नवनियुक्त अल्मोड़ा जिलाधिकारी अंशुल सिंह ने संभाला अल्मोड़ा का कार्यभार,, जनता से संवाद और पारदर्शी प्रशासन होगा प्राथमिकता,, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, पेयजल व खेल गतिविधियों पर विशेष फोकस

इन्तजार रजा हरिद्वार- नवनियुक्त अल्मोड़ा जिलाधिकारी अंशुल सिंह ने संभाला अल्मोड़ा का कार्यभार,,
जनता से संवाद और पारदर्शी प्रशासन होगा प्राथमिकता,,
शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, पेयजल व खेल गतिविधियों पर विशेष फोकस
अल्मोड़ा, 17 अक्टूबर 2025
2018 बैच के युवा और ऊर्जावान आईएएस अधिकारी अंशुल सिंह ने शुक्रवार को अल्मोड़ा के नए जिलाधिकारी (DM) के रूप में पदभार ग्रहण किया। हरिद्वार–रुड़की विकास प्राधिकरण (HRDA) में उपाध्यक्ष रहते हुए उल्लेखनीय कार्य कर चुके अंशुल सिंह को अल्मोड़ा जैसे सांस्कृतिक, पर्वतीय और प्रशासनिक दृष्टि से संवेदनशील जनपद की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
औपचारिक स्वागत और गार्ड ऑफ ऑनर के साथ शुरू हुआ कार्यकाल
नव नियुक्त जिलाधिकारी अंशुल सिंह ने कलैक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर विधिवत रूप से कार्यभार ग्रहण किया, जहां उनका स्वागत अपर जिलाधिकारी युक्ता मिश्रा, संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत गौरी प्रभात, एसडीएम सदर संजय कुमार, एसडीएम द्वाराहाट सुनील कुमार राज सहित प्रशासनिक अमले ने पुष्पगुच्छ भेंट कर किया। इसके बाद जिलाधिकारी को औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया। उन्होंने कोषागार पहुंचकर डबल लॉक, सिंगल लॉक, सीसीएल, डीसीएल आदि का गहन निरीक्षण किया और वित्तीय कार्यों की स्थिति की जानकारी ली।
कलेक्ट्रेट के विभिन्न पटलों का निरीक्षण – जनता की सेवा पर जोर
कार्यभार संभालने के तुरंत बाद जिलाधिकारी ने कलैक्ट्रेट परिसर के विभिन्न पटलों और शाखाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने शिकायत कक्ष, भूमि अभिलेख कक्ष, स्टाम्प अनुभाग, जनाधार कक्ष, निर्वाचन कार्यालय सहित सभी प्रमुख विभागों में जाकर कर्मचारियों से कार्यप्रणाली और लंबित प्रकरणों की जानकारी ली।
इस दौरान उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि –
“सभी अधिकारी और कर्मचारी जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनशील रहें और समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित करें। प्रशासन का दरवाज़ा हमेशा आम लोगों के लिए खुला रहना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ अंतिम छोर तक बैठे व्यक्ति तक पहुंचे, यह सुनिश्चित करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।
जनपद विकास की रूपरेखा: शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, पेयजल और खेल
अपनी प्राथमिकताओं को साझा करते हुए जिलाधिकारी अंशुल सिंह ने कहा कि वे अल्मोड़ा को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में मॉडल जनपद बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक आसान पहुँच सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने बताया कि:
“शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों ही किसी भी समाज की प्रगति की रीढ़ हैं। इन दोनों क्षेत्रों में सुधार के साथ-साथ रोजगार और खेल सुविधाओं को बढ़ाना मेरा प्रमुख उद्देश्य रहेगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल योजनाओं का क्रियान्वयन, खेल मैदानों का विकास और युवाओं के लिए स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार के अवसर बढ़ाना प्रशासन की कार्ययोजना में शामिल रहेगा।
खेल प्रतिभाओं को मिलेगा मंच, युवाओं को प्रोत्साहन
जिलाधिकारी ने विशेष रूप से खेल गतिविधियों के विस्तार की बात करते हुए कहा कि अल्मोड़ा के युवा खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन की क्षमता रखते हैं, लेकिन संसाधनों की कमी उन्हें रोकती है।
“हमारा प्रयास रहेगा कि हर ब्लॉक में खेल सुविधाओं का विस्तार हो और स्थानीय प्रतिभाओं को राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर मंच मिल सके।”
इसके लिए उन्होंने खेल विभाग को शीघ्र प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए, ताकि आने वाले समय में ‘जनपद स्तरीय खेल महोत्सव’ जैसी पहल शुरू की जा सके।
जनता के प्रति जवाबदेही और पारदर्शिता होगी पहचान
अंशुल सिंह ने कहा कि वे एक ऐसे प्रशासनिक ढांचे को मजबूत करना चाहते हैं जो जनता के प्रति जवाबदेह, पारदर्शी और संवादात्मक हो। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनता की शिकायतों को सुनना और उनका समाधान प्राथमिकता में रखा जाए।
“मेरी कोशिश रहेगी कि जनता के हर वर्ग तक प्रशासन की पहुंच सरल और प्रभावी हो। जनता को यह महसूस होना चाहिए कि सरकार उनके साथ है।”
धार्मिक स्थलों और पर्यावरण संरक्षण पर भी विशेष दृष्टि
अल्मोड़ा की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित रखने की दिशा में जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन चितई गोलू देवता मंदिर, कसारदेवी और जागेश्वर जैसे धार्मिक स्थलों के संरक्षण व विकास के लिए प्रतिबद्ध रहेगा। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता अभियान को स्थानीय युवाओं और स्वयंसेवी संस्थाओं की भागीदारी से आगे बढ़ाया जाएगा।
कार्यभार ग्रहण से पहले की आस्था भरी शुरुआत
कार्यभार संभालने से पूर्व नवागत जिलाधिकारी अंशुल सिंह ने चितई स्थित गोलू मंदिर में पूजा-अर्चना कर जनपद की सुख-समृद्धि की कामना की। स्थानीय लोगों ने उन्हें शुभकामनाएं देते हुए उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में अल्मोड़ा में विकास कार्यों को नई दिशा मिलेगी।
डीएम अंशुल सिंह का ‘विजन स्टेटमेंट’ : जनता के साथ विश्वास की साझेदारी
“अल्मोड़ा केवल एक जनपद नहीं, बल्कि एक जीवंत परंपरा और विश्वास का प्रतीक है। मेरा लक्ष्य है कि यहां की हर सड़क, हर स्कूल, हर अस्पताल और हर घर तक विकास की रोशनी पहुंचे। हम ऐसा प्रशासन देंगे जो जनता के साथ खड़ा हो, न कि जनता के सामने। युवाओं को रोजगार, किसानों को सहारा और हर नागरिक को सम्मान मिले – यही मेरा विजन है। प्रशासन तभी सशक्त है, जब जनता संतुष्ट है।”
जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने की चुनौती
जनपद अल्मोड़ा में अब तक कई ऐसे मुद्दे रहे हैं जो जनता की प्राथमिक चिंता हैं — सड़क संपर्क, पेयजल संकट, रोजगार के अवसर और स्वास्थ्य ढांचे की कमी।
ऐसे में अंशुल सिंह के लिए यह कार्यकाल एक चुनौती के साथ-साथ अवसर भी है कि वे अपने प्रशासनिक अनुभव और नीतिगत दक्षता से अल्मोड़ा को नई ऊंचाई पर ले जाएं। अल्मोड़ा में जिलाधिकारी के रूप में अंशुल सिंह का आगमन नई ऊर्जा और दिशा का प्रतीक माना जा रहा है। जनता और प्रशासन के बीच भरोसे का पुल बनाना, पारदर्शिता बढ़ाना और युवाओं को सशक्त बनाना उनके कार्यकाल के मुख्य स्तंभ होंगे।