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साइबर ठग ने SSP हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल की फर्जी फेसबुक ID बनाकर की ठगी की कोशिश, सिडकुल थाने में मुकदमा दर्ज, साइबर सेल व सिडकुल पुलिस पड़ताल में जुटी 

साइबर ठग की सीधे SSP को चुनौती, फर्जी facbook ID पर लगा दी एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की असली फोटो,तबादले की बात कह कर कम दाम पर सामान बेचने के नाम पर ठगी की कोशिश, प्रशासन के उच्च अधिकारियों के लिए ही नहीं बल्कि आम लोगों के लिए भी एक चेतावनी

इन्तजार रजा हरिद्वार:- साइबर ठग ने SSP हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल की फर्जी फेसबुक ID बनाकर की ठगी की कोशिश, सिडकुल थाने में मुकदमा दर्ज, साइबर सेल व सिडकुल पुलिस पड़ताल में जुटी

साइबर ठग की सीधे SSP को चुनौती, फर्जी facbook ID पर लगा दी एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की असली फोटो,तबादले की बात कह कर कम दाम पर सामान बेचने के नाम पर ठगी की कोशिश, प्रशासन के उच्च अधिकारियों के लिए ही नहीं बल्कि आम लोगों के लिए भी एक चेतावनी

SSP प्रमेंद्र सिंह डोबाल को चैलेंज करते हुए इस बार साइबर ठग ने उनकी ही फर्जी फेसबुक ID बनाकर फोटो भी लगा दी। रविवार शाम कई लोगों को इस फर्जी ID से फ्रेंड रिक्वेस्ट भी मिली। कई को MSG आए कि उनका तबादला हो गया है और वे अपना सामान कम दामों पर बेचना चाहते हैं। मामले में SSP को बताया गया। जिसके बाद साइबर सेल ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। उधर इस मामले को लेकर सिडकुल थाने में भी मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
साइबर ठगी का मामला दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है, और हाल ही में हरिद्वार के एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के साथ हुई एक ऐसी घटना ने इसे और भी स्पष्ट कर दिया है। यह घटना यह दर्शाती है कि साइबर अपराधी अब सुरक्षा अधिकारियों और प्रशासनिक व्यक्तियों को भी अपना शिकार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।

 

रविवार शाम को एक साइबर ठग ने हरिद्वार के एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की फर्जी फेसबुक आईडी बनाई, जिसमें एसएसपी की असली फोटो का उपयोग किया गया था। इस फर्जी आईडी के माध्यम से ठग ने कई लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी और उनके साथ व्यक्तिगत संदेश भी भेजे। संदेश में यह दावा किया गया कि एसएसपी का तबादला हो गया है और अब वे अपना सामान सस्ते दामों पर बेचना चाहते हैं। ठग का उद्देश्य इस फर्जी तरीके से लोगों को ठगना और उनका विश्वास जीतकर पैसे निकालना था।

यह घटना न केवल प्रशासन के उच्च अधिकारियों के लिए, बल्कि आम लोगों के लिए भी एक चेतावनी है कि साइबर अपराधी कितनी चालाकी से अपने काम को अंजाम देते हैं। ठग ने न सिर्फ एसएसपी की असली फोटो का इस्तेमाल किया, बल्कि उन्होंने इस संदेश के जरिए लोगों को विश्वास दिलाने की कोशिश की कि वे वास्तव में एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल से बात कर रहे हैं। यह धोखाधड़ी का एक बेहद खतरनाक तरीका है, क्योंकि इसने न सिर्फ एक व्यक्ति की पहचान का दुरुपयोग किया, बल्कि लोगों के विश्वास को भी ठगा।इस मामले की जानकारी मिलने के बाद, एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने तुरंत साइबर सेल को सूचित किया। साइबर सेल ने मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच शुरू कर दी है। इसके अलावा, सिडकुल थाने में भी एक मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस और साइबर सेल की यह तत्परता इस बात को स्पष्ट करती है कि प्रशासन इस प्रकार की घटनाओं को गंभीरता से लेता है और अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।   

साइबर अपराधों के इस बढ़ते खतरे को देखते हुए यह जरूरी है कि लोग सतर्क रहें और किसी भी अजनबी के संदेशों या फ्रेंड रिक्वेस्ट को लेकर संदेह करें। विशेष रूप से, अगर कोई व्यक्ति किसी सरकारी अधिकारी का नाम लेकर आपको किसी प्रकार का व्यापार या लेन-देन करने के लिए कहे, तो इसे नजरअंदाज करें। किसी भी अनजान व्यक्ति से व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें और तुरंत इसकी सूचना संबंधित अधिकारियों को दें।

इसके अलावा, यह भी महत्वपूर्ण है कि लोगों को डिजिटल सुरक्षा के बारे में अधिक जागरूक किया जाए। पासवर्ड की सुरक्षा, सोशल मीडिया अकाउंट्स की गोपनीयता और अन्य सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाना जरूरी है ताकि ऐसे साइबर अपराधों को रोकने में मदद मिल सके।इस घटना से यह भी स्पष्ट होता है कि साइबर अपराधी अब और भी ज्यादा शातिर हो गए हैं और उच्च अधिकारियों के नाम का उपयोग करके ठगी कर रहे हैं। प्रशासन को चाहिए कि वे इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए, और साइबर अपराधियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें ताकि समाज में सुरक्षा का माहौल बना रहे।

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