रिहायशी इलाकों में गुलदार की दहशत, शक्ति विहार कॉलोनी में सीसीटीवी में कैद हुआ गुलदार, लोगों में फैली दहशत, वन विभाग अलर्ट, ट्रैकिंग और पकड़ने के प्रयास जारी

इन्तजार रजा हरिद्वार-रिहायशी इलाकों में गुलदार की दहशत,
शक्ति विहार कॉलोनी में सीसीटीवी में कैद हुआ गुलदार, लोगों में फैली दहशत,
वन विभाग अलर्ट, ट्रैकिंग और पकड़ने के प्रयास जारी
हरिद्वार: रानीपुर झाल क्षेत्र की शक्ति विहार कॉलोनी में बीती रात गुलदार के दिखाई देने से हड़कंप मच गया। कॉलोनी में लगे सीसीटीवी कैमरे में गुलदार की तस्वीरें कैद हुई हैं, जिसके बाद से स्थानीय निवासियों में डर और बेचैनी का माहौल है। गुलदार देर रात करीब 2 बजे कॉलोनी की एक सुनसान गली में घूमता देखा गया, जो कुछ देर तक वहां टहलता रहा और फिर झाड़ियों की ओर निकल गया।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने तुरंत वन विभाग को सूचना दी। सुबह होते ही कॉलोनी में यह खबर आग की तरह फैल गई और लोग अपने घरों में दुबक गए। अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजने से मना कर दिया और सभी को घर के भीतर ही रहने की हिदायत दी गई।
सीसीटीवी में कैद हुई तस्वीरें, सोशल मीडिया पर वायरल
गुलदार की जो तस्वीरें सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई हैं, वे तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। वीडियो में गुलदार कॉलोनी की एक संकरी गली में धीरे-धीरे चलते हुए नजर आ रहा है। इससे पहले भी पास के इलाकों में जंगली जानवरों की आवाजाही की सूचनाएं मिल चुकी हैं, लेकिन रिहायशी इलाके के भीतर इस तरह से गुलदार का आ जाना स्थानीय प्रशासन के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है।
वन विभाग की टीम अलर्ट मोड पर
सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और इलाके की घेराबंदी कर दी गई। टीम ने गुलदार की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कैमरे और पिंजरे लगाए हैं। वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि गुलदार को नुकसान पहुंचाए बिना पकड़ने की कोशिश की जा रही है। कॉलोनी और आसपास के जंगलों में ट्रैकिंग टीम गश्त कर रही है।
स्थानीय लोगों में भय का माहौल
कॉलोनीवासियों का कहना है कि क्षेत्र में पहले भी जंगली जानवर देखे गए हैं, लेकिन पहली बार गुलदार सीधा रिहायशी क्षेत्र में नजर आया है। लोगों ने वन विभाग से इलाके में नियमित पेट्रोलिंग और पुख्ता सुरक्षा इंतजाम करने की मांग की है। वहीं नगर निगम से भी अपील की गई है कि खाली पड़े प्लॉटों की सफाई और घनी झाड़ियों की कटाई जल्द कराई जाए, ताकि जंगली जानवरों को छुपने की जगह न मिले।
हरिद्वार जैसे तीर्थ नगरी में रिहायशी इलाकों तक गुलदार की दस्तक बेहद गंभीर मामला है। यह वन्य जीवों और मानव बस्तियों के बीच टकराव को दर्शाता है, जिस पर प्रशासन को जल्द और ठोस कदम उठाने होंगे। वन विभाग को सिर्फ पकड़ने तक सीमित नहीं रहकर दीर्घकालिक समाधान की दिशा में काम करना होगा।