चार धाम यात्रा को लेकर हरिद्वार में विशेष तैयारियां, श्रद्धालुओं के लिए किए गए पुख्ता इंतजाम, बॉर्डर एरिया पर बनाए गए होल्डिंग क्षेत्र, ट्रैफिक कंट्रोल के भी पुख्ता इंतजाम, भव्य और सुरक्षित होगी चारधाम यात्रा 2025, श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन पूरी तरह मुस्तैद, चारधाम यात्रा 2025 को लेकर हरिद्वार परिवहन विभाग अलर्ट मोड में परिवहन विभाग द्वारा संचालित सुविधाओं और व्यवस्थाओं ने श्रद्धालुओं का जीता दिल, खूब मिल रही सराहना

इन्तजार रजा हरिद्वार-चार धाम यात्रा को लेकर हरिद्वार में विशेष तैयारियां, श्रद्धालुओं के लिए किए गए पुख्ता इंतजाम, बॉर्डर एरिया पर बनाए गए होल्डिंग क्षेत्र, ट्रैफिक कंट्रोल के भी पुख्ता इंतजाम, भव्य और सुरक्षित होगी चारधाम यात्रा 2025, श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन पूरी तरह मुस्तैद, चारधाम यात्रा 2025 को लेकर हरिद्वार परिवहन विभाग अलर्ट मोड में
परिवहन विभाग द्वारा संचालित सुविधाओं और व्यवस्थाओं ने श्रद्धालुओं का जीता दिल, खूब मिल रही सराहना
हरिद्वार, 2 मई 2025 – 2025 की चार धाम यात्रा के शुभारंभ से पहले उत्तराखंड का प्रवेश द्वार हरिद्वार तीर्थ नगरी एक बार फिर श्रद्धालुओं से गुलजार हो उठी है। गंगा किनारे बसे इस प्राचीन शहर में देशभर से आने वाले यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस-प्रशासन ने तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। बार्डर पर भी व्यवस्थाओ को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं चार धाम यात्रा के मुख्य द्वार हरिद्वार मे चार धाम यात्रियों के स्वागत के लिए जिला प्रशासन और हरिद्वार पुलिस प्रशासन सहित सामाजिक संस्थाओं ने विशेष तैयारियां की हुई
बॉर्डर एरिया पर बनाए गए होल्डिंग क्षेत्र: भीड़ प्रबंधन की भी स्मार्ट रणनीति, मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित है चारधाम यात्रा मार्ग
हरिद्वार ज़िले में प्रवेश करने वाले विभिन्न मार्गों जैसे नारसन, रुड़की, लक्सर, भगवानपुर ,नजीबाबाद और ऋषिकेश रोड पर प्रशासन ने कई होल्डिंग क्षेत्रों का निर्माण किया है। इन होल्डिंग जोनों का उद्देश्य है— श्रद्धालुओं को सुरक्षित और नियंत्रित ढंग से शहर में प्रवेश देना ताकि एक साथ भारी मात्रा में वाहनों और श्रद्धालुओं के आने से ट्रैफिक जाम, असुविधा से बचा जा सके। इसके लिए भी विशेष ट्रैफिक रूट प्लान तैयार किए गए है
हरिद्वार के बॉर्डर एरिया से लेकर चार धाम यात्रा मार्ग पर बनाए गए होल्डिंग क्षेत्रों में आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं जैसे पीने का पानी, शौचालय, प्राथमिक चिकित्सा, मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट्स और सीसीटीवी निगरानी। कई क्षेत्रों में एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई हैं, जिनके माध्यम से यात्रियों को यात्रा मार्ग, मौसम, यातायात स्थिति और सुरक्षा उपायों की जानकारी दी जा रही है।
एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के अनुसार, “हमारी कोशिश है कि हर यात्री को सुरक्षित, सुविधाजनक और अनुशासित यात्रा का अनुभव हो। इसलिए हमने ट्रैफिक को चरणबद्ध तरीके से नियंत्रित करने और यात्रियों को अलग-अलग बैच में भेजने की योजना बनाई है।”
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद: हर कदम पर हरिद्वार पुलिस और जिला प्रशासन मुस्तैद
चार धाम यात्रा के दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए हरिद्वार पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। शहर को अलग-अलग सुरक्षा जोन में बांटा गया है, जहां हर जोन की निगरानी के लिए विशेष पुलिस दल, होमगार्ड, ट्रैफिक कर्मी और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
हरकी पैड़ी, भीमगौड़ा, दक्ष मंदिर, कनखल और अन्य प्रमुख घाटों तथा धार्मिक स्थलों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। ड्रोन कैमरों की मदद से भीड़ पर नज़र रखने की योजना बनाई गई है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके।
यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनज़र बम स्क्वॉड, डॉग स्क्वॉड और एंटी-टेररिज्म फोर्स की तैनाती भी की गई है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला पुलिसकर्मियों की अलग टीम बनाई गई है, जो प्रमुख बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और घाटों पर तैनात की गई हैं।
प्रशासन ने साथ ही साथ हेल्पलाइन नंबर, टोल फ्री सेवाएं और मोबाइल ऐप लॉन्च किए हैं जिनके ज़रिए यात्री किसी भी समस्या या सहायता के लिए तुरंत संपर्क कर सकते हैं।
स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन और सफाई के मोर्चे पर भी सजगता
चार धाम यात्रा के दौरान किसी भी आकस्मिक स्वास्थ्य समस्या या आपदा से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग और आपदा प्रबंधन बल (SDRF) को भी अलर्ट पर रखा गया है। यात्रियों के लिए अस्थायी स्वास्थ्य केंद्र, एंबुलेंस, डॉक्टरों की टीम और फार्मेसी स्टॉल प्रमुख स्थानों पर स्थापित किए गए हैं।
SDRF की टीमें विशेष उपकरणों और आपात प्रशिक्षण के साथ घाटों और नदी किनारों पर तैनात की गई हैं। प्रशासन ने स्थानीय अस्पतालों को भी अलर्ट पर रखा है ताकि किसी भी स्थिति में तत्काल सहायता मिल सके।
सफाई व्यवस्था को लेकर भी नगर निगम ने विशेष अभियान चलाया है। घाटों, सड़कों और सार्वजनिक स्थलों की नियमित सफाई की जा रही है और प्लास्टिक के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है।
नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार, “हम चाहते हैं कि श्रद्धालुओं को एक स्वच्छ और शांतिपूर्ण वातावरण मिले। इसके लिए सभी विभाग आपस में समन्वय बनाकर काम कर रहे हैं।”
जन-जागरूकता और सहयोग से ही सफल होगी यात्रा श्रद्धालुओं का हरिद्वार में हो रहा भव्य स्वागत
प्रशासन की ओर से यात्रियों से सहयोग की अपील की जा रही है। उन्हें यात्रा के दौरान सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करने, होल्डिंग क्षेत्रों का उपयोग करने, अनावश्यक रूप से भीड़भाड़ वाले स्थानों में न जाने, और कूड़ा इधर-उधर न फेंकने की सलाह दी जा रही है।
हरिद्वार के जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने बताया, “चार धाम यात्रा केवल एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं बल्कि एक जिम्मेदारी भी है। हमारा प्रयास है कि सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित, सुखद और व्यवस्थित यात्रा का अनुभव मिले। इसके लिए प्रशासन, पुलिस और जनता—सभी को एकजुट होकर प्रयास करना होगा।”
हरिद्वार प्रशासन की तैयारियां इस बार चार धाम यात्रा को लेकर कहीं अधिक सुसंगठित और तकनीकी रूप से सशक्त दिख रही हैं। होल्डिंग जोन, सुरक्षा उपाय, ट्रैफिक नियंत्रण, स्वास्थ्य सेवाएं और सफाई अभियान—all-round व्यवस्था यह सुनिश्चित करने की दिशा में है कि श्रद्धालुओं की आस्था के इस महापर्व में कोई बाधा न आए। अगर श्रद्धालु प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें और अनुशासन बनाए रखें, हम सभी के सहयोग से यह यात्रा न केवल सफल बल्कि ऐतिहासिक बनेगी
चारधाम यात्रा 2025 को लेकर हरिद्वार परिवहन विभाग अलर्ट मोड में
परिवहन विभाग द्वारा संचालित सुविधाओं और व्यवस्थाओं ने श्रद्धालुओं का जीता दिल, खूब मिल रही सराहना
चारधाम यात्रा 2025 की शुरुआत से पहले ही हरिद्वार परिवहन विभाग ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। विभाग ने न केवल अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की है, बल्कि यात्रियों के लिए रूट मैप, हेल्पलाइन नंबर और जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम जैसी आधुनिक सुविधाएं भी लागू की हैं। यात्रियों को टिकट बुकिंग के लिए मोबाइल ऐप और ऑनलाइन पोर्टल की सुविधा भी दी गई है, जिससे लंबी लाइनों से मुक्ति मिली है।
हरकी पैड़ी, बस अड्डा और अन्य प्रमुख स्थलों पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं ताकि भीड़ पर नजर रखी जा सके। साथ ही, ड्राइवरों और परिचालकों को विशेष प्रशिक्षण देकर आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार किया गया है। श्रद्धालुओं ने इन व्यवस्थाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस बार की यात्रा पहले से कहीं अधिक सुव्यवस्थित और सुरक्षित है। परिवहन विभाग की तत्परता और तकनीकी उपायों ने इस धार्मिक यात्रा को और भी सुगम बना दिया है