कोर्ट में नियुक्त पुलिसकर्मियों को फिंगरप्रिंट प्रक्रिया की जानकारी दी गई, अभियुक्तों के चिन्हांकन की तकनीकी प्रणाली पर हुआ प्रशिक्षण

इन्तजार रजा हरिद्वार- कोर्ट में नियुक्त पुलिसकर्मियों को फिंगरप्रिंट प्रक्रिया की जानकारी दी गई,
अभियुक्तों के चिन्हांकन की तकनीकी प्रणाली पर हुआ प्रशिक्षण
हरिद्वार। पुलिस कार्यालय सभागार में आज मा. न्यायालयों में नियुक्त पुलिसकर्मियों को एक विशेष प्रशिक्षण सत्र में कोर्ट से सजा प्राप्त अभियुक्तों के फिंगरप्रिंट लेने की प्रक्रिया के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य न्यायिक प्रक्रिया को सुदृढ़ करना और अभियुक्तों के पहचान चिन्ह (फिंगरप्रिंट) को वैज्ञानिक तरीके से दर्ज कराना था, ताकि भविष्य में अपराधों की रोकथाम और पहचान सुनिश्चित की जा सके।
प्रशिक्षण सत्र की अध्यक्षता संबंधित पुलिस उपाधीक्षक द्वारा की गई, जिसमें बताया गया कि अभियुक्त को सजा मिलने के पश्चात उसके फिंगरप्रिंट लेना अनिवार्य है। यह प्रक्रिया अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (CCTNS/NCRB) में दर्ज होती है, जो देशभर में आपराधिक आंकड़ों के संग्रहण और विश्लेषण के लिए प्रयोग में लाई जाती है।
अधिकारियों ने बताया कि कई बार तकनीकी जानकारी के अभाव में यह आवश्यक कार्य पूर्ण नहीं हो पाता, जिससे रिकॉर्ड अधूरा रह जाता है। इसीलिए पुलिसकर्मियों को आधुनिक फिंगरप्रिंट डिवाइसेज़, आवश्यक दस्तावेज़ी प्रक्रिया, तथा न्यायालय से संबंधित प्रपत्रों की जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण में कोर्ट ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई और उन्हें बताया गया कि यह कार्य न केवल कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा है, बल्कि अपराधियों की पहचान और पुनः अपराध की रोकथाम के लिए भी आवश्यक है। अंत में, सभी कर्मियों को इस प्रक्रिया का पालन करने हेतु निर्देशित किया गया।