ऑपरेशन कालनेमी: ढोंगी बाबा बेनकाब, शिव-कृष्ण का रूप धरकर बनाता था महिलाओं-बालिकाओं को शिकार,, एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल के निर्देश पर चंडीघाट में घेराबंदी कर दबोचा आरोपी,, लंबा आपराधिक रिकॉर्ड,, पोक्सो व बीएनएस की धाराओं में पहले से था फरार

इन्तजार रजा हरिद्वार- ऑपरेशन कालनेमी: ढोंगी बाबा बेनकाब, शिव-कृष्ण का रूप धरकर बनाता था महिलाओं-बालिकाओं को शिकार,,
एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल के निर्देश पर चंडीघाट में घेराबंदी कर दबोचा आरोपी,,
लंबा आपराधिक रिकॉर्ड,, पोक्सो व बीएनएस की धाराओं में पहले से था फरार
हरिद्वार। “कभी भगवान शिव, कभी श्रीकृष्ण का अवतार”—यही चेहरा बनाकर भोली-भाली महिलाओं और नाबालिग बच्चियों को अपनी हवस का शिकार बनाने वाला बहुरूपिया बाबा आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। हरिद्वार पुलिस ने ऑपरेशन कालनेमी के तहत चंडीघाट क्षेत्र में घेराबंदी कर इस ढोंगी को धर दबोचा।
एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल के आदेश पर एसपी सिटी पंकज गैरोला और सीओ सिटी शिशुपाल नेगी की देखरेख में श्यामपुर थाना प्रभारी नितेश शर्मा के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया। पकड़े गए आरोपी की पहचान दीपक कुमार सैनी (40 वर्ष), निवासी सुभाष नगर, ज्वालापुर के रूप में हुई।
वेश बदलकर देता था ‘मनोकामना पूरी करने’ का झांसा
जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी कभी कलयुग का भगवान शिव तो कभी श्रीकृष्ण बनकर भीड़ में घुल-मिल जाता था। धार्मिक वेशभूषा में वह मंदिरों, मेलों और भीड़-भाड़ वाले आयोजनों में पहुंचता और महिलाओं व बच्चियों को ‘मनोकामना पूरी करने’ के बहाने प्रसाद व आशीर्वाद देता। धीरे-धीरे विश्वास जीतकर वह उन्हें एकांत में बुलाता और फिर अश्लील हरकतें करता था।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, आरोपी थाना श्यामपुर में पोक्सो व बीएनएस की गंभीर धाराओं वाले एक मामले में फरार चल रहा था।
लंबा-चौड़ा आपराधिक रिकॉर्ड
दीपक सैनी के खिलाफ हरिद्वार और सहारनपुर में कई गंभीर मामले दर्ज हैं—
- मुकदमा 72/2025: धारा 65(1) बीएनएस व 3/4(2) पोक्सो, थाना श्यामपुर
- मुकदमा 383/2025: धारा 115(2), 126, 191(2), 351(2), 352 बीएनएस, ज्वालापुर
- मुकदमा 795/2023: धारा 147, 323, 506, 504 भादवि
- मुकदमा 465/2023: धारा 323, 504, 506 भादवि
- मुकदमा 762/2024: धारा 196, 299 बीएनएस
- मुकदमा 252/2010: धारा 323, 324, 504, 506 भादवि व 3/4 दहेज अधिनियम, थाना मंडी, सहारनपुर
यह आपराधिक इतिहास साफ करता है कि आरोपी लंबे समय से कानून से बचने की कोशिश में था, लेकिन इस बार पुलिस के शिकंजे से बच नहीं सका।
संयुक्त टीम की सटीक रणनीति
आरोपी की गिरफ्तारी में कोतवाली ज्वालापुर, थाना श्यामपुर और एसओजी हरिद्वार की संयुक्त टीम ने अहम भूमिका निभाई। टीम में निरीक्षक अमरजीत सिंह, प्रभारी निरीक्षक एसओजी नरेंद्र बिष्ट, थानाध्यक्ष नितेश शर्मा, चौकी प्रभारी देवेंद्र तोमर, उपनिरीक्षक पवन डिमरी, महिला उपनिरीक्षक अंजना चौहान, हेड कांस्टेबल प्रेम, कांस्टेबल नरेंद्र, वसीम, अनिल रावत और राजवीर सिंह शामिल रहे।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस को आरोपी के चंडीघाट क्षेत्र में होने की सूचना मिली थी। टीम ने तत्काल घेराबंदी कर बिना समय गंवाए उसे गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी का कड़ा संदेश
एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने कहा कि समाज में धार्मिक आस्था के नाम पर महिलाओं और बच्चियों को ठगने और उनका शोषण करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। “हमारी प्राथमिकता है कि पीड़ितों को न्याय मिले और ऐसे अपराधियों को कड़ी सजा दिलाई जाए,” उन्होंने कहा।
आगे की कार्रवाई
पुलिस अब आरोपी से गहन पूछताछ कर रही है। संभावना है कि और भी पीड़ित महिलाएं व बच्चियां सामने आ सकती हैं। साथ ही, पुराने मामलों की फाइलें भी दोबारा खोली जा रही हैं ताकि उसके पूरे आपराधिक नेटवर्क का पर्दाफाश हो सके।
हरिद्वार पुलिस की इस कार्रवाई ने साफ संदेश दे दिया है कि आस्था के नाम पर अपराध करने वालों के लिए यहां कोई जगह नहीं है।