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नारकोटिक दवाओं के दुरुपयोग की सूचना पर मेडिकल स्टोरों का औचक निरीक्षण,, वरिष्ठ औषधि निरीक्षक अनीता भारती व निरीक्षक मेघा और रानीपुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई,, तिबड़ी क्षेत्र में कई दुकानों में अनियमितताएँ मिलीं, दुकानदारों को चेतावनी

इन्तजार रजा हरिद्वार- नारकोटिक दवाओं के दुरुपयोग की सूचना पर मेडिकल स्टोरों का औचक निरीक्षण,,
वरिष्ठ औषधि निरीक्षक अनीता भारती व निरीक्षक मेघा और रानीपुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई,,
तिबड़ी क्षेत्र में कई दुकानों में अनियमितताएँ मिलीं, दुकानदारों को चेतावनी

हरिद्वार, 01 अगस्त 2025 |
जिला हरिद्वार के तिबड़ी क्षेत्र में नारकोटिक दवाओं के दुरुपयोग की मिल रही सूचनाओं के बीच औषधि विभाग ने सख्ती दिखाते हुए शुक्रवार को मेडिकल स्टोरों का औचक निरीक्षण किया। अपर आयुक्त के आदेश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के अंतर्गत वरिष्ठ औषधि निरीक्षक श्रीमती अनीता भारती एवं औषधि निरीक्षक मेघा के नेतृत्व में यह संयुक्त कार्रवाई की गई। कार्रवाई में रानीपुर पुलिस की भी सक्रिय भूमिका रही।

निरीक्षण दल को गोपनीय रूप से यह सूचना प्राप्त हुई थी कि तिबड़ी क्षेत्र में कुछ मेडिकल स्टोरों पर नारकोटिक श्रेणी की दवाओं का बिना वैध चिकित्सकीय परामर्श के विक्रय किया जा रहा है, जिससे इनके दुरुपयोग की संभावना बढ़ गई है। इस सूचना के आधार पर निरीक्षण टीम त्वरित रूप से सक्रिय हुई और रानीपुर पुलिस की सहायता से क्षेत्र के प्रमुख मेडिकल स्टोरों पर छापेमारी की।

निरीक्षण के दौरान कई दुकानों में भारी अनियमितताएं सामने आईं। विशेष रूप से नारकोटिक दवाओं के क्रय-विक्रय से संबंधित रजिस्टर अधूरे या असंगठित पाए गए। कुछ दुकानों पर डॉक्टर के पर्चे के बिना ही प्रतिबंधित दवाएं देने की संभावनाएं भी दर्ज की गईं। रजिस्टरों का अद्यतन न होना, फार्म “H” का अनुपालन न किया जाना, और स्टॉक का असंगत रिकॉर्ड इन खामियों में प्रमुख रहे।

टीम ने मौके पर ही संबंधित दुकानदारों को चेतावनी देते हुए उन्हें निर्धारित समयावधि में सभी कमियों को दूर करने के निर्देश दिए। साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया गया कि भविष्य में यदि कोई भी मेडिकल स्टोर नारकोटिक दवाओं के विक्रय में लापरवाही बरतता पाया गया, तो उसके विरुद्ध औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940 के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी। यह भी कहा गया कि दोषियों के खिलाफ ड्रग लाइसेंस निरस्त करने से लेकर दंडात्मक कार्यवाही तक की जा सकती है।

वरिष्ठ औषधि निरीक्षक अनीता भारती ने बताया कि “नारकोटिक दवाओं का दुरुपयोग समाज के लिए बेहद घातक है। विभाग इसे लेकर पूरी तरह गंभीर है और समय-समय पर ऐसे औचक निरीक्षण आगे भी जारी रहेंगे।” वहीं निरीक्षक मेघा ने भी सभी मेडिकल संचालकों से अपील की कि वे निर्धारित मापदंडों और नियमों का पूर्णतः पालन करें।

यह निरीक्षण न केवल दवा दुकानों में अनुशासन स्थापित करने का प्रयास है, बल्कि युवाओं को नशे के जाल में फंसने से बचाने की दिशा में भी एक अहम कदम माना जा रहा है।

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