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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में औद्योगिक क्रांति, उत्तराखण्ड में निवेश, नवाचार और नवसृजन का नया युग, 2025 तक सशक्त उत्तराखण्ड का संकल्प, औद्योगिक विकास से साकार

इन्तजार रजा हरिद्वार- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में औद्योगिक क्रांति,
उत्तराखण्ड में निवेश, नवाचार और नवसृजन का नया युग,
2025 तक सशक्त उत्तराखण्ड का संकल्प, औद्योगिक विकास से साकार

उत्तराखण्ड आज विकास के उस मोड़ पर खड़ा है, जहाँ से राज्य के आर्थिक और औद्योगिक भविष्य की दिशा तय हो रही है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के दूरदर्शी नेतृत्व में राज्य औद्योगिक समृद्धि की ओर तीव्र गति से अग्रसर है। उनके स्पष्ट विजन, दृढ़ इच्छाशक्ति और जनभागीदारी पर आधारित नीतियों ने प्रदेश को देश के अग्रणी निवेश गंतव्यों में शामिल कर दिया है।

नवीन औद्योगिक नीति का प्रभाव

उत्तराखण्ड सरकार द्वारा हाल ही में लागू की गई नवीन औद्योगिक नीति 2023 ने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया है। राज्य में सिंगल विंडो सिस्टम, इंसेंटिव आधारित नीति, भूमि बैंक, इलेक्ट्रॉनिक्स क्लस्टर, और ग्रीन इंडस्ट्रीज को बढ़ावा देने जैसे प्रावधानों ने देश-विदेश के उद्यमियों का विश्वास जीता है।

बढ़ता निवेश और रोजगार के अवसर

मुख्यमंत्री धामी द्वारा आयोजित इन्वेस्टर्स समिट और लगातार किए जा रहे रोड शो के परिणामस्वरूप अब तक हजारों करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव राज्य को प्राप्त हो चुके हैं। वर्ष 2023-24 में ही राज्य को 20,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले, जिससे लगभग 1.5 लाख नए रोजगार सृजित होने की संभावना है। हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर, काशीपुर, और देहरादून में नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जा रहे हैं।

स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता

सरकार का मुख्य फोकस स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार से जोड़ने पर है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना और स्टार्टअप पॉलिसी के माध्यम से युवाओं को न केवल रोजगार बल्कि उद्यमशीलता के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में लघु और कुटीर उद्योगों को भी पुनर्जीवित किया जा रहा है, जिससे पलायन पर अंकुश लगा है।

सशक्त उत्तराखण्ड 2025 का रोडमैप

धामी सरकार का लक्ष्य 2025 तक उत्तराखण्ड को आत्मनिर्भर, रोजगारयुक्त और औद्योगिक रूप से अग्रणी राज्य बनाना है। इसके लिए राज्य में बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जा रहा है – जैसे नई सड़कें, लॉजिस्टिक्स हब, ड्राई पोर्ट्स, और आधुनिक आईटी पार्क। पर्यावरण संतुलन को बनाए रखते हुए हरित विकास की अवधारणा पर भी बल दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड न केवल औद्योगिक रूप से सशक्त बन रहा है, बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। आने वाले वर्षों में यह प्रदेश “न्यू इंडिया” के विकास मॉडल में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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