मदरसा और मजारों पर बुलडोजर को लेकर विधायक मौ शहजाद का बड़ा ब्यान,, बसपा विधायक बोले – मुस्लिम समाज के साथ हो रहा है भेदभाव,, “तिरंगे का अपमान करने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं?” यति नरसिंहानंद के तिरंगे को लेकर दिए गए ब्यान पर बोले कोई मुस्लमान कुछ बोले तो छ: बार जेल जाता अब तक

इन्तजार रजा हरिद्वार मदरसा और मजारों पर बुलडोजर को लेकर विधायक मौ शहजाद का बड़ा ब्यान,,
बसपा विधायक बोले – मुस्लिम समाज के साथ हो रहा है भेदभाव,,
“तिरंगे का अपमान करने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं?”
यति नरसिंहानंद के तिरंगे को लेकर दिए गए ब्यान पर बोले कोई मुस्लमान कुछ बोले तो छ: बार जेल जाता अब तक
देहरादून/हरिद्वार। उत्तराखंड में मदरसों और मजारों को लेकर उठे विवाद ने राजनीतिक माहौल गरमा दिया है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायक मौ. शहजाद ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मुस्लिम समाज को योजनाबद्ध तरीके से निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मदरसों को बंद कर दिया गया है, जबकि कई ऐसे मदरसे जिनकी बोर्ड से स्वीकृति थी, उन्हें भी परेशान किया जा रहा है।
मौ. शहजाद ने कहा कि “आज हमारे कई सौ मजारों पर बुलडोजर चला दिया गया। ये वही मजारें हैं जो मुगल काल और अंग्रेजी राज से चली आ रही थीं, लेकिन आज इन्हें अवैध करार दिया जा रहा है। यह सरासर अन्याय और धार्मिक आस्था पर हमला है।”
उन्होंने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुस्लिम समाज को स्वतंत्रता संग्राम में योगदान न देने का आरोप लगाया जाता है। “यह पूरी तरह गलत है। हमारी कौम ने देश की आज़ादी में बलिदान दिया, लेकिन आज हमें अपराधी साबित करने की साजिश रची जा रही है। यह मानसिकता लोकतांत्रिक मूल्यों और संविधान दोनों के खिलाफ है।”
डासना कांड और तिरंगे विवाद पर भी उन्होंने कड़ा रुख अपनाया। मौ. शहजाद ने कहा कि “डासना में यति नरसिंहानंद खुलेआम तिरंगा फहराने का विरोध करता है। उस पर कोई कार्रवाई नहीं होती। लेकिन अगर यही बयान किसी मुस्लिम ने दिया होता तो छह बार जेल भेजा जा चुका होता और जमानत भी नहीं मिलती। यह दोहरा रवैया कब तक चलेगा?”
बसपा विधायक ने स्पष्ट किया कि मुस्लिम समाज हमेशा तिरंगे और संविधान का सम्मान करता आया है। “हम कभी राष्ट्रीय ध्वज का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। लेकिन सरकार हमें दबाने और अपमानित करने की राजनीति कर रही है। जितना हमें सताया जाएगा, हम उतना धैर्य रखेंगे, क्योंकि हमारा संघर्ष न्याय पाने का है, न कि हिंसा का।”
मौ. शहजाद ने चेतावनी दी कि मदरसा बोर्ड और धार्मिक स्थलों पर हो रही कार्रवाई के खिलाफ आंदोलन तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में आवाज उठाना हर नागरिक का अधिकार है और मुस्लिम समाज अपने हक के लिए सड़कों पर उतरने से पीछे नहीं हटेगा।
👉 कुल मिलाकर, मदरसा विवाद और मजारों पर कार्रवाई ने प्रदेश की राजनीति में नया तूफान ला दिया है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा सरकार के लिए चुनौती बन सकता है।