विकसित भारत की दिशा में बड़ा कदम, सीएम धामी ने सभी डीएम को दिए निर्देश: “हर स्तर पर हो तेज़ी से कार्य”, पर्यावरण, स्वच्छता, स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन और भ्रष्टाचार पर विशेष फोकस

इन्तजार रजा हरिद्वार- विकसित भारत की दिशा में बड़ा कदम,
सीएम धामी ने सभी डीएम को दिए निर्देश: “हर स्तर पर हो तेज़ी से कार्य”,
पर्यावरण, स्वच्छता, स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन और भ्रष्टाचार पर विशेष फोकस
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को शासकीय आवास से राज्य के सभी जिलाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की। इस महत्वपूर्ण बैठक में सीएम ने ‘विकसित भारत-2047’ के लक्ष्य की दिशा में ज़मीनी कार्यों को गति देने का आह्वान किया और अधिकारियों को ग्राम से लेकर ज़िला स्तर तक ठोस योजनाएं तैयार करने के निर्देश दिए।
हर ज़िले में दिखे बदलाव, हर नागरिक तक पहुंचे योजनाएं
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि विकसित उत्तराखण्ड की कल्पना तभी साकार होगी जब समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुँचे। उन्होंने निर्देश दिए कि हर जिलाधिकारी अपने जनपद में जनहित से जुड़े पांच नवाचारों (Best Practices) को लागू करें। साथ ही, टीबी मुक्त जिलों की पहचान कर उन्हें पुरस्कृत करने की भी घोषणा की गई।
पर्यावरण और स्वच्छता पर विशेष अभियान
सीएम धामी ने 5 जून से 25 जुलाई तक विशाल पौधारोपण अभियान चलाने की घोषणा की। ‘एक पेड़ माँ के नाम’ कार्यक्रम को हर जिले में प्राथमिकता से लागू करने और प्लास्टिक मुक्त उत्तराखण्ड के लिए जन-जागरूकता बढ़ाने को कहा गया। सभी जिलों में जल स्रोतों की सुरक्षा और अमृत सरोवरों की मॉनिटरिंग हेतु नोडल अधिकारियों की नियुक्ति का निर्देश भी दिया गया।
मानसून से पहले तैयारियां, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन पर सतर्कता
मुख्यमंत्री ने बताया कि भारतीय मौसम विभाग ने उत्तराखण्ड में औसत से अधिक वर्षा की चेतावनी दी है। ऐसे में नालों की सफाई, पेयजल और विद्युत आपूर्ति, स्वास्थ्य सेवाएं और सड़कों की स्थिति दुरुस्त की जाए।
- डेंगू, मलेरिया और कोविड-19 की रोकथाम के लिए अस्पतालों की तैयारियों का परीक्षण अनिवार्य किया गया।
- आपदा प्रबंधन को अलर्ट मोड में रखते हुए सभी टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर सक्रिय रखने के निर्देश दिए गए।
- चारधाम यात्रा मार्ग पर विशेष सतर्कता और सुरक्षा की समीक्षा की गई।
भ्रष्टाचार, फर्जी दस्तावेज, अतिक्रमण पर कड़ी कार्यवाही के आदेश
सीएम धामी ने फर्जी आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड इत्यादि के विरुद्ध चल रहे अभियानों को और तेज़ करने को कहा। सड़क किनारे अवैध अतिक्रमण हटाने और सरकारी कार्यालयों में 1064 हेल्पलाइन की स्पष्ट जानकारी देने का भी निर्देश दिया गया। “भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखण्ड” का संदेश जन-जन तक पहुंचे, यह सुनिश्चित करने को कहा गया।
स्थानीय उत्पाद, लैंड बैंक और वनाग्नि प्रबंधन पर भी ज़ोर
मुख्यमंत्री ने “एक जनपद, दो उत्पाद” योजना को बढ़ावा देने की बात कही और सरकारी आयोजनों में स्थानीय उत्पादों के उपयोग को अनिवार्य करने का निर्देश दिया।
उन्होंने लैंड बैंक की स्थिति पर गंभीरता से ध्यान देने और वर्षा जल संचय हेतु विशेष प्रयासों की आवश्यकता जताई। साथ ही, वनाग्नि नियंत्रण के लिए सुरक्षात्मक उपाय अपनाने की अपील की।
योग दिवस, कैंची धाम स्थापना दिवस और वैरिफिकेशन ड्राइव
- 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए विशाल जन-जागरूकता और शिविर लगाने की योजना बनाई गई।
- 15 जून को कैंची धाम स्थापना दिवस पर यातायात और पार्किंग व्यवस्था सुदृढ़ करने को कहा गया।
- वैरिफिकेशन ड्राइव को तेज और प्रभावशाली बनाने के निर्देश भी दिए गए।
उपस्थित अधिकारी
इस बैठक में प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी, कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत और सभी ज़िलाधिकारी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री धामी की यह बैठक साफ संकेत देती है कि उत्तराखण्ड सरकार अब नीति से ज़्यादा क्रियान्वयन पर फोकस कर रही है। विकसित भारत-2047 का सपना तभी साकार होगा जब उत्तराखण्ड की नीतियां ज़मीनी हकीकत बनें और प्रशासनिक मशीनरी हर क्षेत्र में पारदर्शिता व गति से कार्य करे।