Travelअपराधउत्तराखंडएक्सक्लूसिव खबरेंदुर्घटनादेहारादूनधर्म और आस्थापॉलिटिकल तड़काप्रशासनराष्ट्रीयशिक्षास्वास्थ्य

चारधाम यात्रा मार्ग पर यात्रियों की सुविधा हेतु लगाए गए फ्लैक्सी बोर्ड, डायवर्जन, पार्किंग, रूट मैप और जरूरी दिशा-निर्देश एक क्लिक में उपलब्ध, क्यूआर कोड स्कैन करते ही यात्रियों को मिलेगी विस्तृत और अद्यतन जानकारी

इन्तजार रजा हरिद्वार- चारधाम यात्रा मार्ग पर यात्रियों की सुविधा हेतु लगाए गए फ्लैक्सी बोर्ड, डायवर्जन, पार्किंग, रूट मैप और जरूरी दिशा-निर्देश एक क्लिक में उपलब्ध, क्यूआर कोड स्कैन करते ही यात्रियों को मिलेगी विस्तृत और अद्यतन जानकारी

चारधाम यात्रा 2025 का आगाज़ जल्द होने वाला है और देशभर से लाखों श्रद्धालु भगवान बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री के दर्शन के लिए उत्तराखंड की ओर प्रस्थान करेंगे। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी यात्रा को सफल, सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए प्रशासन और पुलिस विभाग ने कमर कस ली है। खासकर हरिद्वार जिले में, जहाँ से बड़ी संख्या में यात्री अपनी यात्रा की शुरुआत करते हैं, वहां यातायात पुलिस द्वारा इस बार एक अभिनव पहल की गई है—यात्रा मार्ग पर फ्लैक्सी बोर्डों की स्थापना।

इन फ्लैक्सी बोर्डों की सबसे खास बात यह है कि इनमें क्यूआर कोड भी शामिल किए गए हैं, जिन्हें स्कैन करते ही यात्रियों को एक ही स्थान पर सारी आवश्यक जानकारी प्राप्त हो जाएगी। यह तकनीकी पहल यात्रियों की सुविधा और मार्गदर्शन के लिए एक बड़ा कदम मानी जा रही है।

हरिद्वार पुलिस की पहल: स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट की ओर कदम

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्री प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के नेतृत्व में हरिद्वार यातायात पुलिस द्वारा यात्रा मार्ग पर फ्लैक्सी बोर्ड लगाए गए हैं, जिनमें यात्रा से संबंधित महत्वपूर्ण सूचनाएं जैसे कि—पार्किंग की स्थिति, रूट डायवर्जन, दिशा-निर्देश, पास के सुविधाएं, एवं आपातकालीन संपर्क नंबर दिए गए हैं।

इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि यात्रियों को बार-बार पूछताछ करने की आवश्यकता न पड़े और वे निर्बाध यात्रा कर सकें। खासकर हाईवे और संवेदनशील क्षेत्रों में जहां अक्सर ट्रैफिक डायवर्जन या पार्किंग से जुड़ी समस्याएं होती हैं, वहां इन बोर्डों की उपस्थिति महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

क्यूआर कोड: आधुनिक तकनीक का उपयोग

हर फ्लैक्सी बोर्ड पर एक विशेष क्यूआर कोड प्रिंट किया गया है, जिसे किसी भी स्मार्टफोन से स्कैन किया जा सकता है। स्कैन करते ही एक वेबसाइट या पोर्टल खुलेगा, जहां निम्नलिखित जानकारियाँ उपलब्ध होंगी:

  1. पार्किंग लोकेशन: यात्रियों को निकटतम पार्किंग स्थल की जानकारी मिलेगी।
  2. रूट डायवर्जन: अगर मार्ग में कहीं डायवर्जन हुआ है तो उसकी अपडेट जानकारी तुरंत मिल सकेगी।
  3. फोटो व वीडियो गैलरी: यात्रा से जुड़ी ताज़ा तस्वीरें और वीडियो देखे जा सकेंगे।
  4. खोया-पाया केंद्र की जानकारी: किसी वस्तु के गुम हो जाने या मिलने की स्थिति में सहायता मिलेगी।
  5. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म: पुलिस विभाग द्वारा उपलब्ध आधिकारिक सोशल मीडिया लिंक जिससे लाइव अपडेट प्राप्त किया जा सकता है।
  6. जिला स्तर की संपर्क सूची: ज़रूरत पड़ने पर संबंधित अधिकारियों और सहायता केंद्रों से तुरंत संपर्क किया जा सकेगा।

यात्रियों को होगी कई स्तर पर सुविधा

इस सुविधा से यात्रियों को जहां एक ओर मार्गदर्शन में आसानी होगी, वहीं दूसरी ओर सूचना प्राप्त करने के पारंपरिक तरीके जैसे कि मैनुअल पूछताछ, ट्रैफिक कर्मियों से संवाद आदि में भी कमी आएगी। इससे समय की बचत होगी और ट्रैफिक व्यवस्था भी सुगम बनेगी।

इसके अतिरिक्त, फ्लैक्सी बोर्डों में दिशा-संकेतकों के साथ-साथ विश्राम स्थल, चिकित्सा सहायता केंद्र, फूड कोर्ट्स और पुलिस सहायता चौकी जैसे स्थानों की जानकारी भी दी जा रही है। विशेष रूप से बुज़ुर्ग, महिलाएं और बच्चे जिन्हें मार्ग में विशेष देखरेख की आवश्यकता होती है, उनके लिए यह बोर्ड अत्यंत लाभकारी सिद्ध होंगे।

पुलिस का मानवीय और तकनीकी समन्वय

हरिद्वार यातायात पुलिस का यह प्रयास न केवल एक प्रशासनिक व्यवस्था का हिस्सा है, बल्कि यह यात्रियों के लिए “स्मार्ट यात्रा, सुरक्षित यात्रा” की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस कार्य में तकनीकी विशेषज्ञों की मदद ली गई है, ताकि पोर्टल की जानकारी हमेशा अद्यतन रहे और यूज़र फ्रेंडली इंटरफेस बना रहे।

एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने इस विषय में कहा, “चारधाम यात्रा केवल एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह हमारे लिए उत्तराखंड की पहचान से जुड़ा एक आयोजन है। हमारा प्रयास है कि हर यात्री की यात्रा सुरक्षित, सुविधाजनक और यादगार हो। क्यूआर कोड आधारित यह सूचना प्रणाली हमारी उसी प्रतिबद्धता का एक उदाहरण है।”

भविष्य के लिए रोडमैप

प्रशासन की योजना है कि भविष्य में इस प्रणाली को और भी उन्नत बनाया जाए। इसमें लाइव ट्रैफिक फीड, रियल टाइम नेविगेशन सपोर्ट, यात्री रजिस्ट्रेशन ट्रैकिंग और आपातकालीन अलर्ट जैसे फीचर्स जोड़े जाएंगे। इसके साथ ही यह विचार भी है कि अन्य धार्मिक या पर्यटन आयोजनों में भी इसी मॉडल को अपनाया जाए।

हरिद्वार पुलिस द्वारा चारधाम यात्रा के लिए उठाया गया यह तकनीकी कदम सराहनीय है। यह न केवल यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करता है, बल्कि एक व्यवस्थित, डिजिटल और दक्ष प्रशासन की झलक भी देता है। स्मार्ट फ्लैक्सी बोर्ड और क्यूआर कोड स्कैन की सुविधा इस बात का प्रमाण हैं कि अगर तकनीक का उपयोग सही दिशा में किया जाए, तो बड़े से बड़े आयोजन भी बिना बाधा के सम्पन्न किए जा सकते हैं।

Related Articles

Back to top button
× Contact us