हरेला पर्व पर पर्यावरण के प्रति संकल्पबद्ध हुए डीएम मयूर दीक्षित,, ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की शुरूआत, 20 हजार पौधे रोपे,, पौधारोपण के साथ ‘मेरा वोट मेरी पहचान, मेरा वृक्ष मेरी जान’ थीम पर दिलाई मतदाता शपथ

इन्तजार रजा हरिद्वार- हरेला पर्व पर पर्यावरण के प्रति संकल्पबद्ध हुए डीएम मयूर दीक्षित,,
‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की शुरूआत, 20 हजार पौधे रोपे,,
पौधारोपण के साथ ‘मेरा वोट मेरी पहचान, मेरा वृक्ष मेरी जान’ थीम पर दिलाई मतदाता शपथ
हरिद्वार, 16 जुलाई 2025।
उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और प्रकृति संरक्षण को समर्पित हरेला पर्व के शुभ अवसर पर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने आज अपनी धर्मपत्नी प्रज्ञा दीक्षित के साथ रोशनाबाद स्थित जिला कार्यालय परिसर में तीन स्थानों पर पौधारोपण कर “एक पेड़ मां के नाम” अभियान की शुरूआत की। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने स्वयं फावड़ा चलाकर पर्यावरण के प्रति अपने संकल्प को जन-जन तक पहुंचाया।
कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद में एक ही दिन में 20,000 पौधे रोपे गए, जिसमें विभिन्न विभागों, जनप्रतिनिधियों और स्वयंसेवी संगठनों ने भागीदारी निभाई। इस वर्ष जनपद हरिद्वार में कुल 4.5 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
डीएम ने स्वयं चलाया फावड़ा, दिया प्रेरक संदेश
हरेला पर्व पर वृक्षारोपण के दौरान जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि यह पर्व केवल औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि प्रकृति के प्रति हमारी जिम्मेदारी का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि “एक पेड़ मां के नाम” अभियान सिर्फ पौधा लगाने तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि इसका उद्देश्य भावनात्मक जुड़ाव के साथ पौधों की देखरेख और संरक्षण भी होना चाहिए।
डीएम ने कहा –
“हरेला पर्व हमारी सांस्कृतिक परंपरा और पर्यावरणीय जिम्मेदारी का संगम है। प्रकृति से जुड़ाव ही हमारी असली विरासत है।”
उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री के निर्देशन में यह अभियान प्रदेशभर में जनजागरूकता का माध्यम बन रहा है और इसके तहत आम नागरिकों को पौधरोपण के साथ उनकी देखभाल के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
प्राकृतिक असंतुलन को रोकने का अभियान
डीएम ने अपने संदेश में कहा कि “हरेला पर्व प्रकृति से प्रेम का प्रतीक है। वर्तमान में पर्यावरणीय असंतुलन, जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक संसाधनों के ह्रास को देखते हुए अधिक से अधिक वृक्षारोपण समय की आवश्यकता बन गया है। ऐसे में हर व्यक्ति को कम से कम एक पौधा अपने माता या परिवार के नाम पर अवश्य लगाना चाहिए।”
उन्होंने बताया कि इस बार हरिद्वार जनपद में 4.5 लाख पौधे रोपने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें स्कूल, कॉलेज, ग्राम पंचायतों, नगरीय निकायों और सरकारी कार्यालयों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
मतदाता जागरूकता के साथ पर्यावरण संरक्षण का जोड़
डीएम दीक्षित ने रोशनाबाद वेयरहाउस परिसर में पौधरोपण के उपरांत “मेरा वोट मेरी पहचान, मेरा वृक्ष मेरी जान” थीम पर स्वीप (SVEEP) कार्यक्रम के अंतर्गत उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को मतदाता शपथ भी दिलाई। उन्होंने सभी से अपील की कि लोकतंत्र को मजबूत करने हेतु आगामी सभी चुनावों में अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें।
डीएम ने कहा –
“जिस प्रकार हम पर्यावरण की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेते हैं, उसी प्रकार लोकतंत्र की मजबूती भी हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। वृक्षारोपण और मतदान – दोनों ही हमारे भविष्य को बेहतर बनाने के साधन हैं।”
अधिकारियों की मौजूदगी बनी कार्यक्रम की गरिमा
इस अवसर पर हरिद्वार के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। इनमें मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, अपर जिलाधिकारी दीपेन्द्र सिंह नेगी, पीआर चौहान, परियोजना निदेशक केएन तिवारी, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आशुतोष भण्डारी, निबंधक सहकारिता पुष्कर सिंह पोखरियाल, आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत, आरटीओ नेहा झा और निखिल शर्मा, जिला प्रविजन अधिकारी अविनाश भदौरिया, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी अरूणेश पैन्यूली, स्वीप आइकॉन वैशाली शर्मा, समन्वयक डॉ. संतोष चमोला सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
हरेला पर्व का संदेश – प्रकृति से प्रेम, संस्कृति से जुड़ाव
कार्यक्रम का मुख्य संदेश था कि हरेला पर्व केवल धार्मिक या सांस्कृतिक नहीं, बल्कि व्यावहारिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह पर्व जनमानस को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करता है और भावी पीढ़ियों को स्वच्छ, हरित और संतुलित पर्यावरण सौंपने का संकल्प भी।
रिपोर्ट: इन्तजार रजा, हरिद्वार
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