कानून-व्यवस्था को लेकर बड़ा कदम, एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की अध्यक्षता में विशेष पुलिस बैठक, हर संदिग्ध पर कड़ी नजर, सीमाओं पर सघन चेकिंग और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के निर्देश, अलर्ट मोड पर पूरी पुलिस फोर्स,सोशल मीडिया पर कड़ी नजर और अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई,धार्मिक मामलों में संयम और संवाद की नीति,पुलिस या सेना की वर्दी बेचने वाले व्यापारियों की गतिविधियों पर भी नजर रखे जाने को लेकर निर्देश जारी

इन्तजार रजा हरिद्वार- कानून-व्यवस्था को लेकर बड़ा कदम,
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की अध्यक्षता में विशेष पुलिस बैठक,
हर संदिग्ध पर कड़ी नजर, सीमाओं पर सघन चेकिंग और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के निर्देश, अलर्ट मोड पर पूरी पुलिस फोर्स,सोशल मीडिया पर कड़ी नजर और अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई,धार्मिक मामलों में संयम और संवाद की नीति,पुलिस या सेना की वर्दी बेचने वाले व्यापारियों की गतिविधियों पर भी नजर रखे जाने को लेकर निर्देश जारी
हरिद्वार जनपद की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने और वर्तमान परिदृश्य की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की अध्यक्षता में पुलिस कार्यालय में एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में जनपद भर के सभी सर्किल ऑफिसर, थाना प्रभारी और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल हुए।
एसएसपी डोबाल ने इस बैठक में स्पष्ट किया कि जिले की सीमाओं से लेकर बाजारों, धार्मिक स्थलों और संवेदनशील इलाकों तक हर स्तर पर पुलिस की सक्रियता बनी रहनी चाहिए। उन्होंने यह निर्देश दिया कि जिले की सभी सीमाओं पर हथियारों के साथ सघन चेकिंग की जाए और कोई भी संदिग्ध व्यक्ति जनपद की सीमा में प्रवेश न कर सके, इसके लिए विशेष सतर्कता बरती जाए।
अलर्ट मोड पर पूरी पुलिस फोर्स
बैठक के दौरान एसएसपी ने जिले के सभी पुलिसकर्मियों को वर्तमान हालातों को देखते हुए अलर्ट मोड में रहने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस को न केवल आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए, बल्कि ऐसी स्थितियों को समय रहते भांपकर पहले ही रोकथाम के कदम उठाने चाहिए।
संवेदनशील और अधिक भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में नियमित चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए गए। एसएसपी ने विशेष रूप से बाहरी व्यक्तियों के शत-प्रतिशत सत्यापन को अनिवार्य बताया और कहा कि यदि कोई व्यक्ति किसी इलाके में लंबे समय से रह रहा है लेकिन उसका पहचान-पत्र या पृष्ठभूमि स्पष्ट नहीं है, तो ऐसे लोगों की जांच-पड़ताल तत्काल की जाए।
त्वरित रिस्पांस और सीमावर्ती थाना प्रभारियों की भूमिका
एसएसपी डोबाल ने जिले में किसी भी घटना की सूचना मिलते ही तत्काल और प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी सूचना पर संबंधित थाना प्रभारी के साथ सीमावर्ती थाना प्रभारी भी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और मिलकर कार्यवाही करें। साथ ही, पूरी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को बिना देरी उपलब्ध कराई जाए।
उन्होंने कंट्रोल रूम की निगरानी व्यवस्था को भी सुदृढ़ करने के निर्देश दिए और कहा कि 24 घंटे निरंतर मॉनिटरिंग होनी चाहिए। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना में चूक नहीं होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कंट्रोल रूम से जुड़े सभी पुलिसकर्मी अपने कार्य के प्रति पूरी तरह सजग और जिम्मेदार रहें।
सोशल मीडिया पर कड़ी नजर और अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई
आज के दौर में सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव को ध्यान में रखते हुए एसएसपी डोबाल ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए कि सोशल मीडिया पर चल रही गतिविधियों पर निरंतर निगरानी रखी जाए। यदि किसी प्लेटफॉर्म पर कोई भ्रामक या उकसाऊ पोस्ट दिखाई देती है, तो उस पर तुरंत वैधानिक कार्रवाई की जाए।
सभी क्षेत्राधिकारियों को यह भी निर्देशित किया गया कि वे अपने-अपने सर्किल में सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को सक्रिय रखें और सोशल मीडिया के माध्यम से शांति भंग करने वाले तत्वों की पहचान करें। अभिसूचना शाखा को इन मामलों पर विशेष सतर्कता बरतने और हर उपयोगी सूचना तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाने को कहा गया है।
धार्मिक मामलों में संयम और संवाद की नीति
बैठक के दौरान कप्तान डोबाल ने खास तौर पर धार्मिक मामलों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि धार्मिक मतभेद या टकराव की स्थिति को प्राथमिकता से देखा जाए और दोनों पक्षों से बातचीत कर उन्हें समझाया जाए। यदि समाधान नहीं निकलता है तो कानून के तहत सख्त कार्यवाही की जाए।
एसएसपी ने क्षेत्राधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा कि किसी भी संभावित धार्मिक विवाद को नजरअंदाज न किया जाए। समय रहते संवाद और उचित हस्तक्षेप से विवादों को टालने की नीति अपनाई जाए ताकि जिले में शांति व्यवस्था बनी रहे।
वर्दी की बिक्री पर नियंत्रण, व्यापारियों का सत्यापन
बैठक में पुलिस या सेना की वर्दी बेचने वाले व्यापारियों की गतिविधियों पर भी नजर रखने की बात कही गई। एसएसपी डोबाल ने निर्देश दिए कि जो व्यापारी वर्दी का व्यवसाय कर रहे हैं, उनसे संपर्क कर उनका सत्यापन किया जाए। उन्हें अवगत कराया जाए कि केवल पात्र व्यक्तियों को ही वर्दी बेची जाए और उसकी पूरी जानकारी संबंधित थाना को दी जाए।
बल्क में वर्दी बेचने वालों का भी रिकॉर्ड तैयार कर उसे थाना स्तर पर सुरक्षित रखा जाए ताकि किसी भी आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति द्वारा वर्दी का दुरुपयोग रोका जा सके।
साझा जिम्मेदारी, सशक्त पुलिसिंग
बैठक के समापन पर एसएसपी डोबाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जनपद की सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखना सिर्फ किसी एक विभाग या अधिकारी की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह एक सामूहिक प्रयास है।
उन्होंने कहा कि “हर पुलिसकर्मी को अपनी भूमिका समझनी होगी और पूरी सजगता के साथ कर्तव्यों का पालन करना होगा। जब जनता को पुलिस पर भरोसा होगा, तभी कानून व्यवस्था मजबूत होगी। हमें हर स्थिति के लिए तैयार रहना है, न केवल कागज़ों में, बल्कि जमीन पर।”