आगामी चारधाम यात्रा 2025 को सफल और सुरक्षित बनाने हेतु हरिद्वार प्रशासन सतर्क, एसएसपी और डीएम ने जनपदीय अधिकारियों संग किया व्यवस्थाओं का निरीक्षण
चारधाम यात्रा का प्रारंभिक प्रवेश द्वार होने के कारण हर वर्ष लाखों श्रद्धालु यहीं से अपनी यात्रा प्रारंभ करते हैं। इसे देखते हुए हरिद्वार प्रशासन यात्रा के संचालन और नियंत्रण के लिए इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम, रूट डायवर्जन, भीड़ प्रबंधन, यातायात नियंत्रण, स्वास्थ्य सहायता, और पंजीकरण केंद्रों को और मजबूत करने की दिशा में कार्य कर रहा है।

इन्तजार रजा हरिद्वार- आगामी चारधाम यात्रा 2025 को सफल और सुरक्षित बनाने हेतु हरिद्वार प्रशासन सतर्क, एसएसपी और डीएम ने जनपदीय अधिकारियों संग किया व्यवस्थाओं का निरीक्षण
हरिद्वार, 10 अप्रैल 2025 – आगामी चारधाम यात्रा 2025 को सुचारु, सुरक्षित और व्यवस्थित रूप से संपन्न कराने के उद्देश्य से हरिद्वार प्रशासन ने तैयारियों की समीक्षा शुरू कर दी है। इसी क्रम में जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने बुधवार को विभिन्न संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की और यात्रा मार्गों, ठहराव स्थलों, पार्किंग और आपातकालीन व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण किया।
हरिद्वार से अक्सर होता है यात्रा संचालन का प्रमुख नियंत्रण
हरिद्वार, चारधाम यात्रा का प्रारंभिक प्रवेश द्वार होने के कारण हर वर्ष लाखों श्रद्धालु यहीं से अपनी यात्रा प्रारंभ करते हैं। इसे देखते हुए हरिद्वार प्रशासन यात्रा के संचालन और नियंत्रण के लिए इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम, रूट डायवर्जन, भीड़ प्रबंधन, यातायात नियंत्रण, स्वास्थ्य सहायता, और पंजीकरण केंद्रों को और मजबूत करने की दिशा में कार्य कर रहा है।
डीएम और एसएसपी का निरीक्षण और दिशा-निर्देश
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि:
- यात्रियों के लिए पर्याप्त पेयजल, शौचालय और विश्राम सुविधाएं हर महत्वपूर्ण स्थल पर उपलब्ध हों।
- पंजीकरण केंद्रों पर भीड़भाड़ से बचने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।
- स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी पड़ावों पर मेडिकल टीम की तैनाती, एम्बुलेंस और आपातकालीन दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने यातायात नियंत्रण, सुरक्षा व्यवस्था, CCTV निगरानी और पुलिस बल की तैनाती को लेकर सख्त निर्देश देते हुए कहा कि:
- सभी मार्गों पर सुरक्षा जांच चौकियां स्थापित की जाएंगी।
- ड्रोन कैमरों के माध्यम से भीड़ और ट्रैफिक की निगरानी की जाएगी।
- महिला यात्रियों और वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी।
- किसी भी आपातकालीन परिस्थिति से निपटने हेतु क्विक रिस्पांस टीम्स (QRTs) को संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा।
अंतर-विभागीय समन्वय और तकनीकी सहयोग
यात्रा संचालन में परिवहन, पर्यटन, स्वास्थ्य, नगर निगम, आपदा प्रबंधन, पुलिस और IT विभाग के बीच पूर्ण समन्वय सुनिश्चित किया जाएगा। इसके साथ ही रूट मैपिंग, GPS ट्रैकिंग, और मोबाइल ऐप आधारित सूचना प्रणाली को लागू किया जा रहा है जिससे यात्री हर स्थिति में सूचित और सुरक्षित रह सकें।
प्रशासन की अपील और चेतावनी
प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे:
- अधिकृत वेबसाइट अथवा सरकारी ऐप के माध्यम से ही पंजीकरण कराएं।
- अपने साथ मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र लेकर चलें।
- भीड़भाड़ से बचें और प्रशासन द्वारा जारी यात्रा मार्गदर्शिका का पालन करें।
साथ ही प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार की अवैध पार्किंग, ओवरचार्जिंग, या अव्यवस्था फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
चारधाम यात्रा केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक ही नहीं बल्कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक, आर्थिक और सामाजिक पहचान भी है। हरिद्वार प्रशासन इस यात्रा को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और श्रद्धालु-केंद्रित बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। जिलाधिकारी और एसएसपी के निरीक्षण ने यह सुनिश्चित कर दिया है कि इस बार की यात्रा पहले से अधिक सुव्यवस्थित और तकनीक-सहायित होगी।