हज़रत काबुली शाह बाबा रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह पर आयोजित कुल शरीफ़ में उमड़ा अकीदतमंदों का सैलाब,, भोजपुर नगर पंचायत क्षेत्र में सूफ़ियाना माहौल, दुआओं की गूंज और रूहानी सुकून,, आस्था, श्रद्धा और भाईचारे का संगम बना कुल शरीफ़ का आयोजन

इन्तजार रजा हरिद्वार- हज़रत काबुली शाह बाबा रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह पर आयोजित कुल शरीफ़ में उमड़ा अकीदतमंदों का सैलाब,,
भोजपुर नगर पंचायत क्षेत्र में सूफ़ियाना माहौल, दुआओं की गूंज और रूहानी सुकून,,
आस्था, श्रद्धा और भाईचारे का संगम बना कुल शरीफ़ का आयोजन
मुरादाबाद/भोजपुर (संवाददाता) इन्तजार रजा–
विधानसभा क्षेत्र 27 मुरादाबाद देहात के अंतर्गत भोजपुर नगर पंचायत क्षेत्र स्थित हज़रत काबुली शाह बाबा रहमतुल्लाह अलैह की ऐतिहासिक और मशहूर दरगाह पर सोमवार को आयोजित कुल शरीफ़ के मौके पर अकीदतमंदों की भारी भीड़ उमड़ी। इस रूहानी माहौल में हर तरफ़ दुआओं और दरूद की गूंज रही। आयोजन में शामिल होने वालों के चेहरों पर श्रद्धा और सुकून साफ दिखाई दे रहा था।
दरगाह की पाक फ़िज़ाओं में दुआओं और फ़ज़ीलत की रोशनी से उपस्थित लोगों के दिल को सुकून और रूह को ताज़गी मिली। स्थानीय निवासियों के अलावा आसपास के क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में अकीदतमंद इस मौके पर पहुँचे और हज़रत काबुली शाह बाबा रहमतुल्लाह अलैह की मजार पर चादरपोशी कर दुआ मांगी।
कुल शरीफ़ की शुरुआत कुरान-ए-पाक की तिलावत और नात-ए-पाक से हुई। सूफ़ियाना कलाम और हम्द-नात की महफ़िलों ने वातावरण को और भी रूहानी बना दिया। आयोजन समिति के सदस्यों ने आने वाले मेहमानों का गर्मजोशी से स्वागत किया और व्यवस्था में किसी तरह की कमी न रहे इसके लिए विशेष इंतज़ाम किए गए।
स्थानीय लोगों ने बताया कि हज़रत काबुली शाह बाबा रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह सदियों से आपसी मोहब्बत, भाईचारे और अमन का संदेश देती आई है। कुल शरीफ़ के इस आयोजन से न केवल आध्यात्मिक सुकून मिलता है बल्कि सामाजिक एकता और सौहार्द की मिसाल भी कायम होती है।
कुल शरीफ़ में शामिल होने आए लोगों ने दुआ की कि मुल्क और समाज में अमन-चैन और तरक़्क़ी कायम रहे। उपस्थित अकीदतमंदों ने बताया कि दरगाह पर आने से उन्हें हर बार नई ऊर्जा और आत्मिक शांति प्राप्त होती है।
दरगाह परिसर को इस अवसर पर आकर्षक ढंग से सजाया गया था। सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के लिए नगर पंचायत प्रशासन और स्थानीय पुलिस ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। महिला-पुरुष अकीदतमंदों की सुविधा के लिए अलग-अलग व्यवस्थाएं की गई थीं।
आयोजन में धार्मिक विद्वानों, मौलाना, स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों और जनप्रतिनिधियों ने भी शिरकत की और हज़रत काबुली शाह बाबा रहमतुल्लाह अलैह की बारगाह में हाज़िरी देकर मुल्क की सलामती, समाज की तरक़्क़ी और लोगों की खुशहाली की दुआ की।
कुल मिलाकर, यह आयोजन आस्था और रूहानियत से भरा हुआ रहा जिसमें श्रद्धा, मोहब्बत और भाईचारे का अद्भुत संगम देखने को मिला।