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“शिक्षा और साहित्य में शहजादी अंसारी की नई उड़ान”,, “‘Introduction to English Prose’ बनी छात्रों के लिए बहुपयोगी पुस्तक”,, “गोल्ड मेडलिस्ट शहजादी बनीं बेटियों के लिए प्रेरणा की मिसाल”

इन्तजार रजा हरिद्वार- “शिक्षा और साहित्य में शहजादी अंसारी की नई उड़ान”,,
“‘Introduction to English Prose’ बनी छात्रों के लिए बहुपयोगी पुस्तक”,,
“गोल्ड मेडलिस्ट शहजादी बनीं बेटियों के लिए प्रेरणा की मिसाल”

हरिद्वार/सुल्तानपुर, 22 जुलाई।
मोहम्मदपुर कुन्हारी, सुल्तानपुर की रहने वाली शहजादी अंसारी ने शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में एक बार फिर उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उनकी पहली पुस्तक “Introduction to English Prose” हाल ही में प्रकाशित हुई है, जो विशेष रूप से बी.ए. प्रथम सेमेस्टर (English Literature) के विद्यार्थियों के लिए तैयार की गई है।

इस पुस्तक में पूरे सिलेबस को सहज, क्रमबद्ध और सरल भाषा में प्रस्तुत किया गया है। साथ ही, गद्य की रचनाओं का शैलीगत विश्लेषण भी किया गया है, जिससे यह न केवल छात्रों के लिए एक शैक्षणिक मार्गदर्शक बनेगी, बल्कि अंग्रेज़ी साहित्य में रुचि रखने वालों के लिए भी एक संदर्भ ग्रंथ की तरह कार्य करेगी।

शहजादी अंसारी को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पहले भी कई बार सम्मानित किया जा चुका है। वर्ष 2019 में उन्होंने एम.ए. इंग्लिश में मेरिट में प्रथम स्थान प्राप्त कर गोल्ड मेडल 🥇 हासिल किया था। वर्तमान में वह SGRR University, Dehradun से Ph.D. in English कर रही हैं और उनका शोध कार्य अंतिम चरण में है।

पुस्तक की लोकप्रियता का कारण इसकी सारगर्भित प्रस्तुति और विषयवस्तु की प्रामाणिकता है, जो छात्रों को पाठ्यक्रम को आत्मसात करने में मदद करती है। इससे पहले इस तरह की सुव्यवस्थित और शैली-विश्लेषणात्मक पुस्तक की कमी महसूस की जाती थी, जिसे शहजादी ने अपनी मेहनत से पूरा किया है।

शहजादी की यह उपलब्धि केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी प्रेरणास्पद है। एक ग्रामीण पृष्ठभूमि से आकर जिस तरह उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में ऊँचाइयाँ छुई हैं, वह हर उस बेटी के लिए मिसाल है, जो सीमित संसाधनों के बावजूद कुछ बड़ा करने का सपना देखती है।

उनकी सफलता यह बताती है कि अगर इरादे मजबूत हों, मेहनत सच्ची हो, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं। आज शहजादी न केवल एक शिक्षिका और शोधार्थी हैं, बल्कि वह अगली पीढ़ी के लिए एक प्रेरक रोल मॉडल बन चुकी हैं।

उनकी पुस्तक को शैक्षिक संस्थानों, शिक्षकों और छात्रों के बीच अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है, जो आने वाले समय में उनकी लेखनी को और मजबूती प्रदान करेगी।

– रिपोर्ट: Daily Live Uttarakhand

 

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