20 रूपये के बीमा निवेश से संकट की घड़ी में परिवार को मिली 2 लाख की मदद

इन्तजार रजा हरिद्वार- 20 रूपये के बीमा निवेश से संकट की घड़ी में परिवार को मिली 2 लाख की मदद
कभी-कभी जागरूकता के साथ किया गया छोटा सा निवेश भी संकट की घड़ी से जूझ रहे परिवार को बड़ा सहारा प्रदान कर सकती है।ऐसा ही दुर्भाग्यपूर्ण वाक्या विकासखंड गैरसैंण के रोहिडा गांव में देखने को मिला।जहां बीते मई माह में रोहिडा-तिमिलगैर गांव निवासी बलवंत सिंह पुत्र देव सिंह उम्र 32 वर्ष की बोलेरो वाहन दुर्घटना में गौचर चमोली के पास मृत्यु हो गई थी।पेशे से चालक बलवंत सिंह गाड़ी चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते थे,उनकी असमय मौत से परिवार पर संकट के बादल मंडराने लगे।
✅बैंक ने सूचना देकर बताया 20रूपये के बीमे के बारे में
ऐसे संकट की घडी में जब भारतीय स्टेट बैंक मेहलचौरी द्वारा परिजनों को सूचना दी गई की बलवंत सिंह ने प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना की सुविधा ली हुई है,जिस पर सालाना महज 20 रूपये की धनराशि ही कटती थी।मामले में जरूरी दस्तावेज जमा करवाने के बाद परिवार को 2लाख दुर्घटना बीमा का लाभ प्रदान किया गया।जिस पर बलवंत सिंह के किसान पिता देव सिंह ने कहा कि उन्हें बेटे के बीमा की जानकारी नहीं थी बैंक वालों ने ही इसकी जानकारी दी।
✅परिवार को मिला सहारा बच्चों की पढ़ाई ओर परवरिश में मिलेगी मदद
सरकार की इस योजना ने उनके परिवार को अपने पैरों पर खड़ा होने की ताकत दी है,जिससे बलवंत के दो छोटे-छोटे बच्चों की पढ़ाई लिखाई और परवरिश में मदद मिलेगी।
✅बैंक प्रबंधक ने बताए बीमे के लाभ
छोटी धनराशि की बीमा योजनाओं के लाभ की जानकारी देते भारतीय स्टेट बैंक मेहलचौरी के प्रबंधक अनिल गिरी गोस्वामी ने बताया कि बचत खाता होने पर 20 रूपये में प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के लाभ के रूप में दुर्घटना मृत्यु पर 2लाख की धनराशि देय होती है।जबकि दिव्यांगता की स्थिति में प्रतिशत के अनुसार 50हजार व 1लाख तक का लाभ प्रदान किया जाता है।जिसके लिए 18 से 70 वर्ष तक की उम्र के लोग आवेदन कर सकते हैं।वहीं 436 रूपये सालाना की धनराशी पर प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत सामान्य मृत्यु पर भी 2लाख की धनराशि दी है जिसमें 18 से 50 वर्ष तक के व्यक्ति योजना का लाभ ले सकते हैं।दुर्घटना में मौत की स्थिति पर मृत्यु प्रमाण पत्र, घटना की प्राथमिक सूचना रिपोर्ट,पंचनामा व पोस्टमार्टम रिपोर्ट के कागजात जमा करने होते हैं।अन्य योजनाओं में शून्य से 10 साल तक की बालिकाओं के नाम सुकन्या स्मृध्दि योजना में सबसे अधिक ब्याज देय होता है।वहीं 40 साल तक की उम्र तक के खाताधारक अटल पेंशन योजना में निवेश करने पर 60 साल के बाद एक निश्चित धनराशी मासिक पेंशन के रूप में देकर सामाजिक सुरक्षा के दायरे को बढ़ाया जा रहा है।