हरिद्वार में तैनात ग्राम विकास अधिकारी की आय से 314 प्रतिशत अधिक की निकली संपत्ति, विजिलेंस ने किया गिरफ्तार
कोर्ट ने आरोपी वीडीओ को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया जेल ,50 लाख की मर्सिडीज में घूमती है बीवी, आरोपी वीडीओ को विजिलेंस ने भेजा जेल
इन्तजार रजा हरिद्वार-हरिद्वार में तैनात ग्राम विकास अधिकारी की आय से 314 प्रतिशत अधिक की निकली संपत्ति, 50 लाख की मर्सिडीज में घूमती है बीवी, विजिलेंस ने भेजा जेल…
उत्तराखंड विजिलेंस की टीम ने हरिद्वार जिले में बड़ी कार्रवाई की है। विजिलेंस ने लक्सर में तैनात वीडीओ (ग्राम विकास अधिकारी) को गिरफ्तार किया है। ये कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले में हुई है। विजिलेंस ने आरोपी वीडीओ को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
आरोपी वीडीओ का नाम रामपाल बताया जा रहा है, जो मूल रूप से यूपी के बुलंदशहर का रहने वाला है। वह इस वक्त हरिद्वार जिले के लक्सर में वीडीओ के पद पर तैनात है। जानकारी के मुताबिक, आरोपी वीडीओ के खिलाफ काफी पहले आय से अधिक संपत्ति की शिकायत विजिलेंस में दर्ज हुई थी, जिसकी विजिलेंस जांच कर रही थी।
विजिलेंस जांच के दौरान 1 जनवरी 2007 से 31 दिसंबर 2018 के बीच रामपाल के बैंक खातों की जांच की गई। इसमें उनकी आय कुल एक करोड़ 50 लाख 52 हजार 159 रुपए का पता चला। जबकि इस दौरान रामपाल द्वारा 6 करोड़ 23 लाख 32 हजार 159 रुपए खर्च किए गए। यह रकम उनकी आय से 4 करोड़ 72 लाख 80 हजार रुपए अधिक है। ये राशि आय के मुकाबले 314 प्रतिशत अधिक है। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि आरोपी ने काफी पैसा अपनी पत्नी पूनम सिंह के नाम पर इन्वेस्ट कर रखा था। पूनम सिंह के नाम पर 7 आवासीय प्लॉट हरिद्वार जिले में और 1 प्लॉट बुलंदशहर में होने का पता चला। इसके अलावा गाजियाबाद में एक डुप्लेक्स बिल्डिंग, लगभग 50 लाख रुपए कीमत की मर्सिडीज कार, एक हुंडई कार (24 लाख), दो एक्टिवा स्कूटी और एक बुलेट मोटरसाइकिल भी पूनम सिंह के नाम पर थीं।
बाद में विजिलेंस ने रामपाल से उसकी इस संपत्ति का ब्यौरा मांगा पर वह टीम को संतुष्ट नहीं कर सका। इस पर टीम ने उसे लक्सर से गिरफ्तार कर लिया है। देहरादून ले जाने के बाद टीम ने उसे स्पेशल एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने रामपाल को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
विजिलेंस की जनता से अपील :- यदि कोई राज्य के सरकारी विभागों में नियुक्त अधिकारी/कर्मचारी एवं लोक सेवक द्वारा लोक कर्तव्य के निर्वहन में अपने आचरण द्वारा या अन्य प्रकार के असम्यक लाभ (पारितोषण) हेतु अवैध मांग या किसी को प्रेरित कराकर रिश्वत (उत्कोच) की मांग की जाती है या उसके द्वारा आय से अधिक अवैध सम्पत्ति अर्जित की गयी हो, तो इस सम्बन्ध में सतर्कता अधिष्ठान के टोल फ्री हैल्पलाइन नम्बर-1064 एवं WhatsApp नम्बर 9456592300 पर सम्पर्क कर भ्रष्टाचार के विरूद्ध अभियान में निर्भीक होकर सूचना दें।