हरिद्वार में ज्वालापुर पुलिस का बड़ा एक्शन—सराय गोलीकांड में 08 की गिरफ्तारी ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र में गुंडों पर पुलिस का शिकंजा कसता एसएसपी डोबाल का दो टूक संदेश—अब हिंसा नहीं, सीधी जेल

इन्तजार रजा हरिद्वार- हरिद्वार में ज्वालापुर पुलिस का बड़ा एक्शन—सराय गोलीकांड में 08 की गिरफ्तारी
ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र में गुंडों पर पुलिस का शिकंजा कसता
एसएसपी डोबाल का दो टूक संदेश—अब हिंसा नहीं, सीधी जेल
हरिद्वार के ज्वालापुर क्षेत्र में सराय गांव में हुए गोलीकांड के बाद जिले की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठे थे। लेकिन इस बार पुलिस ने तत्परता और सख्ती का परिचय देते हुए न केवल मामले की तह तक पहुंच बनाई, बल्कि मुख्य आरोपियों को जेल भेजने के बाद पूरे गिरोह को भी धर-दबोचा। इस घटना में अब तक 08 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें एक नाबालिग को संरक्षण में लिया गया है।
पुलिस ने पकड़े गए बदमाशों के कब्जे से तमंचा, कारतूस, चाकू, तलवार, सरिया, लाठी और बेसबॉल बैट जैसे हथियार बरामद किए हैं। इस कार्रवाई ने यह साफ कर दिया है कि हरिद्वार में अब कानून से खिलवाड़ करने वालों की खैर नहीं।
सराय गांव में रंजिश ने लिया हिंसक रूप, फायरिंग से मचा हड़कंप
दिनांक 10 मई 2025 को ग्राम सराय में दो गुटों के बीच पुरानी रंजिश को लेकर जमकर विवाद हुआ, जो मारपीट और फायरिंग में बदल गया। दोनों पक्षों के युवकों ने इलाके में खुलेआम गोलियां चलाईं और हथियारों से एक-दूसरे पर हमला किया। स्थानीय लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची ज्वालापुर पुलिस ने तत्काल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
इन दोनों के खिलाफ कोतवाली ज्वालापुर में मुकदमा अपराध संख्या 225/2025 धारा 3(5), 191(2), 191(3), 190, 109 बीएनएस और 3/25 व 4/25 आर्म्स एक्ट के तहत गंभीर धाराओं में कार्रवाई की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने पूरे घटनाक्रम की स्वयं निगरानी करते हुए बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए।
12 मई को छह और गिरफ्तार, एक नाबालिग पकड़ा गया, भारी असलहा बरामद
लगातार दबिश के बाद 12 मई को पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी। छह युवकों को गिरफ्तार किया गया और एक नाबालिग को संरक्षण में लिया गया। इनके पास से 315 बोर का तमंचा, दो जिंदा कारतूस, एक लाठी, बेसबॉल बैट, सरिया, चाकू और एक तलवार बरामद की गई।
गिरफ्तार आरोपितों के नाम हैं:
- वंश सैनी उर्फ बशी (19 वर्ष) पुत्र प्रदीप सैनी
- अभय चौहान (23 वर्ष) पुत्र अजय चौहान
- अंकित चौहान (24 वर्ष) पुत्र ऋषिपाल चौहान
(निवासी: सीतापुर, ज्वालापुर, हरिद्वार) - सौरभ कुमार (20 वर्ष) पुत्र बाबूराम
- मोहित (20 वर्ष) पुत्र छत्रपाल
- हिमांशु (18 वर्ष) पुत्र रामपाल
(निवासी: जमालपुर कला, थाना कनखल, हरिद्वार)
- 01 नाबालिग
इन सभी पर भी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है। पुलिस इस गिरोह की आपराधिक पृष्ठभूमि और अन्य मामलों में संलिप्तता की भी जांच कर रही है।
एसएसपी डोबाल की दो टूक—‘अब न जीने देंगे गुंडों को, न डरने देंगे आमजन को’
हरिद्वार के एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने पूरे घटनाक्रम पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि “जिन हाथों में किताबें और कलम होनी चाहिए, वहां तमंचा और तलवार देखना बेहद दुखद है। युवाओं की यह हिंसक प्रवृत्ति समाज के लिए गंभीर खतरा है। अभिभावकों को सजग रहना चाहिए और अपने बच्चों की गतिविधियों पर निगरानी रखनी चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा, “हरिद्वार की छवि को बिगाड़ने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी। गुंडा तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा और किसी भी राजनीतिक या सामाजिक दबाव को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
हरिद्वार पुलिस की सख्ती—शहर में लौट रहा विश्वास, पर ज़िम्मेदारी अब समाज की भी
हरिद्वार पुलिस की यह ताबड़तोड़ कार्रवाई एक तरफ आम नागरिकों में विश्वास जगा रही है, तो दूसरी ओर अपराधियों में भय पैदा कर रही है। लेकिन यह भी साफ है कि सिर्फ पुलिसिया सख्ती से समाधान नहीं होगा—समाज, परिवार और स्थानीय नेतृत्व को भी आगे आकर ऐसी प्रवृत्तियों के खिलाफ मोर्चा लेना होगा।
हरिद्वार अब छुटभैयों और गली के गुंडों के हवाले नहीं छोड़ा जा सकता। यह कार्रवाई एक नज़ीर है, लेकिन अगर समाज अब भी चुप बैठा रहा तो कल यह हिंसा किसी के भी घर का दरवाज़ा खटखटा सकती है।
चेतावनी साफ है—अब हरिद्वार में गुंडई नहीं, सिर्फ कानून चलेगा। पुलिस की कार्रवाई जारी है, अगला नंबर किसका—ये तय है, पर देर किस्मत की नहीं, सिर्फ नीयत की होगी।