गढमीरपुर-कुतुबपुर मार्ग पर स्कूटी सवार युवक पर बाघ का हमला,, खानपुर वन रेंज के क्षैत्र पंचपुरी गढमीरपुर में बाघ की दस्तक से ग्रामीणों में दहशत,, बाल-बाल बचा युवक बोला – जिंदगी ऐसे पल में आंखों के सामने घूम गई

इन्तजार रजा हरिद्वार- गढमीरपुर-कुतुबपुर मार्ग पर स्कूटी सवार युवक पर बाघ का हमला,,
खानपुर वन रेंज के क्षैत्र पंचपुरी गढमीरपुर में बाघ की दस्तक से ग्रामीणों में दहशत,,
बाल-बाल बचा युवक बोला – जिंदगी ऐसे पल में आंखों के सामने घूम गई
इन्तजार रज़ा | Daily Live Uttarakhand | हरिद्वार
हरिद्वार जनपद के बहादराबाद क्षेत्र अंतर्गत गांव गढमीरपुर और कुतुबपुर के बीच शनिवार शाम करीब 7:30 बजे एक सनसनीखेज़ घटना घटी।
स्कूटी सवार युवक नौशाद पर अचानक खानपुर वन रेंज क्षैत्र के कुतुबपुर गढमीरपुर मुख्य मार्ग के किनारे की झाड़ियों से निकले बाघ ने हमला करने की कोशिश की। युवक किसी तरह अपनी जान बचाकर भागने में सफल रहा।
झाड़ियों से झपटा बाघ, सांसें थम गईं
घटना उस वक्त घटी जब नौशाद रोजकी तरह कंपनी से ड्यूटी करके अपने घर स्कूटी पर सवार होकर गढमीरपुर कुतुबपुर से होते हुए घर मीरपुर मुवाजरपुर की ओर आ रहा था। गन्ने के खेतों और झाड़ियों के बीच जैसे ही वह पहुंचा, बाघ अचानक सड़क पर आ धमका और उसकी ओर झपट पड़ा।
मीरपुर मुवाजरपुर निवासी नौशाद ने बताया:
“मैंने जैसे ही बाघ को सामने आते देखा, मेरी रफ्तार बढ़ा दी और जोर से चिल्लाया। वो एक पल को रुका और फिर खेतों में वापस चला गया। उस एक पल में मेरी आंखों के सामने जिंदगी घूम गई।”
ग्रामीणों में फैला डर, सुरक्षा को लेकर चिंतित लोग
घटना के बाद गढमीरपुर, कुतुबपुर और आसपास के क्षेत्रों में बाघ की मौजूदगी को लेकर डर का माहौल है।
ग्रामीणों का कहना है कि अब बच्चों का स्कूल जाना, महिलाओं का खेतों में काम करना और लोगों का आम रास्तों से गुजरना तक मुश्किल हो गया है।
वन विभाग से कार्रवाई की उम्मीद
घटना के बाद ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि बाघ को ट्रैक कर पकड़ा जाए और इलाके में निगरानी व गश्त को तत्काल बढ़ाया जाए। विभाग से संपर्क के प्रयास किए गए, लेकिन वन रेंजर की ओर से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
समय रहते कदम जरूरी
बाघ और इंसानी बस्तियों के बीच टकराव का यह मामला बताता है कि अब सुरक्षा और सतर्कता दोनों अनिवार्य हो गई हैं।
‘Daily Live Uttarakhand’ प्रशासन से अपील करता है कि बाघ की सक्रियता को गंभीरता से लेते हुए ठोस कदम उठाए जाएं।
नौशाद की तरह हर बार किस्मत साथ नहीं देगी।