सिडकुल में अवैध कोल्ड ड्रिंक फैक्ट्री पर FDA का छापा,, बिना लाइसेंस चल रही थी यूनिट, कांवड़ मेला देखते हुए हरिद्वार प्रशासन की सख्त कार्रवाई,, स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ नहीं करेगा कोई, मुख्यमंत्री के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा विभाग हरिद्वार भी अलर्ट

इन्तजार रजा हरिद्वार- सिडकुल में अवैध कोल्ड ड्रिंक फैक्ट्री पर FDA का छापा,,
बिना लाइसेंस चल रही थी यूनिट, कांवड़ मेला देखते हुए हरिद्वार प्रशासन की सख्त कार्रवाई,,
स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ नहीं करेगा कोई, मुख्यमंत्री के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा विभाग हरिद्वार भी अलर्ट
रिपोर्ट: इन्तजार रज़ा, हरिद्वार | Daily Live Uttarakhand
हरिद्वार के औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल में चल रही एक अवैध कोल्ड ड्रिंक निर्माण फैक्ट्री को जिला प्रशासन ने गुरुवार को छापेमारी कर सील कर दिया। यह कार्रवाई विशेष रूप से कांवड़ मेला 2025 को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के तहत की गई, जिससे किसी भी प्रकार की मिलावटी, नकली या घटिया क्वालिटी की खाद्य सामग्री श्रद्धालुओं तक न पहुंचे।
बिना लाइसेंस और बिना मानकों के चल रही थी फैक्ट्री
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम को खुफिया सूचना मिली थी कि सिडकुल क्षेत्र में एक गुप्त स्थान पर नकली ब्रांड नामों से कोल्ड ड्रिंक्स बनाई जा रही हैं। गुरुवार को हुई इस ताबड़तोड़ कार्रवाई में जब टीम फैक्ट्री के अंदर पहुंची तो वहां न फूड लाइसेंस, न ही कोई गुणवत्ता प्रमाण पत्र मौजूद था। 50 किलो से अधिक कार्बोनेटेड वाटर, 25 किलो चीनी, और सैकड़ों की संख्या में लेबल रहित प्लास्टिक बोतलें तथा नकली लेबल्स बरामद किए गए।
फैक्ट्री में किसी प्रकार की सफाई या स्वच्छता का ध्यान नहीं रखा गया था। खुले ड्रम, गंदे फर्श, और कीड़े-मकोड़ों से युक्त कोनों में बनाई जा रही ये नकली कोल्ड ड्रिंक्स सीधे तौर पर जनता की सेहत के साथ धोखा थीं। इन उत्पादों को स्थानीय दुकानों, कांवड़ मार्गों पर लगे स्टालों और फुटपाथी विक्रेताओं को सस्ते दामों में बेचा जा रहा था।
कार्रवाई टीम में कौन-कौन शामिल रहे
इस छापेमारी का नेतृत्व जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री संजय सिंह, वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी दिलीप जैन, तथा सिडकुल थाना प्रभारी एसआई महिपाल सिंह ने किया। पुलिस बल और विभागीय टीम के साथ फैक्ट्री को घेरकर जांच की गई और उसके बाद मौके पर ही सील कर दिया गया।
फैक्ट्री में मौजूद कर्मचारियों और एक चौकीदार से पूछताछ की गई है। पूछताछ में सामने आया है कि फैक्ट्री मालिक रात के समय अधिकतर निर्माण कराता था ताकि नजर से बचा जा सके। फैक्ट्री के संचालक की पहचान की जा रही है, और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ नहीं करने देंगे: प्रशासन
इस पूरे मामले पर जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री संजय सिंह ने Daily Live Uttarakhand से बातचीत में कहा:
“कांवड़ यात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालु हरिद्वार आते हैं, ऐसे में प्रशासन का पहला दायित्व उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य सुनिश्चित करना है। यह फैक्ट्री बिना अनुमति के, बिना गुणवत्ता जांच के काम कर रही थी जो अपराध की श्रेणी में आता है। हमने इसे तत्काल प्रभाव से सील कर दिया है और आगे की विधिक कार्रवाई प्रचलित है।”
चौकीदार ने बताई अंदर की कहानी
फैक्ट्री में मौजूद चौकीदार ने बताया कि –
“हमें कहा गया था कि ये बोतलें छोटे दुकानदारों को सप्लाई होती हैं। यहां रोज़ रात में काम होता था, और गाड़ी आकर माल लेकर चली जाती थी।”
यह जानकारी यह साफ संकेत देती है कि पूरे नेटवर्क की जांच की आवश्यकता है, क्योंकि यह मामला केवल एक यूनिट तक सीमित नहीं हो सकता।
कांवड़ यात्रा में फूड सेफ्टी को लेकर अलर्ट मोड पर प्रशासन
कांवड़ मेला 2025 में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या इस बार 5 करोड़ से अधिक अनुमानित की गई है। ऐसे में शासन-प्रशासन का पूरा जोर इस बात पर है कि हर स्तर पर व्यवस्थाएं चाकचौबंद रहें। खाद्य एवं पेय पदार्थों की गुणवत्ता को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
पिछले वर्ष कांवड़ यात्रा के दौरान भी नकली मिठाई, बर्फ, और बोतलबंद पानी को लेकर कई छापे पड़े थे, जिनके चलते लोगों की जागरूकता बढ़ी और प्रशासन की कार्रवाई को व्यापक सराहना मिली थी।
इस बार भी मुख्यमंत्री द्वारा अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि –
“जनता की सेहत के साथ कोई भी खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषियों पर कठोर कार्रवाई हो।”

- ✅ नकली कोल्ड ड्रिंक्स की फैक्ट्री सील
- ✅ बिना फूड लाइसेंस के चल रही थी यूनिट
- ✅ खाद्य सुरक्षा टीम और पुलिस ने की संयुक्त कार्रवाई
- ✅ रात के समय सप्लाई कर रहा था संचालक
- ✅ जल्द हो सकती है मालिक की गिरफ्तार
इस कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि प्रशासन इस बार कांवड़ मेले में “नो टॉलरेंस” नीति पर काम कर रहा है। नकली, असुरक्षित खाद्य या पेय पदार्थ बेचने वालों के खिलाफ लगातार छापेमारी होगी। इस प्रकार की सतर्कता न केवल श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करती है, बल्कि आमजन में भी प्रशासन के प्रति भरोसा और भय दोनों स्थापित करती है।
इन्तजार रजा, विशेष संवाददाता
Daily Live Uttarakhand