हरिद्वार को कच्ची शराब से मुक्त करने का संकल्प,, SSP हरिद्वार के सख्त निर्देशों पर पथरी पुलिस की बड़ी कार्रवाई,, SSP हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की सख्ती, थानाध्यक्ष मनोज नौटियाल की अगुवाई में पुलिस की तत्परता,, ड्रोन से निगरानी, ज़मीन पर कार्रवाई – 10,000 लीटर कच्ची शराब का लाहन किया गया नष्ट,,

इन्तजार रजा हरिद्वार- हरिद्वार को कच्ची शराब से मुक्त करने का संकल्प,,
SSP हरिद्वार के सख्त निर्देशों पर पथरी पुलिस की बड़ी कार्रवाई,, SSP हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की सख्ती, थानाध्यक्ष मनोज नौटियाल की अगुवाई में पुलिस की तत्परता,, ड्रोन से निगरानी, ज़मीन पर कार्रवाई – 10,000 लीटर कच्ची शराब का लाहन किया गया नष्ट,,
हरिद्वार – 09 जुलाई 2025
हरिद्वार जिले को अवैध कच्ची शराब की गतिविधियों से पूरी तरह मुक्त करने के उद्देश्य से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) हरिद्वार अजय सिंह द्वारा सभी थाना और कोतवाली क्षेत्रों को विशेष अभियान चलाने के निर्देश जारी किए गए हैं। इसी क्रम में थाना पथरी पुलिस द्वारा दिनांक 09 जुलाई 2025 को एक बड़े पैमाने पर छापेमारी अभियान चलाया गया, जिसमें पुलिस ने अवैध शराब निर्माण के अड्डों पर सीधा प्रहार करते हुए लगभग 10,000 लीटर लाहन को मौके पर ही नष्ट कर दिया।
जंगलों के बीच छिपी थी शराब के भट्ठी
इस विशेष अभियान की रूपरेखा उन सूचनाओं के आधार पर तैयार की गई थी, जो पथरी क्षेत्र के दिनारपुर, ऐथल और आसपास के जंगलों से प्राप्त हुई थीं। यह सूचना मिली थी कि वहां नालों और झाड़ियों के बीच कच्ची शराब बनाने के भट्ठे तैयार किए गए हैं, जहां न सिर्फ अवैध उत्पादन हो रहा है, बल्कि क्षेत्रीय कानून व्यवस्था को भी चुनौती दी जा रही है।
पुलिस टीम ने बारीकी से योजना बनाकर जंगल के भीतर दबिश दी और मौके पर मौजूद कच्ची शराब निर्माण सामग्री, ड्रम, पाइपलाइन, बर्तन आदि को जब्त कर नष्ट कर दिया। अभियान के दौरान मिले 10,000 लीटर लाहन को भी मौके पर ही सतर्कता से नष्ट किया गया, ताकि दोबारा उसका उपयोग न हो सके।
ड्रोन से निगरानी बनी पुलिस की बड़ी ताकत
इस पूरे अभियान में तकनीक की अहम भूमिका रही। ड्रोन कैमरों की सहायता से जंगलों की ऊंचाई से निगरानी की गई, जिससे संदिग्ध स्थानों की सटीक लोकेशन पुलिस को मिल सकी। इसके चलते पुलिस टीम को जंगल में इधर-उधर भटकना नहीं पड़ा और सीधा टारगेट कर कार्रवाई की जा सकी।
हरिद्वार पुलिस द्वारा अपनाई गई यह आधुनिक तकनीक न सिर्फ अवैध गतिविधियों को ट्रैक करने में सहायक हो रही है, बल्कि इससे पुलिस की कार्रवाई में सटीकता और गति भी आई है। SSP हरिद्वार ने भी ड्रोन के इस उपयोग को “क्राइम कंट्रोल में गेम चेंजर” बताया है।
SSP हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की सख्ती, थानाध्यक्ष मनोज नौटियाल की अगुवाई में पुलिस की तत्परता
SSP अजय सिंह द्वारा जिले के सभी थाना क्षेत्रों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि कच्ची शराब पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाए। उन्होंने कहा कि अवैध शराब का निर्माण और बिक्री न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यह समाज के स्वास्थ्य और युवा पीढ़ी को भी नुकसान पहुंचा रही है।
इन्हीं निर्देशों को अमल में लाते हुए पथरी पुलिस ने अपने कार्यक्षेत्र में इस गंभीर समस्या के खिलाफ निर्णायक कार्यवाही की है। यह अभियान आने वाले दिनों में और भी अधिक व्यापक स्तर पर चलाया जाएगा, ताकि शराब माफिया को जड़ से खत्म किया जा सके।
पुलिस टीम का साहसिक संचालन
इस अभियान में पथरी पुलिस के जवानों की भूमिका सराहनीय रही। छापेमारी के दौरान जंगली इलाके और गर्म मौसम के बावजूद सभी पुलिसकर्मी पूरे उत्साह के साथ जुटे रहे। अभियान का नेतृत्व थानाध्यक्ष मनोज नौटियाल ने किया, जबकि अन्य टीम में निम्न अधिकारी-कर्मचारी शामिल रहे:
- उ0नि0 रोहित कुमार
- उ0नि0 अजय कुमार
- कांस्टेबल नारायण सिंह
- कांस्टेबल राकेश नेगी
- कांस्टेबल सुशील कुमार
- कांस्टेबल मुकेश चौहान
- कांस्टेबल ब्रम्हदत्त जोशी
- कांस्टेबल चालक पंकज
इन सभी ने टीम भावना और सजगता के साथ जंगल क्षेत्र में जोखिम उठाते हुए यह कार्रवाई सफलतापूर्वक अंजाम दी।

हरिद्वार पुलिस ने आमजन से अपील की है कि यदि उन्हें अपने क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अवैध शराब निर्माण या बिक्री की सूचना मिलती है, तो वे तत्काल स्थानीय थाना या पुलिस कंट्रोल रूम को सूचित करें। उनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी और आवश्यकतानुसार उन्हें सम्मानित भी किया जाएगा।
इस अभियान ने न केवल अपराधियों को चेतावनी दी है, बल्कि यह भी दर्शा दिया है कि हरिद्वार पुलिस कानून और समाज विरोधी तत्वों के प्रति किसी भी प्रकार की ढील नहीं बरतेगी। तकनीक और तत्परता के बल पर हरिद्वार को अपराधमुक्त बनाने का यह प्रयास आने वाले समय में और भी सशक्त रूप से सामने आएगा।
– रिपोर्ट: Daily Live Uttarakhand