कांवड़ मेला 2025: सुरक्षा और व्यवस्था के लिए हरिद्वार पुलिस पूरी तरह मुस्तैद,, एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक,, ड्यूटी प्वाइंट से लेकर ड्रोन निगरानी तक दिए सख्त निर्देश,, थाना स्तर से लेकर सर्किल ऑफिसर तक को सौंपा गया जवाबदेही का जिम्मा,, स्थानीय समन्वय और तैयारी पर विशेष ज़ोर

इन्तजार रजा हरिद्वार- कांवड़ मेला 2025: सुरक्षा और व्यवस्था के लिए हरिद्वार पुलिस पूरी तरह मुस्तैद,,
एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक,, ड्यूटी प्वाइंट से लेकर ड्रोन निगरानी तक दिए सख्त निर्देश,,
थाना स्तर से लेकर सर्किल ऑफिसर तक को सौंपा गया जवाबदेही का जिम्मा,, स्थानीय समन्वय और तैयारी पर विशेष ज़ोर
हरिद्वार, 26 जून 2025।
कांवड़ मेला 2025 की भव्यता और तीर्थनगरी की गरिमा को सुरक्षित और सुगम बनाए रखने के लिए हरिद्वार पुलिस ने तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में आज जिला पुलिस कार्यालय के सभागार में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रमेन्द्र डोबाल की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले के सभी पुलिस राजपत्रित अधिकारी, थाना प्रभारी, यातायात निरीक्षक, एफएसओ सहित प्रमुख अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
बैठक का उद्देश्य कांवड़ मेले की व्यावहारिक तैयारियों की समीक्षा करना और पहले से तय रणनीतियों में अंतिम सुधार लाना था। एसएसपी डोबाल ने स्पष्ट किया कि इस बार की व्यवस्थाएं “न केवल अनुभव आधारित होंगी, बल्कि हर छोटी-बड़ी चुनौती को मौके पर ही हल किया जाएगा।”
संवेदनशील इलाकों में विशेष सतर्कता, ड्रोन से निगरानी
एसएसपी ने निर्देश दिए कि कांवड़ मेले के दौरान मिश्रित आबादी और संवेदनशील क्षेत्रों में क्षेत्राधिकारी स्तर पर विशेष बैठकें आयोजित की जाएं। वहां सुरक्षा की दृष्टि से हर पहलू की समीक्षा हो, और जरूरत पड़ने पर स्थानीय इंटेलिजेंस इकाइयों से भी सहायता ली जाए।
इसके अलावा सभी थाना प्रभारियों को आदेशित किया गया कि वे अपने क्षेत्र में ड्रोन कैमरों को सक्रिय अवस्था में रखें, ताकि किसी भी आपात स्थिति या भीड़-प्रबंधन संबंधी परेशानी का रियल टाइम मॉनिटरिंग किया जा सके।
विगत कमियों से सीख लेकर होगी बेहतर व्यवस्था
एसएसपी डोबाल ने कहा कि पिछले वर्षों के अनुभवों से सीखना इस बार की सबसे बड़ी रणनीति है। बैठक में बताया गया कि—
- 2024 की कांवड़ यात्रा में जिन बिंदुओं पर अव्यवस्था रही, उन्हें सुधारने की दिशा में काम शुरू हो गया है।
- प्रत्येक सर्किल अधिकारी और थाना प्रभारी को उन कमजोरियों की समीक्षा कर व्यक्तिगत जिम्मेदारी से उन्हें ठीक करने के निर्देश दिए गए हैं।
पार्किंग, बैरिकेडिंग और रूट डायवर्जन की व्यापक तैयारी
पुलिस अधीक्षक ने मेला क्षेत्र में पार्किंग स्थलों का भौतिक निरीक्षण करने के निर्देश देते हुए कहा कि संबंधित विभागों के साथ समन्वय कर पार्किंग की स्थिति दुरुस्त की जाए।
इसके अतिरिक्त जिन क्षेत्रों में बैरियर, बैरिकेडिंग या रूट डायवर्जन की जरूरत है, उन्हें चिह्नित कर जल्द से जल्द सभी तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
स्थानीय स्तर पर सहभागिता और सत्यापन अभियान तेज करने के निर्देश
हर थाने को आदेशित किया गया कि—
- वह अपने इलाके में होटल, टैक्सी, व्यापारी और समाज के गणमान्य व्यक्तियों के साथ गोष्ठी आयोजित करें,
- उनके सुझावों को क्रियान्वयन में लाएं,
- दुकानों और भंडारों की सत्यापन प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाए,
- नहर पटरी पर दुकानों की रेट लिस्ट अनिवार्य की जाए ताकि यात्रियों से कोई ठगी न हो।
साथ ही सड़क किनारे अतिक्रमण हटाने के लिए विशेष अभियान चलाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
टेंट, कुर्सी, रस्सी, लाठी समेत संसाधनों की सूची तैयार
प्रत्येक आवश्यक सामग्री—जैसे टेंट, कुर्सियां, रस्सी, लाठी आदि—की उपलब्धता का मूल्यांकन किया जा रहा है। एसएसपी ने सीओ लाइन को निर्देशित किया कि यदि कोई कमी पाई जाती है तो उसकी खरीदारी समय पर सुनिश्चित करें।
इसके अतिरिक्त मेला ड्यूटी में लगने वाले पुलिस और पैरामिलिट्री बलों के लिए आवास, शौचालय, पेयजल आदि मूलभूत व्यवस्थाओं को प्राथमिकता पर पूर्ण किया जाए।
डीजे और झांकियों के लिए तय होंगे मानक
कांवड़ यात्रा के दौरान निकलने वाली झांकियों और डीजे साउंड सिस्टम को लेकर भी इस बार सख्ती बरती जाएगी। एसएसपी ने निर्देश दिए कि—
- निर्धारित ध्वनि सीमा और सुरक्षा मानकों के तहत ही इन्हें अनुमति दी जाए,
- किसी प्रकार की सांप्रदायिक उत्तेजना या शांति भंग करने वाले कृत्य को सख्ती से रोका जाए।
पुलिस की छवि बेहतर करने का भी लक्ष्य
एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने स्पष्ट किया कि कांवड़ मेला केवल सुरक्षा प्रबंधन का विषय नहीं है, बल्कि पुलिस और समाज के बीच विश्वास कायम करने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर है।
उन्होंने कहा—
“इस बार हम हर पुलिसकर्मी से यह अपेक्षा रखते हैं कि वे संवेदनशीलता, तत्परता और अनुशासन के साथ कार्य करें ताकि हर यात्री को सुरक्षा और सेवा दोनों का अनुभव मिले।“
हरिद्वार पुलिस हर स्थिति के लिए तैयार
कांवड़ मेला 2025 की तैयारियों को लेकर जिला पुलिस पूरी तरह से सक्रिय है। चाहे ड्रोन निगरानी हो, पार्किंग की व्यवस्था, या फिर रूट डायवर्जन और अतिक्रमण हटाना—हर मोर्चे पर स्पष्ट जिम्मेदारी और समयबद्ध कार्य योजना तैयार है।
हरिद्वार पुलिस का प्रयास है कि यह यात्रा “श्रद्धा, सुरक्षा और सुगमता” का एक आदर्श उदाहरण बनकर उभरे।
रिपोर्ट: इन्तज़ार रज़ा
Daily Live Uttarakhand