ग्रीन एण्ड क्लीन कांवड़ यात्रा का सपना हो रहा साकार,, मुख्यमंत्री धामी की पहल रंग लाई, कांवड़िए बोले– ‘धन्यवाद सरकार’,, प्रशासनिक प्रबंधन, तकनीकी निगरानी और सेवा भाव का संगम बनी कांवड़ यात्रा 2025

इन्तजार रजा हरिद्वार- ग्रीन एण्ड क्लीन कांवड़ यात्रा का सपना हो रहा साकार,,
मुख्यमंत्री धामी की पहल रंग लाई, कांवड़िए बोले– ‘धन्यवाद सरकार’,,
प्रशासनिक प्रबंधन, तकनीकी निगरानी और सेवा भाव का संगम बनी कांवड़ यात्रा 2025
हरिद्वार, 13 जुलाई 2025 –
श्रावण मास में आयोजित होने वाली विश्व प्रसिद्ध कांवड़ यात्रा इस वर्ष एक नई पहचान बना रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के ‘ग्रीन एण्ड क्लीन कांवड़ यात्रा’ के सपने को साकार करने की दिशा में जिला प्रशासन हरिद्वार ने जिस तत्परता और योजनाबद्धता से कार्य किया है, वह उदाहरण बन गया है। यात्रा में आई लाखों की संख्या में शिवभक्तों ने व्यवस्थाओं की खुलकर सराहना की और मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी के प्रयासों के लिए आभार प्रकट किया।
कांवड़ यात्रा मोबाइल एप और रियल टाइम निगरानी
मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस बार कांवड़ यात्रा में डिजिटल नवाचार भी शामिल किया गया। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एक कांवड़ यात्रा मोबाइल एप लॉन्च किया गया, जिसमें रूट मैप, चिकित्सा केंद्र, जल एवं शौचालय सुविधा, ट्रैफिक अपडेट्स आदि की जानकारी उपलब्ध कराई गई है।
सुरक्षा और नियंत्रण के लिहाज से सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन की मदद से मेले की 24×7 निगरानी हो रही है। सीसीआर कंट्रोल रूम में अधिकारियों की निगरानी टीम तैनात है जो हर गतिविधि पर पैनी नजर रख रही है।
जिलाधिकारी और एसएसपी की ग्राउंड निगरानी
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल स्वयं मेला क्षेत्र का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायज़ा ले रहे हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए सुपर जोनल, जोनल, सेक्टर मजिस्ट्रेट और संबंधित विभागों की ड्यूटी लगाई गई है ताकि किसी भी समस्या का त्वरित समाधान हो सके।
जिलाधिकारी ने बताया कि कांवड़ यात्रा धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रूप से अति महत्वपूर्ण है, इसलिए इसे सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सुखद अनुभव बनाने के लिए प्रशासन पूर्ण समर्पण से कार्य कर रहा है।
सफाई व्यवस्था: 24×7 सेवा में लगे 1650 सफाईकर्मी
इस बार कांवड़ यात्रा का मुख्य फोकस रहा है स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण। नगर निगम हरिद्वार ने 1650 पर्यावरण मित्रों और सफाई कर्मचारियों की तीन शिफ्टों में तैनाती की है। इसके अलावा 215 डस्टबिन, 90 कूड़ा वाहनों की व्यवस्था की गई है।
शौचालय सुविधा को बेहतर बनाने के लिए 180 टिनशेड शौचालय, 58 सार्वजनिक शौचालय, 8 स्मार्ट टॉयलेट, 40 मोबाइल टॉयलेट और 120 एफआरपी शौचालय लगाए गए हैं। एफआरपी शौचालय न सिर्फ अत्याधुनिक हैं बल्कि सौंदर्यपरक भी हैं और यात्रियों को स्वच्छ और आरामदायक अनुभव प्रदान कर रहे हैं। जिला पंचायत द्वारा 19 स्थायी शौचालय, 7 चेंजिंग रूम और 6 अस्थायी शौचालय भी संचालित किए जा रहे हैं।
चिकित्सा सेवाएं और एम्बुलेंस तैनाती
श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखते हुए मेला क्षेत्र में 29 अस्थायी चिकित्सा शिविर स्थापित किए गए हैं। इन शिविरों में 89 डॉक्टर, 117 फार्मेसिस्ट और 150 पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है। आपात स्थिति के लिए 66 एम्बुलेंस (सरकारी व निजी) हर समय तैयार रखी गई हैं।
विद्युत एवं प्रकाश व्यवस्था से रात भी बनी रोशनीमय
रात्रिकालीन सुरक्षा एवं सुविधा के दृष्टिगत मेला क्षेत्र में 7500 स्ट्रीट लाइट्स लगाई गई हैं। 100 जनरेटर भी आरक्षित रखे गए हैं ताकि किसी भी बिजली कटौती की स्थिति में तत्काल व्यवस्था बहाल हो सके। पार्किंग स्थलों और प्रमुख मार्गों पर विशेष रूप से प्रकाश व्यवस्था की गई है जिससे कांवड़ियों को रात में भी यात्रा में कोई दिक्कत न हो।
कुल मिलाकर कांवड़ मेला 2025 इस बार केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि प्रशासनिक कुशलता और जनसेवा का अद्भुत उदाहरण बन गया है। चाहे वह डिजिटल सुविधा हो, स्वच्छता प्रबंधन हो, सुरक्षा व्यवस्था हो या स्वास्थ्य सेवा – हर स्तर पर की गई व्यवस्थाओं से मुख्यमंत्री का ग्रीन एण्ड क्लीन कांवड़ यात्रा का सपना सच होता दिख रहा है।
श्रद्धालुओं की प्रतिक्रियाएं भी प्रशासन की मेहनत को प्रमाणित करती हैं। हजारों श्रद्धालुओं ने हरिद्वार पहुंचकर खुले मन से कहा – “धन्यवाद सरकार, यह कांवड़ यात्रा अब पहले से ज्यादा सुगम, सुरक्षित और सुंदर है।”