हरिद्वार में बहादराबाद पुलिस ने भौंरी गांव में कच्ची शराब को कराया पूर्णतया बंद, सराहनीय कार्य के लिए ग्रामीणों ने हरिद्वार बहादराबाद पुलिस को किया सम्मानित

इन्तजार रजा हरिद्वार- हरिद्वार में बहादराबाद पुलिस ने भौंरी गांव में कच्ची शराब को कराया पूर्णतया बंद, सराहनीय कार्य के लिए ग्रामीणों ने हरिद्वार बहादराबाद पुलिस को किया सम्मानित
बहादराबाद। बहादराबाद थाना क्षेत्र में नशा मुक्ति वाहिनी संगठन की ओर से भौंरी गांव में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। यह सम्मान समारोह गांव में कच्ची शराब पूर्णतया बंद होने के उपलक्ष्य में आयोजित हुआ। जिसमें संगठन की महिला शक्ति ने शांतरशाह चौकी इंचार्ज खेमेंद्र गंगवार, ग्राम प्रधान जसविंदर रोड और पत्रकार ऋषभ चौहान को शॉल उड़ा कर सम्मान किया।
इस दौरान संगठन के अध्यक्ष सोरन सिंह ने कहा की गांव में कच्ची शराब घर- घर में बनाई जा रही थी। जिससे गांव के लोग बर्बादी की कगार पर थे। उन्होंने कहा कि सभी के प्रयास से नशा मुक्त गांव अभियान के तहत यह शराब बंद का कार्य सफल हो पाया है।
वही चौकी इंचार्ज ख़मेंद्र गंगवार ने कहा कि जो भी शिकायतें गांव वासियों की तरफ से पुलिस को मिलती रही। उसपर तत्काल कार्यवाही पुलिस ने की गई और आगे भी इसी तरह साख कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने विश्वास दिखाया कि पुलिस कप्तान प्रमेंद्र सिंह डोबाल अवैध नशे के काले कारोबार को लेकर सख्त है और उनके निर्देश पर पुलिस नशे कारोबारियों के खिलाफ जीटी कार्रवाई की जा रही है।सफलता कभी खुद चलकर नही आती बल्कि उसे पाने के लिए लगातार कड़ी मेहनत और धैर्य के साथ-साथ अनुशासित जीवनशैली को अपनाना पड़ता है।
जिला हरिद्वार के एसएसपी का चार्ज मिलने के दिन से ही प्रमेन्द्र सिंह डोबाल अपने चिर-परिचित अंदाज में नशे के खिलाफ अपनी टीम के साथ काम कर रहे हैं। इन प्रयासों में आमजन का भरोसा जीतकर उनमें नशे को ना कहने का धैर्य जगाने के साथ ही जनता की नसों में नशे जहर फैला रहे तत्वों पर कड़ा वार भी शामिल रहा।
नशा मुक्ति के लिए किए जा रहे प्रयासों के क्रम में हरिद्वार पुलिस का सामना थाना बहादराबाद में स्थित ग्राम भौंरी के नागरिकों से हुआ जो गांव और आसपास बिक रही कच्ची शराब से बेहद परेशान थे। विशेषकर गांव की महिलाओं को लगातार ये चिंता सताए जा रही थी बड़े तो पी ही रहे हैं लेकिन बच्चों को भी पीने की लत लग गई तो क्या होगा।
ऐसे में सामाजिक सहयोग और स्वस्थ मानसिकता के साथ थाना बहादराबाद पुलिस ने अपने कप्तान के प्राथमिक लक्ष्य और आमजन की भावनाओं का सम्मान करते हुए नशे का खिलाफ ऐसे युद्ध का सामना किया जहां सुबह सुधरने की इच्छा रखने वालों की भीड़ मिलती थी लेकिन शाम होते होते वह भीड़ करीब-करीब गायब नजर आती थी।
फरियाद लेकर पुलिस कार्यालय पहुंची थी महिलाएं-
परिजनों के सुबह शाम शराब पीने और शराब पीकर कभी घर तो कभी घर के बाहर बखेड़ा खड़ा करने से परेशान ग्रामीण महिलाओं ने पुलिस कार्यालय रोशनाबाद आकर मदद की गुहार लगाई थी। आधी आबादी की समस्या जान श्री डोबाल द्वारा पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी सीओ ज्वालापुर शांतनु पाराशर को देते हुए थानाध्यक्ष बहादराबाद को इस परेशानी को दूर करने को कहा था।
धैर्य की परीक्षा-
कहना बुजुर्गों का कि वक्त तो सुधरने में लगता है, बिगड़ने के लिए थोड़ा वक्त ही काफी है।
ऐसे में धैर्य का परिचय देते हुए थाना बहादराबाद पुलिस ने चौपाल के माध्यम से पहले ग्रामीणों का भरोसा जीता और फिर नशे को ना कहने की हिम्मत को बढ़ावा देते हुए ऐसे तत्वों के खिलाफ सभी ग्रामीणों को एकजुट होकर पुलिस का सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया।
नकारात्मक तत्वों के कसे पेंच-
पूरी तन्मयता से अपना काम कर रही पुलिस ने कच्ची शराब बनाने और सप्लाई करने वालों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए लगातार संभावित जगहों पर छापेमारी की और ऐसे तत्वों को जेल की राह दिखाई।
नशामुक्त हुआ गांव-
पुलिस का लगातार प्रयास और आमजन का साथ आखिरकार सफल रहा जब गांव में हर तरह का नशे की बिक्री पूरी तरह बंद हो गई। अब आधी आबादी इस चिंता से मुक्त है कि गांव की सैर पर निकला उनका पति या बेटा कच्ची शराब पीकर घर लौटेगा।
थाना बहादराबाद पुलिस बटोर रही तारीफ-
कड़ी मेहनत के बाद गांव को नशा मुक्त करने और आसपास के क्षेत्र में गौकशी की घटनाओं पर लगाम लगाने पर सभी ग्रामीणों ने एक स्वर में थानाध्यक्ष नरेश राठौर व थाना बहादराबाद पुलिस का आभार व्यक्त किया तथा भरोसा दिलाया कि कोई भी नकारात्मक क्रियाकलाप हुआ तो तत्काल थाना पुलिस को सूचित करेंगे।
सम्मानित हुई पुलिस-
सुधरे माहौल और सुधरे समाज को देख नए साल के अवसर पर आज दिनांक 02/01/2025 को ग्राम भौंरी वासियों ने पुलिस के उत्साहवर्धन के लिए सम्मान सभा आयोजित की गई तथा इस मुश्किल कार्य को सकुशल साकार करने पर हरिद्वार पुलिस का आभार प्रकट किया गया।
कार्यक्रम में संगठन सचिव उर्मिला, मेमता, कांता देवी, सुनीता, पिंकी, बबली, उर्मिला, इंद्रेश, रीना, बरपाई, रमेशी आदि मौजूद रहे।