दरिंदगी की साझेदार पूर्व भाजपा नेत्री अनामिका शर्मा और प्रेमी सुमित पटवाल को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर रानीपुर पुलिस ने आरोपियों को जेल से निकाला,, SIT मथुरा-आगरा में जुटाएगी सुबूत,, SIT का ऑपरेशन: मथुरा और आगरा में जुटेंगे तकनीकी व भौतिक साक्ष्य,, क्या पीछे है कोई राजनीतिक रसूख?

इन्तजार रजा हरिद्वार- दरिंदगी की साझेदार पूर्व भाजपा नेत्री अनामिका शर्मा और प्रेमी सुमित पटवाल को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर रानीपुर पुलिस ने आरोपियों को जेल से निकाला,, SIT मथुरा-आगरा में जुटाएगी सुबूत,, SIT का ऑपरेशन: मथुरा और आगरा में जुटेंगे तकनीकी व भौतिक साक्ष्य,, क्या पीछे है कोई राजनीतिक रसूख?
हरिद्वार/इन्तजार रजा।
हरिद्वार में बेटी से यौन शोषण के गंभीर आरोपों में घिरी पूर्व भाजपा नेत्री अनामिका शर्मा और उसके प्रेमी सुमित पटवाल की पुलिस रिमांड मंजूर हो चुकी है। अदालत ने दोनों को तीन दिन की पुलिस कस्टडी में भेजने के आदेश दिए हैं। आदेश मिलते ही हरकत में आई रानीपुर कोतवाली पुलिस की टीम ने दोनों आरोपियों को सोमवार सुबह जिला कारागार से निकालकर सख्त सुरक्षा घेरे में रवाना कर दिया। अब इन दोनों को एसआईटी टीम मथुरा और आगरा ले जाकर उन सभी जगहों पर ले जाएगी, जहां अपराध से जुड़ी संभावित घटनाएं सामने आई थीं।
इस मामले ने पूरे प्रदेश ही नहीं, देशभर में आक्रोश और चिंता पैदा कर दी है। “माँ” शब्द को कलंकित करने वाले इस कांड ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। पुलिस अब हर उस पहलू की गहराई से जांच कर रही है, जिससे ये साबित हो सके कि आखिर दरिंदगी के पीछे की हकीकत क्या है।
🔍 SIT का ऑपरेशन: मथुरा और आगरा में जुटेंगे तकनीकी व भौतिक साक्ष्य
पुलिस सूत्रों की मानें तो रिमांड के दौरान एसआईटी टीम होटल रजिस्टर, सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल रिकॉर्ड, मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग और अन्य डिजिटल साक्ष्यों को खंगालेगी। उन जगहों पर छानबीन की जाएगी, जहां अनामिका और सुमित के जाने के प्रमाण मिले हैं और जिनका घटना से प्रत्यक्ष या परोक्ष संबंध हो सकता है।
इस पूरे ऑपरेशन की निगरानी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोभाल और एसपी सिटी पंकज गैरोला स्वयं कर रहे हैं। जिला कारागार से आरोपियों को निकालने की जिम्मेदारी रानीपुर कोतवाली प्रभारी कमल मोहन भंडारी के नेतृत्व में एसआई विकास रावत, एसआई मनसा ध्यानी और एएसआई रीना कुमर की टीम को दी गई थी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मामले को कोर्ट में मजबूत बनाने के लिए कड़ी कानूनी तैयारी चल रही है और SIT के पास इस केस को “पुख्ता साक्ष्यों” से साबित करने की चुनौती है।
📢 रिमांड पर जाते समय अनामिका का चौंकाने वाला बयान
जब अनामिका शर्मा को जेल से रिमांड पर बाहर निकाला गया, उस दौरान उसने मीडिया के सामने चिल्लाते हुए अपनी बात रखनी चाही। उसने कहा—
“ये सब मेरे पति की साजिश है। ये प्रॉपर्टी का मामला है। मेरे पति ने 6 साल में मेरी बीस करोड़ की संपत्ति हड़प ली है। मैं उसे डिवोर्स देना चाहती थी। और भी बहुत कुछ है जो मैं बताना चाहती हूं।”
अनामिका का यह बयान पुलिस और SIT दोनों के लिए जांच का एक नया पहलू खोल सकता है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि इस बयान को फिलहाल बचाव की रणनीति और ध्यान भटकाने का प्रयास माना जा रहा है।
🕵️♀️ क्या पीछे है कोई राजनीतिक रसूख?
इस पूरे मामले में एक अहम सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या अनामिका शर्मा को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त था? एक पूर्व भाजपा नेत्री के रूप में उसकी छवि और संपर्क क्या किसी प्रभावशाली गुट से जुड़े हैं? SIT इस बिंदु को भी गंभीरता से खंगाल रही है। पुलिस को शक है कि आरोपियों को अब तक जो संरक्षण मिलता रहा, उसके पीछे कोई बड़ा नाम हो सकता है।
यदि यह साबित होता है कि मामले को दबाने या मोड़ने का प्रयास किसी राजनीतिक प्रभाव से किया गया है, तो इसकी गूंज सिर्फ हरिद्वार नहीं बल्कि देहरादून और दिल्ली तक सुनाई दे सकती है।
👁🗨 पूरा देश देख रहा है, न्याय की उम्मीदें जगीं
इस मामले ने सामाजिक और राजनीतिक दोनों मोर्चों पर हलचल मचा दी है। सवाल सिर्फ एक लड़की के शोषण का नहीं, बल्कि उस व्यवस्था पर भी है जिसमें मां, नेता और सत्ता—तीनों का मुखौटा पहनकर कोई अपने स्वार्थ के लिए एक मासूम की जिंदगी को तबाह कर सकता है।
- क्या SIT दोषियों को पूरी तरह बेनकाब कर पाएगी?
- क्या प्रॉपर्टी विवाद की आड़ में हो रहे अपराध का पर्दाफाश होगा?
- क्या इस केस में पर्दे के पीछे छिपे चेहरों का भी खुलासा हो पाएगा?
📣 यह सिर्फ एक केस नहीं, इंसानियत की लड़ाई है
हरिद्वार की इस घटना ने एक बार फिर से यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि जब रक्षक ही भक्षक बन जाएं, तो न्याय की डगर कितनी कठिन होती है। लेकिन कानून की पकड़ से कोई नहीं बच सकता—चाहे वह राजनेता हो, रसूखदार हो या मां के नाम पर कलंक बन चुकी कोई महिला।
हर अपडेट के लिए जुड़े रहिए Daily Live Uttarakhand के साथ। क्योंकि यह केस नहीं,
इंसाफ की अग्निपरीक्षा है — और इंसानियत की सबसे बड़ी लड़ाई भी!