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थप्पड़ की खुन्नस में छात्र का खौफनाक वार,, काशीपुर में शिक्षक पर तमंचे से फायरिंग, शिक्षक ICU में भर्ती,, स्कूल सुरक्षा और बच्चों के आक्रोश पर उठे सवाल

इन्तजार रजा हरिद्वार- थप्पड़ की खुन्नस में छात्र का खौफनाक वार,,

काशीपुर में शिक्षक पर तमंचे से फायरिंग, शिक्षक ICU में भर्ती,,

स्कूल सुरक्षा और बच्चों के आक्रोश पर उठे सवाल

काशीपुर (उधमसिंह नगर),
उत्तराखंड के काशीपुर से एक सनसनीखेज घटना सामने आई है जिसने शिक्षा जगत और समाज दोनों को हिलाकर रख दिया। श्री गुरुनानक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 9वीं कक्षा के एक छात्र ने अपने भौतिक विज्ञान के शिक्षक गगनदीप सिंह कोहली पर तमंचे से गोली चला दी। गोली लगने से शिक्षक गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें ICU में भर्ती कराया गया है।

घटना कैसे हुई

बुधवार सुबह करीब 10:30 बजे इंटरवल की घंटी बजते ही शिक्षक गगनदीप सिंह क्लास से बाहर निकल रहे थे। तभी आरोपी छात्र ने टिफिन बॉक्स से छिपाकर लाया गया तमंचा निकाला और अचानक पीछे से गोली चला दी।

  • गोली शिक्षक के दाहिने कंधे के नीचे लगी।
  • क्लासरूम में अफरा-तफरी मच गई।
  • आरोपी छात्र भागने की कोशिश करने लगा लेकिन मौके पर मौजूद शिक्षकों ने उसे पकड़ लिया।

घटना के तुरंत बाद घायल शिक्षक को एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां करीब तीन घंटे तक चला ऑपरेशन कर डॉक्टरों ने गोली बाहर निकाली।

क्यों दिया वारदात को अंजाम?

पुलिस जांच में चौंकाने वाला कारण सामने आया है। दो दिन पहले फिजिक्स क्लास के दौरान छात्र सवाल का जवाब नहीं दे पाया, जिस पर शिक्षक ने डांटते हुए उसे थप्पड़ जड़ दिया था। इसी अपमान और गुस्से से आहत होकर छात्र ने खतरनाक कदम उठाया।

  • उसने घर से तमंचा लाकर टिफिन बॉक्स में छिपाया।
  • मौका मिलते ही वारदात को अंजाम दे डाला।

डॉक्टर और पुलिस का बयान

अस्पताल के सर्जन डॉ. मयंक अग्रवाल ने बताया –
“गोली गर्दन के पास रीढ़ की हड्डी के बेहद करीब फंसी हुई थी। बड़ी सावधानी से ऑपरेशन कर गोली निकाली गई है। अगले 72 घंटे मरीज के लिए बेहद अहम हैं।”

पुलिस ने नाबालिग छात्र को हिरासत में ले लिया है और उसके खिलाफ केस दर्ज कर उसे संरक्षण गृह भेजने की तैयारी की जा रही है।

उठे गंभीर सवाल

यह घटना पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गई है। लोग हैरान हैं कि आखिर स्कूल परिसर में एक छात्र हथियार लेकर कैसे पहुंच गया? साथ ही यह सवाल भी उठ रहे हैं कि बच्चों के भीतर इतना आक्रोश क्यों पनप रहा है कि वे हिंसक रास्ता चुनने लगते हैं।

  • क्या स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था नाकाम हो रही है?
  • क्या बच्चों पर बढ़ते मानसिक दबाव इस तरह की घटनाओं को जन्म दे रहे हैं?
  • या फिर यह सामाजिक और पारिवारिक परवरिश की कमजोरी का नतीजा है?

काशीपुर की यह घटना शिक्षा व्यवस्था के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। शिक्षक ICU में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं जबकि छात्र हिरासत में है। समाज अब सोचने को मजबूर है कि कहीं बच्चों के भीतर बढ़ती नाराजगी और दबाव आने वाले समय में और भयावह नतीजे न लेकर आएं।

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