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जल जीवन मिशन के तहत पेयजल योजनाओं का डीएम मयूर दीक्षित ने किया निरीक्षण,, रावली मेहदूद व जमालपुर कलां के टैंकों में लिकेज पर सख्त जताई नाराजगी,, समय पर सप्लाई व ठेकेदार से किराया वसूलने के दिए कड़े निर्देश

लापरवाही पर फूटा डीएम का गुस्सा रावली मेहदूद व जमालपुर कलां के पेयजल टैंक निकले लिकेज ठेकेदार से वसूला जाएगा किराया, सप्लाई में शिथिलता पर कार्रवाई

इन्तजार रजा हरिद्वार- जल जीवन मिशन के तहत पेयजल योजनाओं का डीएम मयूर दीक्षित ने किया निरीक्षण,,

रावली मेहदूद व जमालपुर कलां के टैंकों में लिकेज पर सख्त जताई नाराजगी,,

समय पर सप्लाई व ठेकेदार से किराया वसूलने के दिए कड़े निर्देश

हरिद्वार, 06 सितम्बर।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने शनिवार को जल जीवन मिशन के तहत ग्राम पंचायत रावली मेहदूद एवं जमालपुर कलां में संचालित पेयजल योजनाओं और पम्प हाउस का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने क्षेत्रवासियों से फीडबैक लेते हुए पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था परखने के साथ-साथ अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिए। डीएम ने विशेष रूप से पेयजल टैंकों में हो रहे लिकेज पर नाराजगी जताई और मरम्मत कार्य को तत्काल पूरा कराने को कहा।

रावली मेहदूद में टैंक लिकेज से नाराज डीएम

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि रावली मेहदूद में बने पेयजल टैंक से लिकेज हो रहा है। इस पर उन्होंने सख्त नाराजगी व्यक्त की और अधिशासी अभियंता को तत्काल मरम्मत कराने के निर्देश दिए। डीएम ने ग्रामीणों की उपस्थिति में बैठक आयोजित कर टैंक मरम्मत की तिथि तय करने को कहा ताकि लोग समय से पानी की व्यवस्था कर सकें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पेयजल आपूर्ति में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

डीएम ने ग्रामीणों से कहा कि सरकार द्वारा तय अंशदान की जानकारी सभी को सही तरीके से दी जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि ग्रामवासियों को अंशदान की प्रक्रिया और राशि के बारे में पारदर्शी जानकारी उपलब्ध कराई जाए, जिससे किसी प्रकार की भ्रांति न रहे।

जमालपुर कलां में भी सामने आई खामियां

रावली मेहदूद के बाद डीएम ने जमालपुर कलां पेयजल योजना/पम्प हाउस का निरीक्षण किया। यहां भी उन्होंने पाया कि टैंक से पानी लीक हो रहा है। इस पर भी उन्होंने तत्काल मरम्मत कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने पम्प हाउस परिसर में खड़ी ठेकेदार की ट्रैक्टर-ट्रॉली व अन्य सामग्री पर आपत्ति जताई।

जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता को निर्देश दिए कि संबंधित ठेकेदार से यह स्पष्ट किया जाए कि परिसर में वाहन कितने समय से खड़े हैं। निर्धारित अवधि के हिसाब से सर्कल रेट के अनुसार किराया वसूल किया जाए और यदि ऐसा नहीं होता तो ठेकेदार के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।

पेयजल आपूर्ति समय पर करने पर जोर

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियों को साफ निर्देश दिए कि ग्रामीणों को सुबह और शाम समय पर पानी की सप्लाई की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही पाए जाने पर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन का उद्देश्य ग्रामीणों को स्वच्छ और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना है, जिसे पूरी गंभीरता से लागू किया जाना चाहिए।

योजनाओं की लागत और कनेक्शनों की जानकारी

निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता जल निगम राजेश गुप्ता ने जिलाधिकारी को योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रावली मेहदूद में जल जीवन मिशन के तहत 12 करोड़ की लागत से योजना तैयार की गई है। यहां बने टैंक की क्षमता 1950 किलो लीटर है, जिससे 4,900 घरों को कनेक्शन दिए गए हैं। वहीं, जमालपुर कलां योजना 10 करोड़ की लागत से बनी है और इसके टैंक की क्षमता 1400 किलो लीटर है। इस योजना से 5,500 कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं।

निरीक्षण में मौजूद रहे अधिकारी और ग्रामीण

निरीक्षण के दौरान अधीक्षण अभियंता एम. मुस्तफा, सहायक अभियंता भूपेंद्र सिंह, अवर अभियंता वर्षा सिंह और सीमा बिष्ट सहित संबंधित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। इसके साथ ही बड़ी संख्या में ग्रामीण भी उपस्थित रहे, जिन्होंने पेयजल आपूर्ति से जुड़ी अपनी समस्याएं और सुझाव जिलाधिकारी के सामने रखे।

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित का यह निरीक्षण ग्रामीणों के लिए राहत भरा साबित हो सकता है। लीक हो रहे टैंकों की मरम्मत और समय पर पानी की सप्लाई सुनिश्चित करने के निर्देश से अब ग्रामीणों को लगातार पेयजल सुविधा मिल सकेगी। साथ ही ठेकेदारों की लापरवाहियों पर लगाम कसने से योजनाओं की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद भी बढ़ गई है।

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