शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत का ब्यान: 50 दिन में प्रमोशन प्रक्रिया हो पुरी नहीं तो होगी सख्त कार्रवाई

इन्तजार रजा हरिद्वार-शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत का ब्यान: 50 दिन में प्रमोशन प्रक्रिया हो पुरी नहीं तो होगी सख्त कार्रवाई
उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने संस्कृत विद्यालयों में शिक्षकों के प्रमोशन को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उनका यह बयान शिक्षकों के बीच उम्मीद का संचार करने वाला है, क्योंकि राज्य के संस्कृत विद्यालयों में प्रमोशन की प्रक्रिया वर्षों से लंबित पड़ी हुई थी। मंत्री ने कहा कि शिक्षकों की पदोन्नति की फाइल 2018 से अटकी हुई है, और जब तक यह फाइल पास नहीं होती, तब तक प्रमोशन की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकती।
डॉ. रावत ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि आगामी 50 दिनों के भीतर प्रमोशन की प्रक्रिया पूरी नहीं की जाती है, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह बयान उत्तराखंड सरकार की गंभीरता को दर्शाता है, जो शिक्षकों के अधिकारों और उनके प्रमोशन को प्राथमिकता देने का प्रयास कर रही है।
मंत्री जी ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे लंबित मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाएं, ताकि योग्य शिक्षकों को समय पर उनका हक मिल सके। उन्होंने कहा कि यह समय की मांग है कि उन शिक्षकों को उनकी पदोन्नति मिले, जिन्होंने अपनी सेवा में वर्षों बिताए हैं और अब वे अपने अधिकार के हकदार हैं।
डॉ. रावत का यह बयान उत्तराखंड के शिक्षकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। कई वर्षों से इस प्रमोशन प्रक्रिया का इंतजार कर रहे शिक्षकों को उम्मीद है कि अब सरकार उनके पक्ष में सख्त कदम उठाएगी। इससे यह भी संकेत मिलता है कि राज्य सरकार शिक्षा क्षेत्र में सुधार लाने और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
मंत्री जी का यह बयान केवल एक प्रशासनिक घोषणा नहीं, बल्कि एक संवेदनशील कदम है, जो यह दर्शाता है कि राज्य सरकार शिक्षकों के हितों को गंभीरता से देख रही है। प्रमोशन प्रक्रिया में देरी के कारण कई शिक्षकों को मानसिक और पेशेवर तनाव का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन अब इस बयान से यह उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार इस मुद्दे का जल्द समाधान करेगी।
इस पूरे घटनाक्रम से यह भी स्पष्ट होता है कि सरकार शिक्षकों के साथ न्याय करने के लिए पूरी तरह से तैयार है, और किसी भी तरह की लापरवाही या देरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।