हरिद्वार की सड़कों पर अब नहीं चलेगी स्टंटबाज़ी, नशे में धुत युवकों की करतूत पर रानीपुर पुलिस की सख़्त कार्यवाही, वीडियो वायरल होते ही हरकत में आई रानीपुर पुलिस, चार गिरफ्तार, कार भी हुई सीज़

इन्तजार रजा हरिद्वार- हरिद्वार की सड़कों पर अब नहीं चलेगी स्टंटबाज़ी,
नशे में धुत युवकों की करतूत पर रानीपुर पुलिस की सख़्त कार्यवाही,
वीडियो वायरल होते ही हरकत में आई रानीपुर पुलिस, चार गिरफ्तार, कार भी हुई सीज़
हरिद्वार की शांत और धर्मनगरी सड़कों पर इन दिनों कुछ युवकों की स्टंटबाज़ी और हुड़दंग से माहौल बिगड़ता दिख रहा है, लेकिन हरिद्वार पुलिस अब ऐसे शरारती तत्वों को बख़्शने के मूड में नहीं है। हाल ही में भेल क्षेत्र में चलती कार से बाहर झांकते, झूमते और खिड़कियों से लटकते युवकों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में साफ़ देखा जा सकता था कि चार युवक तेज रफ़्तार कार में न सिर्फ ट्रैफिक नियमों की धज्जियाँ उड़ा रहे थे, बल्कि शराब के नशे में मदहोश होकर खुद की और अन्य लोगों की जान जोखिम में डाल रहे थे।
सोशल मीडिया पर इस वीडियो के वायरल होते ही हरिद्वार पुलिस तत्काल हरकत में आई। रानीपुर कोतवाली पुलिस ने चैकिंग अभियान चलाते हुए उक्त कार की पहचान की और चारों युवकों को हिरासत में लिया। कार्रवाई के दौरान कार चालक कुशाग्र गुप्ता को मेडिकल परीक्षण के बाद “ड्रिंक एंड ड्राइव” के तहत गिरफ्तार किया गया, जबकि अन्य तीन युवकों—आर्यन गुप्ता, हर्ष गुप्ता उर्फ मोन्टी और गौरव गुप्ता को पुलिस अधिनियम के तहत गिरफ़्तार किया गया।
वायरल वीडियो से उठी कार्रवाई की लहर…..यह घटना 13 मई 2025 को सामने आई जब भेल क्षेत्र की एक सड़क पर युवकों ने खुलेआम शराब के नशे में हुड़दंग मचाया। उनकी तेज़ रफ्तार i10 कार सड़कों पर मौत को आमंत्रण देती नजर आ रही थी। वीडियो में देखा गया कि युवक कार की खिड़कियों से आधे शरीर को बाहर निकालकर डांस कर रहे थे और जानबूझकर ट्रैफिक नियमों की अनदेखी कर रहे थे। ऐसे में यह वीडियो आम लोगों की चिंता का विषय बन गया और पुलिस पर कार्यवाही का दबाव बना।
वीडियो वायरल होते ही एसपी सिटी पंकज गैरोला के नेतृत्व में टीम सक्रिय हुई और रानीपुर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए नशे में धुत युवकों को कड़ी चेतावनी दी। पुलिस द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई ने स्पष्ट कर दिया कि हरिद्वार की सड़कों पर अब स्टंटबाज़ी और नशे में गाड़ी चलाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आरोपी युवक और पुलिस कार्रवाई
गिरफ्तार किए गए युवकों में देहरादून, सहारनपुर और करनाल के निवासी शामिल हैं:
- कुशाग्र गुप्ता, पुत्र राकेश गुप्ता, निवासी फ्लैट नं. 101, एमआईजी, थाना क्लेमेंटटाउन, देहरादून।
- आर्यन गुप्ता, पुत्र दीपक गुप्ता, निवासी जनकनगर, थाना जनकनगर, जिला सहारनपुर, उत्तर प्रदेश।
- हर्ष गुप्ता उर्फ मोन्टी, पुत्र अनिल गुप्ता, निवासी जनकनगर, सहारनपुर, उत्तर प्रदेश।
- गौरव गुप्ता, पुत्र रविन्द्र कुमार, निवासी मकान नं. 141, मोहल्ला बानसौ गैट, बाल्मिकी चौक, थाना सिटी, करनाल, हरियाणा।
पुलिस ने न केवल युवकों को गिरफ़्तार किया बल्कि उनकी i10 कार को भी सीज़ कर लिया है। चालक के विरुद्ध मोटर वाहन अधिनियम की धारा 185 के तहत “ड्रिंक एंड ड्राइव” की कार्रवाई की गई, जबकि अन्य तीन के खिलाफ पुलिस अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज किया गया।
पुलिस का सख़्त संदेश: अब नहीं चलेगी मनमानी
एसपी सिटी पंकज गैरोला ने साफ शब्दों में कहा कि हरिद्वार की सड़कों पर अब केवल नियमों का सम्मान चलेगा, न कि स्टंटबाज़ी और गुंडागर्दी। उन्होंने बताया कि युवकों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी गई और भविष्य में ऐसी हरकत दोहराने पर कड़ी सजा की चेतावनी दी गई है।
उन्होंने बताया कि हरिद्वार पुलिस समय-समय पर स्कूलों और कॉलेजों में जाकर छात्रों को ट्रैफिक नियमों की शिक्षा देती है, ताकि सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैले। इसके अलावा लगातार चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत अब तक कई ऐसे वाहन चालकों के विरुद्ध कार्यवाही की जा चुकी है, जो नियमों का उल्लंघन करते हैं।
सख्ती का असर, आम जनता ने की सराहना
इस कार्रवाई के बाद स्थानीय लोगों ने हरिद्वार पुलिस की तत्परता की सराहना की है। आमजन का मानना है कि समय रहते पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई न सिर्फ कानून व्यवस्था को कायम रखने के लिए ज़रूरी थी, बल्कि इससे भविष्य में अन्य युवकों के लिए भी एक कड़ा संदेश गया है।
हरिद्वार जैसे तीर्थस्थल की मर्यादा और सड़कों की सुरक्षा बनाए रखने के लिए ज़रूरी है कि कानून तोड़ने वालों पर सख़्त कार्रवाई हो। इस पूरे घटनाक्रम से स्पष्ट है कि अब अगर कोई हरिद्वार की सड़कों को स्टंट का अखाड़ा समझेगा, तो उसे पुलिस की हवालात की सैर जरूर कराई जाएगी।
पुलिस टीम
- SHO रानीपुर: कमल मोहन भण्डारी
- अ.उ.नि. विजय नेगी
- कांस्टेबल नरेन्द्र राणा (1521)
- कांस्टेबल अमित राणा (1134)
हरिद्वार पुलिस का यह कड़ा रुख भविष्य में स्टंटबाज़ी और नशे में गाड़ी चलाने जैसी गतिविधियों पर रोक लगाने में कारगर साबित होगा।