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हरकी पैड़ी क्षेत्र में अव्यवस्था पर डीएम मयूर दीक्षित सख्त,, सहायक अभियंता सिंचाई का वेतन रोका, ग्राम प्रधान को नोटिस—कागज़ों पर नहीं, धरातल पर दिखे काम,, मीट शॉप्स और अवैध गतिविधियों पर कार्रवाई के निर्देश, हरिद्वार में अवैध गतिविधियों पर सख्ती का ऐलान,, अब कड़ी निगरानी और जिम्मेदारी तय

इन्तजार रजा हरिद्वार-  हरकी पैड़ी क्षेत्र में अव्यवस्था पर डीएम मयूर दीक्षित सख्त,,
सहायक अभियंता सिंचाई का वेतन रोका, ग्राम प्रधान को नोटिस—कागज़ों पर नहीं, धरातल पर दिखे काम,,
मीट शॉप्स और अवैध गतिविधियों पर कार्रवाई के निर्देश, हरिद्वार में अवैध गतिविधियों पर सख्ती का ऐलान,, अब कड़ी निगरानी और जिम्मेदारी तय

✍🏻 इन्तजार रज़ा, हरिद्वार
Daily Live Uttarakhand विशेष रिपोर्ट

हरिद्वार, 25 जून 2025 — मां गंगा की अविरलता और शुद्धता को बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन अब पूरी तरह सख्त रवैया अपना चुका है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक के दौरान अधिकारियों को दो टूक शब्दों में कहा कि अब काम कागज़ों पर नहीं, धरातल पर नजर आना चाहिए। उन्होंने कई विभागीय लापरवाहियों पर कड़ी नाराजगी जताई और मौके पर ही जिम्मेदारों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दे दिए।

मोक्ष घाटों की अनदेखी पर प्रधान को नोटिस

जिलाधिकारी ने बैठक में बताया कि श्यामपुर क्षेत्र के मोक्ष घाट और स्नान घाट पर साफ-सफाई, सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर भारी लापरवाही बरती जा रही है। श्रद्धालुओं के सामान चोरी होने की शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई, जो गंभीर लापरवाही है। इस मामले में संबंधित ग्राम प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए।

सिंचाई विभाग की लापरवाही पर कड़ा कदम

बैठक में जब सहायक अभियंता सिंचाई से संबंधित मुद्दों पर जानकारी मांगी गई, तो न तो संतोषजनक उत्तर मिला और न ही किसी भी प्रकार की ठोस तैयारी दिखी। जिलाधिकारी ने इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए जून माह का वेतन रोकते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि अब समय पर रिपोर्ट और ठोस कार्यवाही न करने वालों को जवाब देना होगा।

मीट शॉप्स पर अवैध स्लॉटरिंग पर नाराजगी

हरकी पैड़ी क्षेत्र में स्वच्छता और धार्मिक गरिमा बनाए रखने के उद्देश्य से जिलाधिकारी ने मीट की दुकानों पर चल रही अवैध स्लॉटरिंग (कटान) को गंभीरता से लिया। उन्होंने नगर निगम अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि समय-समय पर छापेमारी की जाए और जिन दुकानों पर नियमों का उल्लंघन हो रहा है, उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए। धार्मिक नगरी में नियमों की खुलेआम अवहेलना बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

फूल की दुकानों और हरकी पैड़ी क्षेत्र पर सख्ती

डीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि फूल की दुकानों पर केवल फूल ही बिकने चाहिए। हरकी पैड़ी जैसे पवित्र स्थान पर अन्य कोई भी अवैध गतिविधि स्वीकार्य नहीं है। पुलिस, नगर निगम और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम को निर्देश दिए गए कि हरकी पैड़ी क्षेत्र में अभियान चलाकर अवैध दुकानों को हटाया जाए और नियमों का सख्ती से पालन कराया जाए।

भेल को कारण बताओ नोटिस, सीईटीपी पर भी निगरानी

बैठक में भेल द्वारा पुराने राख के सही निस्तारण में लापरवाही सामने आने पर जिलाधिकारी ने पीसीबी अधिकारियों को भेल को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही सीईटीपी (सेंट्रल एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट) से निकलने वाले जल की गुणवत्ता की नियमित जांच करने के निर्देश भी दिए गए ताकि प्रदूषण की रोकथाम सुनिश्चित हो सके।

सरकारी जमीन पर अतिक्रमण हटाने के निर्देश

डीएम दीक्षित ने उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अभियंताओं को आदेश दिया कि अवैध अतिक्रमण चिन्हित कर उसे तत्काल हटाया जाए। उन्होंने कहा कि सरकारी भूमि पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं होगा।

अब ‘वर्क प्रूफ’ होगी रिपोर्टिंग—बिफोर और आफ्टर फोटो अनिवार्य

जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि अब किसी भी कार्य की प्रगति केवल पत्राचार से नहीं मानी जाएगी। उन्होंने सभी विभागों को निर्देशित किया कि हर कार्य की “बिफोर और आफ्टर फोटो” संलग्न की जाए, जिससे वास्तविक प्रगति का मूल्यांकन किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि आगामी कांवड़ मेले में श्रद्धालुओं से शौचालय उपयोग का शुल्क कम रखा जाए और अवैध शौचालयों को तत्काल बंद कराया जाए।

बैठक में मौजूद अधिकारी और सदस्य

इस बैठक में डीएफओ वैभव कुमार सिंह, मुख्य नगर आयुक्त नंदन कुमार, एसडीएम सदर जितेंद्र कुमार, अधिशासी अभियंता जल संस्थान (गंगा) हरीश बंसल, प्रोजेक्ट मैनेजर (सीवर) मीनाक्षी मित्तल, एसडीओ यूपी भारत भूषण, सीओ सिटी शिशुपाल नेगी, आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत, मुख्य पशु अधिकारी डॉ डीके चंद, मुख्य कृषि अधिकारी गोपाल सिंह भंडारी, जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल, एडवोकेट हिमांशु सरीन, गंगा समिति के सदस्य रामेश्वर गौड़, शिखर पालीवाल, वप्कोस अभियंता अंकुर सिंह, सहायक अभियंता सिंचाई देवदत्त कुमार सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।

अब कड़ी निगरानी और जिम्मेदारी तय

डीएम मयूर दीक्षित के निर्देशों से स्पष्ट है कि अब हरिद्वार में केवल योजनाएं नहीं, उनका क्रियान्वयन भी दिखाई देगा। चाहे मीट की अवैध दुकानें हों, अव्यवस्थित घाट हों, या फिर सरकारी विभागों की ढिलाई—अब सबकी जवाबदेही तय होगी। गंगा की नगरी को स्वच्छ, सुव्यवस्थित और श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित बनाने की दिशा में यह बैठक निर्णायक मानी जा रही है।

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