ट्रैक्टर-ट्रॉली और कार की जबरदस्त टक्कर, हादसे में दो की मौत, एक घायल हरिद्वार के मंगलौर में दर्दनाक सड़क दुर्घटना से मचा कोहराम,

इन्तजार रजा हरिद्वार- ट्रैक्टर-ट्रॉली और कार की जबरदस्त टक्कर,
हादसे में दो की मौत, एक घायल
हरिद्वार के मंगलौर में दर्दनाक सड़क दुर्घटना से मचा कोहराम,
हरिद्वार जिले के मंगलौर कोतवाली क्षेत्र में बीती रात एक भीषण सड़क हादसे ने दो परिवारों को गमगीन कर दिया। मंगलवार देर रात मंडावली गांव के पास उजाला फैक्ट्री कट के पास एक कार और ट्रैक्टर-ट्रॉली के बीच जोरदार टक्कर हो गई। इस दर्दनाक हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और स्थानीय लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। पुलिस को सूचना मिलते ही वह त्वरित गति से घटनास्थल पर पहुंची और घायलों को अस्पताल भिजवाया गया।
हरिद्वार की ओर जा रहे थे मेरठ निवासी
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार 13 मई की देर रात एक कार में सवार होकर मेरठ निवासी लोग हरिद्वार की ओर जा रहे थे। जैसे ही उनकी कार मंडावली गांव के पास उजाला फैक्ट्री कट के समीप पहुंची, तभी कार के आगे चल रही एक ट्रैक्टर ट्रॉली से भीषण टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार ट्रॉली के पिछले हिस्से में जा घुसी और बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। घटना की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर दौड़े और पुलिस को सूचना दी।
मृतकों में शुभम गोयल और एक अज्ञात व्यक्ति
हादसे के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंची और कार में सवार घायलों को 108 एंबुलेंस के माध्यम से रुड़की के सिविल अस्पताल भेजा गया। अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने कार सवार शुभम गोयल पुत्र राजेंद्र गोयल निवासी गुरुद्वारा रोड, मोदीपुरम, मवाना, मेरठ और एक अज्ञात व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया। हादसे में एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ है, जिसका उपचार चल रहा है। पुलिस ने दोनों मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल, पुलिस कर रही जांच
जैसे ही हादसे की सूचना मृतकों के परिजनों को दी गई, वे तत्काल सिविल अस्पताल पहुंच गए। अस्पताल परिसर में परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था और माहौल गमगीन हो गया। पुलिस ने मृतकों की पहचान की पुष्टि के बाद आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है। अज्ञात मृतक की पहचान के प्रयास भी जारी हैं। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि ट्रैक्टर ट्रॉली सड़क पर कैसे खड़ी थी या किस परिस्थिति में टक्कर हुई।
लापरवाही या दुर्घटना, जांच के बाद होगा खुलासा
इस हादसे ने एक बार फिर से यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या हमारे सड़कों पर चल रहे भारी वाहन पर्याप्त सुरक्षा मानकों का पालन कर रहे हैं? क्या सड़क पर खड़े ट्रैक्टर ट्रॉली जैसे वाहनों पर रिफ्लेक्टर या इंडिकेटर लगे हैं, जिससे रात में आने-जाने वाले वाहन समय रहते उन्हें देख सकें? पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि ट्रैक्टर ट्रॉली बिना उचित संकेत के सड़क पर चल रही थी, लेकिन इसकी पुष्टि जांच के बाद ही होगी।
क्षेत्र में शोक, यातायात नियमों के पालन की उठी मांग
घटना के बाद क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। स्थानीय लोगों और राहगीरों ने हादसे पर दुख जताया और प्रशासन से सड़क सुरक्षा के नियमों को सख्ती से लागू करने की मांग की है। उनका कहना है कि रात के समय भारी वाहनों पर रिफ्लेक्टिव टेप और लाइट्स न होने के कारण इस तरह की दुर्घटनाएं अक्सर होती हैं, जिससे अनमोल जानें चली जाती हैं।
यह हादसा न सिर्फ दो परिवारों के लिए दुखद है बल्कि प्रशासन और समाज दोनों के लिए एक चेतावनी भी है। यदि समय रहते सड़क सुरक्षा को लेकर सख्ती नहीं बरती गई, तो ऐसे हादसे आम हो जाएंगे और बेगुनाहों की जान यूं ही जाती रहेगी।