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कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन सतर्क,, जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक,, सभी व्यवस्थाएं समय से पूरी करने के निर्देश,, खाद्य सामग्री से लेकर स्वास्थ्य, सुरक्षा,, सफाई और बिजली-पानी तक पर सख्ती से निगरानी के निर्देश

इन्तजार रजा हरिद्वार- कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन सतर्क,,
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक,, सभी व्यवस्थाएं समय से पूरी करने के निर्देश,,
खाद्य सामग्री से लेकर स्वास्थ्य, सुरक्षा,, सफाई और बिजली-पानी तक पर सख्ती से निगरानी के निर्देश

हरिद्वार, 5 जुलाई 2025 | विशेष रिपोर्ट – Daily Live Uttarakhand

हरिद्वार में आगामी कांवड़ मेले को सफलतापूर्वक, सुरक्षित और सुव्यवस्थित ढंग से सम्पन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में शनिवार को कांवड़ मेला तैयारियों की व्यापक समीक्षा बैठक जिला कार्यालय सभागार में आयोजित की गई। इस महत्वपूर्ण बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोभाल, नगर निगम व पंचायत से लेकर बिजली, जल, स्वास्थ्य, खाद्य सुरक्षा, आपदा प्रबंधन और शिक्षा विभागों के तमाम अधिकारी मौजूद रहे।

बैठक में जिलाधिकारी ने सभी विभागों को सख्त निर्देश दिए कि 2025 की कांवड़ यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप सभी तैयारियां यात्रा शुरू होने से पहले पूरी कर ली जाएं। उन्होंने दो टूक कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही या शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

खाद्य सामग्री में मिलावट पर जीरो टॉलरेंस

जिलाधिकारी ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि कांवड़ मेला क्षेत्र, कांवड़ पटरी मार्ग, पार्किंग स्थलों और होटल-ढाबों पर खाद्य सामग्री की गुणवत्ता पर कड़ी नजर रखी जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी दशा में मिलावटी भोजन या पेय यात्रियों को न परोसा जाए।

  • सभी दुकानदारों को अनिवार्य रूप से लाइसेंस लेना होगा।
  • रेट लिस्ट का प्रदर्शन हर दुकान पर सुनिश्चित किया जाएगा।
  • नियमित जांच टीम बनाई जाएगी जो रैंडम सैंपलिंग कर जांच करेगी।
  • दोषी पाए जाने पर सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

मांस और शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध

कांवड़ यात्रा की पवित्रता को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि यात्रा मार्गों और मेला क्षेत्र में किसी भी प्रकार की मांस-मदिरा की दुकान खुली नहीं रहनी चाहिए। सभी संबंधित थानाध्यक्षों और व्यापार विभाग को इसके अनुपालन की जिम्मेदारी दी गई है।

सड़कें हों गड्ढामुक्त, जलभराव से राहत

समीक्षा के दौरान सड़क स्थिति पर विशेष ध्यान दिया गया। जिलाधिकारी ने लोनिवि और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देश दिए कि—

  • जहां भी सड़कें क्षतिग्रस्त हैं, उन्हें तत्काल ठीक किया जाए।
  • जलभराव वाले क्षेत्रों में जल निकासी की व्यवस्था हो।
  • यात्रा मार्गों पर बेरीगेटिंग का कार्य सुसंगठित रूप से और समय रहते पूरा किया जाए।
  • मार्गों की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए।

पेयजल, विद्युत और शौचालय व्यवस्था हो बेहतर

कांवड़ यात्रियों की सुविधा हेतु जिलाधिकारी ने जल संस्थान और जल निगम को स्पष्ट निर्देश दिए कि—

  • कांवड़ पटरी, मेला क्षेत्र और पार्किंग स्थलों पर निरंतर पेयजल आपूर्ति हो।
  • वाटर स्टेशनों पर जल निकासी के पर्याप्त प्रबंध हों।

विद्युत व्यवस्था के लिए:

  • अधिशासी अभियंता विद्युत को निर्देशित किया गया कि यात्रा मार्गों पर बिना बाधा विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
  • किसी भी आपात स्थिति में तत्काल जनरेटर की वैकल्पिक व्यवस्था हो।
  • पार्किंग स्थलों पर विशेष ध्यान दिया जाए।

स्वच्छता और शौचालय:

  • नगर निगम और जिला पंचायत को मोबाइल शौचालयों की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए।
  • नियमित साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए और कूड़े-कचरे का समयबद्ध निस्तारण हो।
  • प्रमुख स्थलों पर सार्वजनिक शौचालय दुरुस्त किए जाएं।

स्वास्थ्य सेवाएं और एम्बुलेंस तैनात हों

जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि—

  • मेला क्षेत्र और पटरी मार्ग पर स्वास्थ्य चेक पोस्ट पर आवश्यक औषधियां और स्टाफ मौजूद रहें।
  • पर्याप्त संख्या में एम्बुलेंस तैयार रखी जाए।
  • किसी भी आपात स्थिति में तुरंत उपचार सुविधा मुहैया कराई जाए।

स्कूल रहेंगे बंद, शिक्षा विभाग को निर्देश

कांवड़ यात्रा के दौरान भीड़ और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि मेला क्षेत्र और पटरी मार्ग से सटे सभी स्कूल यात्रा के दौरान बंद रखे जाएं। इससे छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी और ट्रैफिक पर भी नियंत्रण रहेगा।


पुलिस प्रशासन तैयार, रूट प्लान और बल तैनात

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने बैठक में बताया कि कांवड़ यात्रा के लिए पुलिस विभाग की सभी तैयारियां पूर्ण हैं।

  • प्रत्येक सेक्टर में ज़ोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए जा चुके हैं।
  • सभी चेक पोस्ट सक्रिय कर दिए गए हैं।
  • पुलिस बल की पर्याप्त तैनाती सुनिश्चित कर ली गई है।
  • रूट प्लान को लागू किया गया है, साथ ही सीसीटीवी व ड्रोन से निगरानी का इंतजाम किया जा रहा है।
  • यातायात व्यवस्था, आपातकालीन रिस्पॉन्स और भीड़ नियंत्रण के लिए पुलिस टीमों को प्रशिक्षित किया गया है।

एसएसपी ने कहा, “हमारी पूरी कोशिश है कि श्रद्धालुओं को सुरक्षित, शांतिपूर्ण और व्यवस्थित वातावरण मिले। प्रत्येक पुलिस अधिकारी और जवान को निर्देशित किया गया है कि श्रद्धालुओं से सौहार्द्रपूर्ण व्यवहार करें और हर परिस्थिति के लिए तैयार रहें।”


बैठक में ये अधिकारी भी रहे उपस्थित

इस उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में जनपद के प्रमुख अधिकारी मौजूद रहे, जिनमें शामिल थे:

  • अपर जिलाधिकारी दीपेन्द्र सिंह नेगी
  • अपर जिलाधिकारी पीएस चौहान
  • मुख्य नगर आयुक्त नंदन कुमार
  • मुख्य नगर आयुक्त राकेश चंद्र तिवारी
  • एसपी क्राइम जितेन्द्र मेहरा
  • एसपी सिटी पंकज गैरोला
  • एसीपी वरुण चौधरी
  • सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान
  • एचआरडीए सचिव मनीष कुमार सिंह
  • अपर मेलाधिकारी दयानंद सरस्वती
  • उप जिलाधिकारी जितेन्द्र कुमार, देवेंद्र नेगी, सौरभ असवाल
  • डीएसओ तेजबल सिंह
  • आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत
  • सिंचाई, खाद्य सुरक्षा, पीडब्लूडी, जल संस्थान, जल निगम, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं पुलिस विभाग के समस्त क्षेत्राधिकारी

हरिद्वार प्रशासन इस वर्ष की कांवड़ यात्रा को लेकर बेहद सतर्क, सक्रिय और प्रतिबद्ध नजर आ रहा है। जिस तरह से हर विभाग को स्पष्ट जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं और उनके प्रदर्शन की समीक्षा स्वयं जिलाधिकारी एवं एसएसपी स्तर से हो रही है, उससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि इस वर्ष की यात्रा न सिर्फ श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित होगी, बल्कि एक प्रशासनिक मिसाल भी बन सकती है।

रिपोर्ट: Intzar Raza, Daily Live Uttarakhand

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