पिरान कलियर में 757वां उर्स: जायरीनों की सुविधा हेतु ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने किया निरीक्षण,, स्थानीय समाजसेवी इसरार शरीफ ने ठेका, एंट्री शुल्क व यातायात व्यवस्था पर दिलाया ध्यान,, भव्य, सुरक्षित और व्यवस्थित मेला — सुधार के ठोस सुझाव हुए पेश

इन्तजार रजा हरिद्वार- पिरान कलियर में 757वां उर्स: जायरीनों की सुविधा हेतु ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने किया निरीक्षण,,
स्थानीय समाजसेवी इसरार शरीफ ने ठेका, एंट्री शुल्क व यातायात व्यवस्था पर दिलाया ध्यान,,
भव्य, सुरक्षित और व्यवस्थित मेला — सुधार के ठोस सुझाव हुए पेश
रुड़की, पिरान कलियर —
आगामी 757वें उर्स साबिर पाक की तैयारियों को लेकर आज पिरान कलियर पहुंचे ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की ने मेला क्षेत्र और आसपास की व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान कलियर निवासी वरिष्ठ समाजसेवी इसरार शरीफ ने मुलाकात कर मेले की मौजूदा स्थिति, कमियों और जायरीनों की जरूरतों से अवगत कराया। उन्होंने ठेका प्रणाली, एंट्री शुल्क, सुरक्षा, स्वच्छता और यातायात सहित कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रशासन का ध्यान केंद्रित कराया।
सड़क और सफाई को लेकर चिंता
इसरार शरीफ ने सबसे पहले रुड़की से पिरान कलियर आने वाले तीनों मार्गों की स्थिति का मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि रास्तों के किनारे खड़ी बड़ी-बड़ी घास न केवल मार्ग की साफ-सफाई को प्रभावित कर रही है बल्कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी जोखिमपूर्ण है। उन्होंने इन घासों की तत्काल कटाई की मांग की, ताकि उर्स में आने वाले जायरीनों को सुरक्षित और सुगम मार्ग मिल सके।
बरसाती पानी से मस्जिद में परेशानी
दरगाह साबिर पाक की मस्जिद में बरसात के दौरान पानी भरने की समस्या पर भी इसरार शरीफ ने चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इससे नमाजियों और जायरीनों को भारी असुविधा होती है तथा धार्मिक स्थल की गरिमा भी प्रभावित होती है। उन्होंने बरसाती पानी की निकासी के लिए स्थायी समाधान की आवश्यकता पर बल दिया।
ठेका और एंट्री शुल्क पर स्पष्ट मांग
मेले में लगने वाले झूले और सर्कस ठेकों के संदर्भ में इसरार शरीफ ने कहा कि पिछले वर्षों की तरह इस बार भी 10 या 20 रुपये की एंट्री फीस लेना जायरीनों के साथ अन्याय होगा। उन्होंने मांग की कि ठेका इस शर्त पर दिया जाए कि प्रवेश शुल्क पूरी तरह समाप्त हो, ताकि हर वर्ग के लोग बिना किसी आर्थिक बोझ के मनोरंजन का आनंद ले सकें।
दुकानदारों की सुविधा और अवैध वसूली पर रोक
इसरार शरीफ ने सुझाव दिया कि मेले में आने वाले सभी दुकानदारों को समय से अस्थायी दुकानें आवंटित की जाएं और प्रति दुकान का अधिकतम किराया पहले से तय किया जाए। इससे अवैध वसूली और मनमानी दरों पर रोक लगेगी, साथ ही व्यापारी और जायरीन दोनों को राहत मिलेगी।
यातायात व्यवस्था पर जोर
उन्होंने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को यह भी अवगत कराया कि रुड़की से पिरान कलियर की ओर आने वाले कांवड़ मार्ग पर देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य चल रहा है। इससे मुख्य सड़क बंद है और कीचड़ भरे रास्तों से यातायात हो रहा है, जो मेले के दौरान भारी परेशानी पैदा करेगा। उन्होंने पक्की सड़क को अस्थायी रूप से खोलने की मांग की, ताकि मेहमानों को सुगमता से पहुंचने में सुविधा हो।
इसरार शरीफ ने कहा कि

स्थानीय निवासियों ने उम्मीद जताई कि ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के निरीक्षण और इसरार शरीफ के सुझावों के बाद प्रशासन समयबद्ध कार्रवाई करेगा, जिससे 757वां उर्स साबिर पाक न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से भव्य हो, बल्कि सुविधाओं और सुरक्षा के मामले में भी मिसाल पेश कर सके।