उत्तराखण्ड में ‘निवेश उत्सव’ का बिगुल,, मुख्यमंत्री ने अमित शाह को किया मुख्य अतिथि के लिए आमंत्रित,, ‘नए भारत’ की परिकल्पना को साकार कर रहा उत्तराखण्ड: मुख्यमंत्री धामी

इन्तजार रजा हरिद्वार- उत्तराखण्ड में ‘निवेश उत्सव’ का बिगुल,,
मुख्यमंत्री ने अमित शाह को किया मुख्य अतिथि के लिए आमंत्रित,,
‘नए भारत’ की परिकल्पना को साकार कर रहा उत्तराखण्ड: मुख्यमंत्री धामी
नई दिल्ली/देहरादून, 18 जून | रिपोर्ट: Daily Live Uttarakhand
प्रदेश में औद्योगिक विकास को नई रफ्तार देने के लिए उत्तराखण्ड सरकार ने ‘उत्तराखण्ड निवेश उत्सव’ के आयोजन का निर्णय लिया है। यह उत्सव पंतनगर-रुद्रपुर के औद्योगिक क्षेत्र में प्रस्तावित किया गया है, जिसे एक भव्य आयोजन के रूप में मनाया जाएगा। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर उन्हें इस महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने का निमंत्रण दिया है।
मुख्यमंत्री ने इस आयोजन को राज्य की औद्योगिक क्षमता और संभावनाओं का परिचायक बताते हुए कहा कि “यह केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि उत्तराखण्ड की नई औद्योगिक पहचान के उद्घोष की तरह होगा।”
राज्य के लिए गर्व और गौरव का क्षण
मुख्यमंत्री धामी ने केंद्रीय गृह मंत्री को अवगत कराया कि हाल ही में जिन निवेश समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं, वे राज्य के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि हैं और उत्तराखण्ड को राष्ट्रीय औद्योगिक मानचित्र पर सशक्त रूप से स्थापित करने में सहायक सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि,
“हम इस उपलब्धि को राज्य के लिए गर्व के विषय के रूप में देख रहे हैं और इसे उत्सव के रूप में मनाना चाहते हैं।”
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि इस उत्सव में देश-विदेश के निवेशकों को आमंत्रित कर उत्तराखण्ड की नीतियों और संसाधनों से परिचित कराया जाएगा।
गृह मंत्री ने दिया सकारात्मक आश्वासन
मुख्यमंत्री की इस मुलाकात के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखण्ड सरकार की योजनाओं पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए राज्य के सभी प्रस्तावों पर त्वरित कार्यवाही का आश्वासन दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री के आमंत्रण को सम्मानपूर्वक स्वीकार करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड की यह पहल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत के विजन के अनुरूप है।
श्री शाह ने मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि,
“आपके नेतृत्व में उत्तराखण्ड तेजी से औद्योगिक, सांस्कृतिक और सामाजिक मोर्चों पर अग्रसर हो रहा है। केंद्र सरकार हरसंभव सहयोग करती रहेगी।”
नए भारत की ओर बढ़ता उत्तराखण्ड
मुख्यमंत्री धामी ने बैठक में यह स्पष्ट किया कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री मोदी के ‘नए भारत’ की परिकल्पना को साकार करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के निरंतर मार्गदर्शन और सहयोग से उत्तराखण्ड को विकास की नई ऊर्जा मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा:
“हम उत्तराखण्ड को एक औद्योगिक हब के रूप में विकसित करना चाहते हैं। यह केवल पूंजी निवेश तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि युवाओं को रोजगार, स्थानीय उत्पादों को बाज़ार और राज्य को आर्थिक मजबूती भी प्रदान करेगा।”
उद्योगों के लिए तैयार है उत्तराखण्ड
उत्तराखण्ड सरकार द्वारा जारी निवेश प्रोत्साहन नीतियों और ‘Ease of Doing Business’ की दिशा में किए गए प्रयासों ने राज्य को देश के शीर्ष निवेश स्थलों में शुमार कर दिया है।
पंतनगर-रुद्रपुर औद्योगिक क्षेत्र, जो पहले से ही कई प्रतिष्ठित इकाइयों का केंद्र है, को इस आयोजन के लिए चुना गया है ताकि निवेशकों को सुविधाओं का प्रत्यक्ष अनुभव कराया जा सके।
सरकार द्वारा इस उत्सव के जरिए इन प्रमुख क्षेत्रों में निवेश को प्रोत्साहित करने की योजना है:
- टेक्सटाइल एवं हैंडलूम उद्योग
- फार्मास्युटिकल व आयुष उत्पाद
- एग्रो फूड प्रोसेसिंग
- इलेक्ट्रॉनिक्स एवं मशीनरी निर्माण
- ईको-पर्यटन, होटल एवं हॉस्पिटैलिटी
- शिक्षा, स्वास्थ्य और सूचना प्रौद्योगिकी
50 हजार करोड़ निवेश का लक्ष्य
‘उत्तराखण्ड निवेश उत्सव’ के माध्यम से सरकार का लक्ष्य 50,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारना है। इसके तहत निवेशकों को सिंगल विंडो क्लियरेंस, उद्योग मित्र प्रणाली, और लैंड बैंक पोर्टल जैसी तकनीकी सुविधाओं की जानकारी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा बताया गया कि जल्द ही आयोजन की विस्तृत रूपरेखा जारी की जाएगी, जिसमें कार्यक्रम की तिथि, वक्ताओं की सूची, विभिन्न औद्योगिक सत्र, और एमओयू हस्ताक्षर समारोह की जानकारी शामिल होगी।
आयोजन के लिए बनी उच्चस्तरीय समिति
कार्यक्रम की तैयारी के लिए मुख्यमंत्री ने एक उच्चस्तरीय आयोजन समिति के गठन के निर्देश दिए हैं। इस समिति में मुख्य सचिव के नेतृत्व में वित्त, उद्योग, पर्यटन, ऊर्जा, तकनीकी शिक्षा, आवास और शहरी विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहेंगे। समिति आयोजन स्थल की व्यवस्था, सुरक्षा, आवागमन, ठहराव, और निवेशकों के स्वागत से संबंधित सभी पहलुओं पर काम करेगी।
प्रदेशवासियों के लिए भी नए अवसर
इस आयोजन से केवल उद्योगों को ही लाभ नहीं होगा, बल्कि इससे प्रदेशवासियों को रोजगार, व्यापार, और स्थानीय संसाधनों के समुचित उपयोग का अवसर मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि
“हर घर तक खुशहाली पहुंचे, यही सरकार का लक्ष्य है। इस आयोजन से न केवल प्रदेश की छवि सुधरेगी, बल्कि हम देश और दुनिया के निवेशकों को बता पाएंगे कि उत्तराखण्ड एक सुरक्षित, ईमानदार और निवेश अनुकूल राज्य है।”
अवसरों की ओर उत्तराखण्ड की उड़ान
उत्तराखण्ड निवेश उत्सव एक ऐसा मंच होगा जो राज्य के संसाधनों, श्रमशक्ति और अनुकूल नीतियों को समर्पित रूप से सामने रखेगा। प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान से प्रेरित यह पहल न केवल राज्य की आर्थिक तस्वीर को बदलेगी बल्कि देश को एक और औद्योगिक शक्ति केंद्र प्रदान करेगी।
अब देखना यह होगा कि केंद्र और राज्य सरकार के समन्वय से यह आयोजन उत्तराखण्ड को किन ऊँचाइयों तक ले जाता है। पर इतना तय है कि उत्तराखण्ड अब केवल “देवभूमि” नहीं, बल्कि “उद्योग भूमि” बनने की ओर भी तेज़ी से अग्रसर है।
रिपोर्ट: Intzar Raza | विशेष संवाददाता
Daily Live Uttarakhand