स्वामी यशवीर महाराज का विवादित बयान: गैर-हिंदुओं पर नवरात्रि-दीवाली में दुकान सजाने पर उठाए सवाल,, “धर्म परिवर्तन करो या हिंदू त्योहारों में व्यापार बंद करो” – स्वामी यशवीर की दो-टूक,, हरिद्वार में बयान से गरमाया माहौल, प्रशासन सतर्क, विभिन्न संगठनों की प्रतिक्रियाएँ तेज हरिद्वार में शुरू हो सकता है विवाद का नया अध्याय

इन्तजार रजा हरिद्वार- स्वामी यशवीर महाराज का विवादित बयान: गैर-हिंदुओं पर नवरात्रि-दीवाली में दुकान सजाने पर उठाए सवाल,,
“धर्म परिवर्तन करो या हिंदू त्योहारों में व्यापार बंद करो” – स्वामी यशवीर की दो-टूक,,
हरिद्वार में बयान से गरमाया माहौल, प्रशासन सतर्क, विभिन्न संगठनों की प्रतिक्रियाएँ तेज
हरिद्वार में शुरू हो सकता है विवाद का नया अध्याय
हरिद्वार। धार्मिक नगरी हरिद्वार में गुरुवार को पहुंचे स्वामी यशवीर महाराज ने अपने बयान से नया विवाद खड़ा कर दिया। एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जो गैर-हिंदू व्यापारी नवरात्रि और दीवाली जैसे हिंदू त्योहारों पर अपनी दुकानें सजाते हैं, उन्हें पहले धर्म परिवर्तन करना चाहिए। स्वामी यशवीर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “अगर मुसलमान कहते हैं कि वे दोनों धर्म मानते हैं तो अपनी बेटियों का विवाह हिंदू लड़कों से करें, तभी हम मानेंगे कि वे सच में दोनों धर्मों को मानते हैं।”
“हिंदू त्योहारों से कमाई करने वालों को धर्म परिवर्तन करना होगा”
स्वामी यशवीर ने आगे कहा कि हिंदू त्योहारों से लाभ उठाने वाले गैर-हिंदू अगर वास्तव में सम्मान करना चाहते हैं तो उन्हें धर्म परिवर्तन करना ही होगा। उनका कहना था, “हम अब हिंदू त्योहारों से कमाई करने वालों का यह दोहरा चरित्र बर्दाश्त नहीं करेंगे। या तो धर्म बदलो या व्यापार छोड़ो।” उनके इस बयान ने मौके पर मौजूद समर्थकों से लेकर विरोधियों तक को चौंका दिया।
प्रशासन सतर्क, सामाजिक संगठनों की प्रतिक्रियाएं
स्वामी यशवीर महाराज के इस बयान ने हरिद्वार में सियासी और सामाजिक हलकों में हलचल मचा दी है। कई संगठनों ने इसे भड़काऊ बताते हुए आपत्ति जताई है, वहीं कुछ हिंदू संगठनों ने इसे “हिंदू भावनाओं की आवाज़” बताया। पुलिस-प्रशासन ने भी बयान पर नजर रखते हुए एहतियातन सुरक्षा बढ़ा दी है।
स्थानीय प्रशासन ने कहा कि फिलहाल माहौल शांत है लेकिन किसी भी तरह की अवांछनीय स्थिति से निपटने के लिए टीमें तैनात की गई हैं।
सोशल मीडिया पर भी छाया विवाद
स्वामी यशवीर का यह बयान सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो गया है। समर्थक जहां इसे “धर्म की रक्षा” बता रहे हैं, वहीं आलोचक इसे “संविधान के विरुद्ध” और “धर्मनिरपेक्षता पर हमला” करार दे रहे हैं। कई लोग चुनावी सीजन में ऐसे बयानों को राजनीतिक माहौल गर्माने वाला भी बता रहे हैं।
हरिद्वार में स्वामी यशवीर महाराज का यह बयान अब प्रशासनिक और राजनीतिक दोनों ही हलकों के लिए चुनौती बन गया है। प्रशासन की ओर से कहा गया है कि सभी वर्गों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है। साथ ही इस तरह के बयानों पर निगरानी रखी जाएगी।हरिद्वार में स्वामी यशवीर महाराज के इस बयान ने न केवल धार्मिक और सामाजिक चर्चाओं को हवा दी है बल्कि प्रशासन को भी सतर्क कर दिया है। आगामी दिनों में इस पर संगठनों और नेताओं की प्रतिक्रियाओं के साथ-साथ प्रशासन की कार्रवाई पर सबकी नजरें टिकी रहेंगी।