A.H.T.U. की सख्त कार्रवाई से फिर बेनकाब हुआ सेक्स रैकेट,, हरिद्वार के दिल्ली गेस्ट हाउस में चल रहा था देह व्यापार का गिरोह,, तीन महिलाएं और दो पुरुष गिरफ्तार, फरार होटल संचालक के नेटवर्क की तलाश तेज

इन्तजार रजा हरिद्वार- A.H.T.U. की सख्त कार्रवाई से फिर बेनकाब हुआ सेक्स रैकेट,,
हरिद्वार के दिल्ली गेस्ट हाउस में चल रहा था देह व्यापार का गिरोह,,
तीन महिलाएं और दो पुरुष गिरफ्तार, फरार होटल संचालक के नेटवर्क की तलाश तेज
इन्तजार रज़ा, हरिद्वार।
हरिद्वार की धार्मिक छवि पर लगातार कालिख पोत रहे सेक्स रैकेटों के खिलाफ पुलिस ने एक बार फिर निर्णायक प्रहार किया है। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (A.H.T.U.) की टीम ने SSP प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के निर्देश पर 27 जून को सत्यम विहार, भूपतवाला स्थित दिल्ली गेस्ट हाउस में छापा मारते हुए देह व्यापार में लिप्त तीन महिलाओं और दो पुरुषों को रंगे हाथों दबोच लिया।
इस पूरी कार्रवाई ने एक बार फिर इस बात को उजागर कर दिया है कि किस तरह कुछ होटल धर्मनगरी हरिद्वार की पवित्रता को ठेस पहुंचाते हुए अंधेरे में गैरकानूनी गतिविधियों का अड्डा बने हुए हैं।
SSP डोबाल के नेतृत्व में A.H.T.U. की ताबड़तोड़ कार्रवाई
देह व्यापार की लगातार मिल रही सूचनाओं और क्षेत्रीय असंतोष के बीच SSP प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने इस नेटवर्क पर करारा प्रहार करने के निर्देश दिए।
A.H.T.U. की टीम — जिसमें महिला उपनिरीक्षक राखी रावत के साथ कांस्टेबल राकेश कुमार, बीना गोदियाल, दीपक, जयराज भंडारी, दीपक चंद और महिला कांस्टेबल गीता शामिल थे — ने सत्यम विहार स्थित दिल्ली गेस्ट हाउस पर गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की।
छापे के दौरान पुलिस टीम ने होटल के एक कमरे में अनैतिक गतिविधियों में संलिप्त पाए गए तीन महिलाओं और दो पुरुषों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
टीम ने मौके से भारी मात्रा में नगदी, आपत्तिजनक सामग्री और इलेक्ट्रॉनिक सबूत भी जब्त किए हैं।
फोन कॉल से होती थी डील, बाहर से मंगाई जाती थीं लड़कियां
पुलिस की प्रारंभिक जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
- होटल दिल्ली गेस्ट हाउस को बिजनौर, उत्तर प्रदेश निवासी एक व्यक्ति ने लीज पर लिया हुआ था।
- उक्त व्यक्ति लंबे समय से देह व्यापार के इस गोरखधंधे में लिप्त था और उसका नेटवर्क दिल्ली, यूपी, पंजाब और हरियाणा तक फैला हुआ बताया जा रहा है।
- ग्राहक और लड़कियों के बीच सौदेबाजी फोन कॉल्स के जरिए होती थी।
- डील फाइनल होने के बाद लड़कियों को होटल में भेजा जाता था, जहां ग्राहक पहले से इंतज़ार कर रहे होते थे।
यह बात भी सामने आई है कि लड़कियों को खासतौर पर अन्य राज्यों से बुलाया जाता था। यह ट्रैफिकिंग का गंभीर मामला बनता है और पुलिस इस ऐंगल से भी जांच में जुटी है।
फरार है होटल संचालक, तलाश में जुटी पुलिस
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस पूरे गिरोह का मुख्य संचालक — जो होटल को लीज पर लेकर देह व्यापार का केंद्र बना चुका था — अभी फरार है।
पुलिस के मुताबिक, यह व्यक्ति एक पेशेवर अपराधी है और पहले भी विभिन्न शहरों में देह व्यापार से जुड़े मामलों में नामजद रह चुका है।
उसके खिलाफ फरारी की कार्यवाही शुरू कर दी गई है और जल्द ही गैर-जमानती वारंट भी जारी किए जा सकते हैं। पुलिस की कई टीमें संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं।
हरिद्वार के SSP प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने Daily Live Uttarakhand से खास बातचीत में कहा:
“हरिद्वार एक धार्मिक और आध्यात्मिक नगरी है। इस तरह की अनैतिक गतिविधियां न केवल कानून के खिलाफ हैं बल्कि शहर की आत्मा और श्रद्धालुओं की आस्था को भी ठेस पहुंचाती हैं। हमने पहले भी कई सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया है और आगे भी ऐसी कोई ढील नहीं बरती जाएगी।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि होटल संचालकों की पृष्ठभूमि की अब दोबारा जांच होगी और जिन होटलों में इस तरह की गतिविधियों की आशंका है, उनके लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।
स्थानीय जनता में आक्रोश, प्रशासन से सख्ती की मांग
स्थानीय व्यापारियों, निवासियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं में इस घटना को लेकर भारी रोष है।
सत्यम विहार भूपतवाला जैसे शांतिपूर्ण और तीर्थ क्षेत्र में इस तरह के कुकृत्यों की भनक मिलने पर क्षेत्रीय लोगों ने तत्काल कठोर कार्रवाई की मांग उठाई थी।
अब जब होटल से देह व्यापार का भंडाफोड़ हुआ है, तो लोग अन्य होटलों और गेस्ट हाउसों की भी जांच कराने की मांग कर रहे हैं।
एक स्थानीय निवासी संजय ने कहा:
“होटल के नाम पर ये लोग जिस्मफरोशी जैसे धंधे चला रहे हैं। प्रशासन को ऐसे होटल बंद कर देने चाहिए और संचालकों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही होनी चाहिए।”
A.H.T.U. की टीम का सराहनीय कार्य
पुलिस विभाग की A.H.T.U. टीम द्वारा इस केस में की गई त्वरित और साहसिक कार्रवाई को हर स्तर पर सराहा जा रहा है।
टीम के सदस्यों ने न केवल संवेदनशीलता के साथ ऑपरेशन को अंजाम दिया बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि पीड़ित महिलाओं के पुनर्वास की संभावनाएं तलाशी जाएं।
टीम के सदस्यों के नाम:
- महिला उपनिरीक्षक राखी रावत
- हे.का. राकेश कुमार
- महिला हे.का. बीना गोदियाल
- कांस्टेबल दीपक
- कांस्टेबल जयराज भंडारी
- कांस्टेबल दीपक चंद
- महिला कांस्टेबल गीता
इस टीम ने न केवल अपराध को रोका बल्कि एक बड़े नेटवर्क के सिरों तक पहुंचने की संभावनाएं भी खोली हैं।
अपराध के खिलाफ ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ की नीति
हरिद्वार पुलिस की यह कार्रवाई यह संकेत देती है कि SSP प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के नेतृत्व में अपराधों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं बरती जा रही।
अनैतिक देह व्यापार के खिलाफ ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत न सिर्फ रैकेट्स को बेनकाब किया जा रहा है बल्कि इनके पीछे के मास्टरमाइंड्स को भी चिन्हित कर कानूनी शिकंजे में लाने की कोशिशें हो रही हैं।
अब ज़रूरत इस बात की है कि शहरवासी भी सतर्क रहें और इस तरह की गतिविधियों की जानकारी तुरंत पुलिस को दें, ताकि हरिद्वार की धार्मिक और सांस्कृतिक गरिमा सुरक्षित रह सके।
रिपोर्ट – Daily Live Uttarakhand