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नगर निगम हरिद्वार भूमि घोटाले में नया मोड़, करोड़ों की जमीन बेचने वाले विक्रेता की मौत, जांच के लिए आईएएस रणवीर पहुंचेंगे हरिद्वार, तेज होगी पूछताछ, अधिकारियों-कर्मचारियों के दर्ज होंगे बयान

इन्तजार रजा हरिद्वार- नगर निगम हरिद्वार भूमि घोटाले में नया मोड़,
करोड़ों की जमीन बेचने वाले विक्रेता की मौत, जांच के लिए आईएएस रणवीर पहुंचेंगे हरिद्वार,
तेज होगी पूछताछ, अधिकारियों-कर्मचारियों के दर्ज होंगे बयान

नगर निगम हरिद्वार में हुए बहुचर्चित भूमि खरीद घोटाले में एक नया और चौंकाने वाला मोड़ सामने आया है। नगर निगम को 54 करोड़ की कीमत पर भूमि बेचने वाले विक्रेता धनपाल सिंह (70) का मंगलवार को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से निधन हो गया। वहीं अब जांच अधिकारी आईएएस रणवीर सिंह चौहान बुधवार को हरिद्वार पहुंचने वाले हैं, जहां वह तहसील और नगर निगम से जुड़े कर्मचारियों व अन्य विक्रेताओं के बयान दर्ज करेंगे।

यह वही मामला है जिसमें नगर निगम ने कूड़ा निस्तारण केंद्र के विस्तार के लिए 33 बीघा जमीन खरीदी थी। आरोप हैं कि यह भूमि कृषि योग्य थी लेकिन उसे व्यवसायिक दिखाकर खरीद लिया गया, जिससे उसका सर्किल रेट पांच गुना तक बढ़ गया। यही नहीं, यह भी दावा किया जा रहा है कि रजिस्ट्रेशन से पहले ही अंदरूनी सांठगांठ कर पूरी डील को वैध बनाने की कोशिश की गई थी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आईएएस रणवीर सिंह की अगुवाई में एक जांच कमेटी का गठन किया था। प्रारंभिक जांच के आधार पर नगर निगम के चार अधिकारियों-कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया, जबकि सेवा विस्तार पर कार्यरत एक लिपिक की सेवाएं समाप्त कर दी गई थीं।

अब तक की जांच में  कई अधिकारियों के बयान दर्ज हो चुके हैं। वहीं, विक्रेता धनपाल सिंह की मृत्यु से एक अहम गवाह अब इस केस से बाहर हो चुका है। इससे जांच की दिशा पर भी प्रभाव पड़ सकता है, लेकिन अधिकारी मानते हैं कि अन्य दस्तावेजी साक्ष्य और बयानों के आधार पर दोषियों को चिन्हित किया जाएगा।आईएएस रणवीर सिंह की मौजूदगी में आने वाले दिनों में पूछताछ का दायरा और तेज होगा। इस मामले को लेकर जनता और मीडिया की निगाहें टिकी हैं। उम्मीद की जा रही है कि जांच जल्द पूरी कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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