कॉन्स्टेबल मुकेश
- कॉन्स्टेबल जयपाल
- कॉन्स्टेबल गंभीर
- कॉन्स्टेबल सतेन्द्र शर्मा
- कॉन्स्टेबल नारायण
- कॉन्स्टेबल दौलत
- कॉन्स्टेबल वसीम – सीआईयू
इन सभी पुलिसकर्मियों ने बिना समय गवाए एकजुट होकर ऑपरेशन को अंजाम दिया।
जनता में भरोसा, पुलिस की छवि मजबूत
इस त्वरित कार्रवाई से हरिद्वार पुलिस ने न केवल पीड़िता के परिवार में भरोसा जगाया, बल्कि आम जनता के बीच भी अपनी छवि को और मजबूत किया है। कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोभाल का फ्रंट फुट पर आकर नेतृत्व करना और पुलिस टीम का जमीनी स्तर पर सक्रिय रहना इस सफलता की सबसे बड़ी कुंजी साबित हुई।
हरिद्वार पुलिस का यह संदेश साफ है – अपराध चाहे कितना भी गंभीर और संवेदनशील क्यों न हो, पुलिस तत्परता और प्रोफेशनलिज्म के साथ कानून का पालन करवाने में सक्षम है। आने वाले दिनों में इस मामले के शेष आरोपियों की गिरफ्तारी भी तय है, जिससे पीड़िता को न्याय दिलाने की प्रक्रिया और तेज होगी।